औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (ITI) कोर्स 8वीं, 10वीं या 12वीं के बाद तकनीकी और व्यावहारिक शिक्षा प्रदान करते हैं, जो छात्रों को विभिन्न उद्योगों में रोजगार के लिए तैयार करते हैं। आपको बता दें कि ये कोर्स 6 महीने से 2 साल तक के होते हैं और तकनीकी (इंजीनियरिंग) एवं गैर-तकनीकी (नॉन-इंजीनियरिंग) दोनों श्रेणियों में उपलब्ध हैं। सरकारी और निजी संस्थानों द्वारा संचालित ये कोर्स, कम खर्च में अच्छी स्किल्स और रोजगार के अवसर प्रदान करते हैं। डीजीईटी द्वारा मान्यता प्राप्त ये कोर्स तेजी से प्रोफेशनल करियर की ओर मार्ग प्रशस्त करते हैं। इस लेख में आईटीआई कोर्स लिस्ट और उससे जुड़ी आवश्यक जानकारी दी गई है।
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आईटीआई क्या है?
आईटीआई का पूर्ण रूप ‘औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान’ (Industrial Training Institute) है। यह एक तकनीकी शिक्षा संस्थान होता है जहाँ छात्रों को विभिन्न ट्रेडों (जैसे इलेक्ट्रीशियन, फिटर, वेल्डर, प्लंबर आदि) में व्यावसायिक प्रशिक्षण दिया जाता है। आईटीआई में एडमिशन आमतौर पर 8वीं, 10वीं या 12वीं पास छात्र ले सकते हैं। कोर्स की अवधि 6 महीने से 2 साल तक होती है, जो ट्रेड पर निर्भर करती है।
बेस्ट आईटीआई कोर्स 2025
जो छात्र ITI कोर्स करना चाहते हैं, उनके लिए भारत में कौशल विकास मंत्रालय और उद्यमिता मंत्रालय की आधिकारिक वेबसाइट से 10वीं और 12वीं के बाद के टॉप आईटीआई कोर्स की सूची नीचे तालिका में दी गई है। हालाँकि इन कोर्सेज की अवधि को अपने संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट पर भी चेक कर सकते हैं –
10वीं के बाद टॉप आईटीआई कोर्सेज की लिस्ट
| कोर्स | स्ट्रीम | अवधि |
| प्लंबर | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| सर्वेयर | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| पेंट टेक्नोलॉजी | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| इलेक्ट्रीशियन | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| पेंट टेक्नोलॉजी | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| पम्प ऑपरेटर | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| मशीन टूल मेनर्टिनेंस | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| डीजल मैकेनिक | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| ड्रेस मेकिंग | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| कॉरपेंटर | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| फुट वियर मेनुफैक्चरिंग | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| मैकेनिक ऑटोमोटिव | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| शीट मेटल वर्कर | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| टूल एवं डाँई मेकर | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| मोटर ड्राइविंग-कम-मैकेनिक | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| रेफिजरेशन | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| ड्राफ्ट्समैन (सिविल) | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| टर्नर | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| फिटर | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| इंफार्मेशन टेक्नोलॉजी और ईएसएम | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| मैकेनिक रेडियो और टीवी इंजीनियरिंग | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| हैंड कंपोजिटर | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| ब्लीचिंग एवं डाइंग केलिको प्रिंट | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| लेटरप्रेस मशीन मरम्मतकर्ता | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| फल एवं सब्जी प्रोसेसर | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
