आगामी 19 अप्रैल को भारत के लोकतंत्र के त्यौहार यानी लोकसभा के चुनाव शुरू होने वाले हैं। इस भारत की 18वीं लोकसभा के चुनाव होने वाले हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है। क्या आप जानते हैं कि भारत की लोकसभा का गठन कब हुआ था? यहां इस बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। साथ ही इसकी विशेषताओं और महत्व के बारे में भी चर्चा की जा रही है।
भारत की लोकसभा का गठन कब हुआ?
भारत की लोकसभा का गठन 13 मई 1952 को हुआ था। दूसरे शब्दों में कहें तो भारत की लोकसभा का पहला सत्र 13 मई 1952 के दिन आयोजित किया गया था। यह भारत के लिए लोकतंत्र की विजय का दिन था। यह दिन भारत के लोकतंत्र के इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में दर्ज़ है।
भारत के लोकसभा के पहले सत्र की विशेषताएं
- भारत के लोकसभा के पहले सत्र की विशेषताएं निम्नलिखित हैं :
- भारत के पहले लोकसभा सत्र की अध्यक्षता श्री जी.वी. मावलंकर ने की थी।
- इस सत्र में कुल 489 सदस्य थे।
- इस सत्र में कुल 22 महिला भी शामिल हुई थीं।
- इस सत्र में भारत के संविधान, पहली पंचवर्षी योजना और भाषा नीति जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा की गई थी।
भारत के लोकसभा के पहले सत्र का महत्व
भारत के लोकसभा के पहले सत्र का महत्व हम इस प्रकार से समझ सकते हैं :
- इस सत्र ने भारत में लोकतंत्र को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- इस सत्र ने भारत के विकास और प्रगति की नींव रखी।
- इस सत्र ने भारत को एक आधुनिक राष्ट्र बनाने का मार्ग प्रशस्त करने में महत्वपूर्ण योगदान दिया।
आशा है कि लोकसभा का गठन कब हुआ? पर हमारा यह ब्लॉग पसंद आया होगा। ऐसे ही अन्य सामान्य ज्ञान से संबंधित ब्लॉग्स को पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।