मन भारी होना मुहावरे का अर्थ (Man Bhari Hona Muhavare Ka Arth) होता है मन में किसी प्रकार की अस्वस्थता का अनुभव या बोध होना, तो उसके लिए मन भारी होना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप मन भारी होना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मन भारी होना मुहावरे का अर्थ क्या है?
मन भारी होना मुहावरे का अर्थ (Man Bhari Hona Muhavare Ka Arth) होता है, मन में किसी प्रकार की अस्वस्थता का अनुभव या बोध होना।
मन भारी होना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “मन भारी होना मुहावरे का अर्थ” है की लड़को की बात-चीत से न जाने क्यों शुभम का मन भारी हो गया था।
मन भारी होना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
मन भारी होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- नौकरी चली जाने की वजह से सुमन का मन भारी रहने लगा है।
- लड़को की बात-चीत से न जाने क्यों शुभम का मन भारी हो गया था।
- रमेश ने आखिर महेश की बात नहीं मानीं तो महेश का मन भारी हो गया।
- ऑफिस में अपने आस पास के खराब माहौल को देखते हुए रोहन का मन भारी हो गया।
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आशा है कि मन भारी होना मुहावरे का अर्थ (Man Bhari Hona Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।