12वीं के बाद टॉप आईटीआई कोर्सेज की लिस्ट
| कोर्स | स्ट्रीम | अवधि |
| कंप्यूटर ऑपरेटर और प्रोग्रामिंग असिस्टेंट (COPA) | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| स्वास्थ्य और स्वच्छता निरीक्षक | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| फिजियोथेरेपी टेक्निशियन | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| डेंटल लेबोटरी एक्यूपमेंट टेक्निशियन | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| ह्यूमन रिसोर्स एक्यूकिटिव | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| आर्किटेक्चरल ड्राफ्ट्समैनशिप | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| फूड प्रोडेक्शन (जनरल) | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| ट्रेवल एंड टूर असिसटेंट | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| मरीन फिटर | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| बेसिक कॉस्मेटोलॉजी | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| रेडियोलॉजी तकनीशियन | इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| स्टेनोग्राफी हिन्दी | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| स्टेनोग्राफी अंग्रेजी | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| इंस्ट्रूमेंट मैकेनिक | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| कंप्यूटर हार्डवेयर एंड नेटवर्क मेंटेनन्स | नॉन-इंजीनियरिंग | 1-2 वर्ष |
| डेस्कटॉप पब्लिशिंग ऑपरेटर | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| मैकेनिक लेंस या प्रिज्म पीस | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| मैकेनिक एग्रीकल्चर मशीनरी | इंजीनियरिंग | 2 वर्ष |
| हेल्थ, सेफ्टी और इनवॉयमेंट | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
| मार्केटिंग एक्यूटिव | नॉन-इंजीनियरिंग | 1 वर्ष |
आईटीआई कोर्स के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
आईटीआई कोर्स विभिन्न प्रकार के होते हैं और कोर्स के अनुसार एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया में बदलाव हो सकता है। हालांकि ITI कोर्स के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता कक्षा 8वीं से 12वीं की बीच है। छात्र आईटीआई कोर्स चुनने से पहले संबंधित राज्य या संस्थान की आधिकारिक वेबसाइट से पात्रता की पुष्टि अवश्य कर लें, क्योंकि कुछ नियम संस्थान अनुसार भिन्न हो सकते हैं। आईटीआई कोर्स के लिए बेसिक पात्रता मानदंड इस प्रकार है:
- आवेदक का किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से न्यूनतम 8वीं, 10वीं या 12वीं पास होना अनिवार्य है।
- किस कक्षा के बाद प्रवेश मिलेगा, यह चयनित ट्रेड (कोर्स) पर निर्भर करता है।
- आवेदन के समय अभ्यर्थी की आयु न्यूनतम 14 वर्ष और अधिकतम 40 वर्ष होनी चाहिए। हालांकि आरक्षित वर्ग (SC/ST/OBC) के उम्मीदवारों को आयु सीमा में सामान्यतः 2 से 5 वर्ष की छूट दी जाती है।
- आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
- कुछ कोर्स के लिए विशेष विषय जैसे गणित और विज्ञान जरूरी हो सकते हैं।
- आवेदक का शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ होना आवश्यक है। ध्यान दें कि कुछ ट्रेडों के लिए मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट अनिवार्य हो सकता है।
आईटीआई कोर्स चुनने से पहले ध्यान देने योग्य बातें
आईटीआई कोर्स में एडमिशन लेने से पहले निम्नलिखित बिंदुओं को ध्यान रखें:
- अपनी रुचि, क्षमता और भविष्य की मांग को ध्यान में रखकर ट्रेड चुनें।
