Kaziranga National Park in Hindi: जानें काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान किसके लिए प्रसिद्ध है?

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काजीरंगा नेशनल पार्क

Kaziranga National Park in Hindi: भारत में 100 से भी अधिक राष्ट्रीय उद्यान हैं, जो न केवल अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए प्रसिद्ध हैं, बल्कि वन्यजीवों के संरक्षण में भी अहम भूमिका निभाते हैं। इनमें से एक प्रमुख और विशिष्ट उद्यान है काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान, जिसे ‘गैंडे की भूमि’ के नाम से भी जाना जाता है। यह उद्यान एक सींग वाले गैंडों (Indian One-Horned Rhinoceros) के लिए प्रसिद्ध है, और यहां इनकी सबसे बड़ी आबादी पाई जाती है। इसके अलावा, काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को भारतीय बाघों का भी घर माना जाता है, जिससे यह उद्यान और भी खास बन जाता है। यदि आप काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान किसके लिए प्रसिद्ध है? इस सवाल का जवाब ढूंढ रहे हैं, तो इस ब्लॉग में हम आपको काजीरंगा के इतिहास, इसके संरक्षण प्रयासों और आसपास के प्रमुख आकर्षण केंद्रों के बारे में पूरी जानकारी देंगे। तो आइये, जानते हैं काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान के बारे में विस्तार से।

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान किसके लिए प्रसिद्ध है?

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान असम राज्य में स्थित है और यह एक सींग वाले गैंडे (Indian One-Horned Rhinoceros) के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह विश्व धरोहर स्थल (UNESCO World Heritage Site) भी है। यह उद्यान बाघ, हाथी, जंगली भैंसे, दलदली हिरण, पक्षियों की कई प्रजातियों और अन्य वन्यजीवों के लिए भी जाना जाता है, लेकिन इसकी पहचान खास तौर पर एक सींग वाले गैंडे के संरक्षण स्थल के रूप में होती है।

यह उद्यान दुनिया भर में एक सींग वाले गैंडों की सबसे बड़ी आबादी का घर है। 20वीं शताब्दी की शुरुआत में इनकी संख्या बहुत कम हो गई थी, लेकिन काजीरंगा में संरक्षण प्रयासों की बदौलत आज इनकी संख्या हज़ारों में पहुँच गई है। उद्यान का घास से भरा मैदान, दलदली क्षेत्र और ब्रह्मपुत्र नदी का बहाव गैंडों के लिए एक आदर्श प्राकृतिक आवास प्रदान करता है। यहाँ की सुरक्षा व्यवस्था और वन्यजीवों की देखभाल ने इसे एक सफल संरक्षण केंद्र बना दिया है। यही कारण है कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान को एक सींग वाले गैंडे का सुरक्षित स्वर्ग कहा जाता है।

काजीरंगा नेशनल पार्क के बारे में 

भारत के सबसे पुराने आरक्षित क्षेत्रों में से एक काजीरंगा नेशनल पार्क असम राज्य के गोलाघाट और नागांव जिले में स्थित है। लगभग 430 वर्ग किमी क्षेत्र में फैला हुआ यह पार्क ब्रह्मपुत्र सहित चार प्रमुख नदियों से घिरा हुआ है। इसके अलावा काजीरंगा के जल निकाय और जंगल इस पार्क में चार चाँद लगा देते हैं। इन सब के अलावा सर्दियों में यहाँ साइबेरियन प्रवासी पक्षी भी देखने को मिलते हैं। जिससे यहां आने वाले पर्यटकों को एक अलग ही आनंद प्राप्त होता है। आपको बता दें कि काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में एक सींग वाले गैंडों की संख्या सबसे अधिक है। एक रिसर्च के अनुसार मार्च 2015 में यहाँ लगभग 2,401 गैंडे थे। इसके अलावा पार्क में हाथी, दलदली हिरण, जंगली जल भैंस आदि भी मौजूद हैं।

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काजीरंगा नेशनल पार्क का इतिहास 

काजीरंगा नेशनल पार्क (Kaziranga National Park in Hindi) भारत के गौरवों में से एक है। वह स्थान है जहां प्रकृति कई रंगों में अपना प्राचीन स्वरूप प्रकट करती है। यह दुनिया का एक ऐसा नेशनल पार्क हैं, जहाँ एक सींग वाले गैंडों (राइनोसेरोस, यूनीकोर्निस) की सबसे अधिक आबादी मौजूद है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, दुनिया में एक सींग वाले गैंडे की पूरी आबादी का 60 फीसदी से अधिक यहीं पर मौजूद है।

