ख्याली पुलाव पकाना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Khayali Pulao Pakana Muhavare Ka Arth) ‘मनगढ़ंत बाते करना’ होता है। जब कोई व्यक्ति ऐसी बाते करे जो असंभव हो तब ख्याली पुलाव पकाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘ख्याली पुलाव पकाना मुहावरे का अर्थ’ (Khayali Pulao Pakana Muhavare Ka Arth) का वाक्यों में प्रयोग और अन्य महत्वपूर्ण मुहावरों के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
ख्याली पुलाव पकाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
ख्याली पुलाव पकाना मुहावरे का अर्थ (Khayali Pulao Pakana Muhavare Ka Arth) ‘मनगढ़ंत बाते करना’ होता है।
ख्याली पुलाव पकाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
ख्याली पुलाव पकाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- वह हर समय ख्याली पुलाव पकाता रहता है।
- अंशुल रोजाना ख्याली पुलाव पकाता है।
- निक्क्मा व्यक्ति हमेशा ख्याली पुलाव पकाता है।
- आपको अपना कीमती समय ख्याली पुलाव पकाने में बर्बाद नहीं करना चाहिए।
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