- संस्थान NCVT/SCVT से मान्यता प्राप्त हो, ताकि सर्टिफिकेट मान्य और उपयोगी हो।
- कोर्स की अवधि और योग्यता जानें।
- प्लेसमेंट और ट्रेनिंग सुविधा देखें।
- फीस और छात्रवृत्ति की जानकारी लें।
भारत के प्रमुख आईटीआई संस्थान
यहाँ भारत के टॉप आईटीआई संस्थानों की सूची दी गई है:
- जीजाबाई महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, दिल्ली
- राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अलीपुरद्वार, पश्चिम बंगाल
- आईटीआई बरहामपुर, ओडिशा
- सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, पुरुलिया, पश्चिम बंगाल
- सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (महिला), रायबरेली, उत्तर प्रदेश
- सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, उलुंदुरपेट्टई, तमिलनाडु
- सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, त्रिची, तमिलनाडु
- औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, मांडवी, गुजरात
- सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (महिला), नमक्कल, तमिलनाडु
- सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (महिला), मदुरै, तमिलनाडु
- औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान सढौरा, हरियाणा
- सरकारी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, तिरुचेंदूर, तमिलनाडु
- सालबोनी प्राइवेट औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान मिदनापुर, पश्चिम बंगाल
आईटीआई कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया
आईटीआई कोर्स के लिए प्रवेश प्रक्रिया राज्य सरकार या संबंधित तकनीकी शिक्षा बोर्ड द्वारा आयोजित की जाती है। आमतौर पर इसमें कोई प्रवेश परीक्षा नहीं होती, बल्कि 8वीं, 10वीं या 12वीं कक्षा के अंकों के आधार पर मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है। इसके बाद ऑनलाइन या ऑफलाइन काउंसलिंग प्रक्रिया के माध्यम से छात्रों को उनके पसंदीदा ट्रेड और संस्थान में प्रवेश दिया जाता है। हालांकि कुछ राज्यों या प्राइवेट संस्थानों में अलग से एंट्रेंस टेस्ट भी हो सकता है।
आईटीआई कोर्स की फीस और छात्रवृत्ति
आईटीआई कोर्स की फीस ट्रेड, संस्थान (सरकारी या प्राइवेट) और राज्य के अनुसार अलग-अलग होती है। सरकारी आईटीआई की फीस प्राइवेट संस्थानों की तुलना में कम होती है। वहीं आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग, SC/ST/OBC और अल्पसंख्यक समुदाय के छात्रों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं के तहत छात्रवृत्ति दी जाती है। छात्र छात्रवृत्ति के लिए अपने संस्थान या राष्ट्रीय छात्रवृत्ति पोर्टल (NSP) के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं।
आईटीआई कोर्स के बाद करियर विकल्प
आईटीआई कोर्स के बाद छात्रों के पास कई अच्छे करियर विकल्प होते हैं, जो उनकी स्किल, चुने गए ट्रेड और रुचि पर निर्भर करते हैं। यह कोर्स छात्रों को तकनीकी और व्यावसायिक रूप से सक्षम बनाता है, जिससे वे नौकरी के साथ-साथ स्वरोजगार के लिए भी तैयार होते हैं। यहां आईटीआई कोर्स के बाद कुछ प्रमुख करियर ऑप्शंस की सूची दी गई है:-
सरकारी नौकरी
आईटीआई पास अभ्यर्थी विभिन्न सरकारी विभागों में तकनीकी पदों के लिए आवेदन कर सकते हैं। रेलवे में टेक्नीशियन, फिटर, इलेक्ट्रिशियन जैसे पदों पर नियमित भर्तियां होती हैं। इसके अलावा, सरकारी बिजली बोर्ड में लाइनमैन और टेक्निकल हेल्पर जैसे पद उपलब्ध होते हैं। DRDO, ISRO, BHEL, ONGC जैसी प्रतिष्ठित सार्वजनिक उपक्रम (PSUs) में भी ITI धारकों के लिए नौकरियों के अवसर होते हैं।
