कल पड़ना मुहावरे का अर्थ (Kal Padna Muhavare Ka Arth) होता है चैन मिलना, तो उसके लिए कल पड़ना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप कल पड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
कल पड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
कल पड़ना मुहावरे का अर्थ (Kal Padna Muhavare Ka Arth) होता है, चैन मिलना।
कल पड़ना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “कल पड़ना मुहावरे का अर्थ” है की कल रात बारिश हुई तो थोड़ी कल पड़ी।
कल पड़ना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
कल पड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- सुरेश का जब तक सारा काम न हो जाए तब तक उसे कल नहीं पड़ता।
- सुमन की ज़न्दगी में कल पड़ना नाम की तो कोई चीज हे नहीं है।
- कल शाम को बारिश होने के कारण थोड़ी कल पड़ी।
- जब तक साक्षी के पिता उसे घुमा के नहीं ले आए तब तक साक्षी को कल नहीं पड़ी।
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आशा है कि कल पड़ना मुहावरे का अर्थ (Kal Padna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।