शुरुआती शिक्षा अच्छी होने पर स्टूडेंट्स के आगे की राह आसान होती है। बच्चों को स्किल्ड और इंप्लाॅयमेंट ओरिएंटेड एजुकेशन देने के लिए झारखंड, सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंड्री एजुकेशन (CBSE) से संबद्ध 80 मॉडल स्कूल खोलने के लिए तैयार है। यहां बच्चों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाया जाएगा। स्टूडेंट्स को 11 अलग-अलग कोर्सेज के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग दी जाएगी।
पेरेंट्स की ओर से दिए गए आवेदन और डिपार्टमेंट द्वारा निर्धारित की गई योग्यता के आधार पर मेरिट लिस्ट निकाली जाएगी। यह मेरिट लिस्ट जिला स्तर पर निकाली जाएगी और स्कूल के अनुसार सीटों की संख्या घट या बढ़ सकती है।
झारखंड अकेडमिक काउंसिल की ओर से आयोजित परीक्षा और सीटें खाली रहने पर जिला स्तरीय चयन समिति द्वारा आयोजित चयन परीक्षा के माध्यम से तैयार मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन होगा।
स्कूलों में आईसीटी लैब के साथ ही स्मार्ट क्लास की व्यवस्था
राज्य के 80 उत्कृष्ट विद्यालयों में आईसीटी लैब के साथ ही स्मार्ट क्लास की व्यवस्था की गई है। इसके माध्यम से हर दिन कंप्यूटर की शिक्षा और अन्य सब्जेक्ट को समझने में आसानी रहेगी। स्टूडेंट्स में साइंस के प्रति रूझान विकसित करने तथा उनमें वैज्ञानिक सोच को आगे बढ़ाने के लिए राज्य के 80 उत्कृष्ट विद्यालयों में साइंस लैब को तैयार किया जा रहा है।
‘हमारे बच्चे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं’
मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारे बच्चे किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। जरूरत है कि हम उन्हें संसाधनों के साथ जोड़ें। इन बच्चों के भविष्य के लिए रोजाना योजनाएं बनाई जा रही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के बच्चे-बच्चियां खेल के क्षेत्र में देश और दुनिया राज्य के 80 उत्कृष्ट विद्यालयों में आधुनिक एवं सभी आवश्यक व्यवस्थाओं सहित पुस्तकालय की व्यवस्था की गई है। विद्यार्थियों के लिए उपयोगी पुस्तकें, दैनिक समाचार पत्र, प्रतियोगी परीक्षाओं की पुस्तकों के साथ-साथ पत्र-पत्रिका की व्यवस्था की गई है।
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