बता दें कि प्रारंभ में 1 जून 1905 में इस क्षेत्र को काजीरंगा प्रस्तावित रिजर्व फ़ॉरेस्ट बनाया गया। उसके बाद 1908 में इस स्थान इस स्थान को रिज़र्व फ़ॉरेस्ट घोषित कर दिया गया और 1916 में इसका नाम बदलकर काज़ीरंगा गेम रिज़र्व रख दिया गया। स्वतंत्रता के बाद, यानी कि वर्ष 1950 में इस पार्क को काजीरंगा वन्यजीव अभयारण्य बनाया गया और 1968 में यह असम राष्ट्रीय उद्यान अधिनियम पारित हुआ और फिर काजीरंगा को राष्ट्रीय उद्यान घोषित कर दिया गया। इस तरह 11 फरवरी 1974 इस पार्क को भारतीय सरकार से आधिकारिक मान्यता प्राप्त हुई और वर्ष 1985 में, काजीरंगा नेशनल पार्क ने यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल की घोषणा प्राप्त की । 

काजीरंगा नेशनल पार्क में वनस्पति और जीव

काजीरंगा नेशनल पार्क में आपको प्रकृति की अछूती एवं शांत सुंदरता का आभास होगा। यह सर्वाधिक बाघ घनत्व वाला स्थान है। यहाँ आपको बड़ी बिल्लियों, रॉयल बंगाल टाइगर्स और तेंदुओं की झलक भी देखने को मिलेगी। इसके साथ ही आपको उद्यान में गिद्धों और सांपों की कई प्रजातियाँ जैसे किंग कोबरा, भारतीय पायथन और रॉक पायथन भी देखने को मिलेंगे। यहाँ पक्षियों की 400 से अधिक प्रजाति एवं 13 से अधिक विभिन्न प्रकार के कछुए मौजूद है। इसके साथ ही साँपों की 16 से अधिक प्रजातियाँ, छिपकलियों की 10 से अधिक प्रजातियाँ और कई छोटे जानवर और कीड़े, प्रसिद्ध मगरमच्छ – घड़ियाल भी काजीरंगा नेशनल पार्क में पाए जाते हैं।

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काजीरंगा नेशनल पार्क के प्रमुख आकर्षण

काजीरंगा नेशनल पार्क में आप सफारी यात्रा का आनंद लें सकते हैं। यह यात्रियों के लिए मुख्य आकर्षण केंद्र बनी हुई है। यहां आने वाले सभी पर्यटक जीप सफारी यात्रा करना बेहद पसंद करते हैं और उस दौरान भारतीय गैंडा, जंगली भैंसा, भारतीय हाथी, काला भालू, सांभर, मैकाक, स्लोट बियर, जंगली सूअर, भारतीय तेंदुआ, और कई तरह के पक्षिओं को देख सकते हैं।  बता दें कि कांजीरंगा में कई तरह के प्रवासी पक्षी भी पाए जाते हैं जो पक्षी और प्रकृति से प्यार करने वाले पर्यटकों के मन में उत्साह भर देते हैं। इसके अलावा आप निम्न जगहों में भी घूम सकते हैं। 

  • हॉलोंगापार गिब्बन अभयारण्य
  • काजीरंगा राष्ट्रीय आर्किड और विविधता पार्क
  • जातीय गांव (कार्बी आंगलोंग जिला)
  • हाथीकुली चाय बागान

FAQs 

काजीरंगा नेशनल पार्क में कौन सा जानवर सबसे ज्यादा पाया जाता है?

काजीरंगा नेशनल पार्क एक सींग का गैंडा (भारतीय गेंडा) के लिए विशेष रूप से प्रसिद्ध है।

काजीरंगा नेशनल पार्क घूमने का सबसे अच्छा समय कौन सा है?

काजीरंगा नेशनल पार्क घूमने का सबसे अच्छा समय नवंबर से अप्रैल के बीच है। इस समय में जलवायु ठंडी और सुखद रहती है तो ऐसे में आप पार्क के भीतर जंगल सफारी की सवारी का सबसे अच्छा आनंद ले सकता है। वहीं इस दौरान पक्षियों की अधिकांश प्रजातियाँ देखी जाती हैं।

काजीरंगा पार्क क्यों प्रसिद्ध है?

असम में स्थित काजीरंगा पार्क, एक सींग वाले गैंडों के लिए दुनिया का सबसे बड़ा निवास स्थान होने के लिए प्रसिद्ध है।

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान की स्थापना कब हुई थी?

भारत के असम राज्य में स्थित काजीरंगा को वर्ष 1905 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था और 1908 में यह स्थापित हुआ था। 

सबसे पहला नेशनल पार्क कौन सा है?

कॉर्बेट पार्क भारत का पहला राष्ट्रीय पार्क है, जो सन् 1936 ई. में स्थापित हुआ था। पहले इसका नाम हैली नेशनल पार्क था।

आशा है कि आपको काजीरंगा नेशनल पार्क (Kaziranga National Park in Hindi) से जुड़ी सभी जानकारी इस लेख में मिल गयी होगी। वैश्विक धरोहर से जुड़े ऐसे ही अन्य ब्लॉग पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहिए।

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