वहीं भारतीय सेना, नौसेना और वायुसेना में भी तकनीकी पदों के लिए ITI पास युवाओं की भर्ती की जाती है। राज्य और केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में टेक्निकल असिस्टेंट जैसे पदों पर भी अवसर मिलते हैं। इन सभी क्षेत्रों में अच्छा वेतन, स्थायित्व और अन्य सरकारी लाभ मिलते हैं, जिससे यह छात्रों के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक करियर विकल्प बन जाता है।
प्राइवेट सेक्टर में नौकरी के विकल्प
आईटीआई कोर्स के बाद प्राइवेट सेक्टर में रोजगार के कई अवसर उपलब्ध होते हैं। छात्र अपनी ट्रेड विशेषज्ञता के आधार पर विभिन्न उद्योगों में आसानी से नौकरी प्राप्त कर सकते हैं। ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री में टेक्नीशियन, मैकेनिक और असेंबली ऑपरेटर जैसे पदों की मांग रहती है। इलेक्ट्रॉनिक्स और मशीनरी कंपनियाँ प्रशिक्षित आईटीआई युवाओं को मशीन ऑपरेशन, रिपेयर और मेंटेनेंस जैसे कार्यों के लिए नियुक्त करती हैं।
वहीं कंस्ट्रक्शन और मैन्युफैक्चरिंग कंपनियों में फिटर, वेल्डर और तकनीकी सहायक जैसे कामों के लिए कई नौकरी के अवसर होते हैं। टेलीकॉम सेक्टर में वायरिंग, इंस्टॉलेशन और सर्विस टेक्नीशियन के रूप में नौकरियाँ मिलती हैं। इसके अलावा ‘हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग’ (HVAC) प्लंबिंग, वेल्डिंग जैसे क्षेत्रों में स्वरोजगार और ठेकेदारी के माध्यम से भी अच्छा करियर बनाया जा सकता है।
एप्रेंटिसशिप और ट्रेनिंग
आईटीआई कोर्स के बाद एप्रेंटिसशिप और ट्रेनिंग के अच्छे अवसर मिलते हैं। कई सरकारी और प्राइवेट कंपनियां ITI पास छात्रों को Apprentice Act, 1961 के तहत ट्रेनिंग देती हैं। इस दौरान छात्रों को स्टाइपेंड भी मिलता है, जिससे वे आर्थिक रूप से सक्षम रहते हैं। एप्रेंटिसशिप के अनुभव से छात्रों को व्यावहारिक ज्ञान और कौशल प्राप्त होता है। यह ट्रेनिंग भविष्य में स्थायी नौकरी पाने में मदद करती है। इसलिए, एप्रेंटिसशिप ITI छात्रों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होता है, जो उनकी करियर की सफलता में सहायक साबित होता है।
स्वरोजगार
आईटीआई कोर्स के बाद छात्र स्वरोजगार के माध्यम से अपना करियर बना सकते हैं। वे इलेक्ट्रिशियन, मोटर मैकेनिक, प्लंबर, वेल्डर या मोबाइल रिपेयरिंग जैसी सर्विस या दुकान शुरू कर सकते हैं। इससे वे स्वतंत्र रूप से काम कर सकते हैं। सरकार की ‘मुद्रा योजना’ जैसी योजनाओं से लोन लेकर भी व्यवसाय शुरू करना आसान हो जाता है। इस तरह, ITI छात्रों के लिए स्वरोजगार एक अच्छा और लाभकारी विकल्प है, जो उन्हें आत्मनिर्भर बनाता है।
उच्च शिक्षा
आईटीआई कोर्स के बाद छात्र अपनी पढ़ाई आगे बढ़ा सकते हैं। वे अपने ट्रेड से जुड़े डिप्लोमा कोर्स (पॉलिटेक्निक) में भी एडमिशन ले सकते हैं। कई कोर्सेज में लैटरल एंट्री के जरिए सीधे डिप्लोमा के दूसरे वर्ष में एडमिशन मिलता है। इसके बाद छात्र B.Tech या अन्य इंजीनियरिंग और तकनीकी डिग्री कोर्सेज में भी प्रवेश ले सकते हैं।
विदेश में रोजगार
आईटीआई कोर्स के बाद छात्र विदेश में भी रोजगार पा सकते हैं। खाड़ी देश, मलेशिया और सिंगापुर जैसे देशों में कुशल तकनीशियनों की काफी माँग होती है। कुछ अनुभव और पासपोर्ट होने पर ITI पास युवा आसानी से विदेश में नौकरी प्राप्त कर सकते हैं।
आईटीआई कोर्स की मांग और भविष्य
आईटीआई कोर्स की मांग और भविष्य काफी बेहतर और संभावनाओं से भरा हुआ है। देश में बढ़ती तकनीकी जरूरतों और स्किल्ड वर्कफोर्स की कमी के कारण कुशल तकनीशियनों की मांग लगातार बढ़ रही है। ‘मेक इन इंडिया’, ‘डिजिटल इंडिया’ और ‘आत्मनिर्भर भारत’ जैसे अभियानों से इंडस्ट्री में आईटीआई पास युवाओं की जरूरत बढ़ी है। इलेक्ट्रिकल, मशीनरी, ऑटोमोबाइल, कंस्ट्रक्शन, और टेक्निकल सर्विस जैसे क्षेत्रों में ITI धारकों को रोजगार के अच्छे अवसर मिल रहे हैं। इसके अलावा विदेशों में भी स्किल्ड वर्कर्स की मांग बनी हुई है।
FAQs
आईटीआई में इलेक्ट्रिशियन, फिटर और डीजल मैकेनिक जैसे कोर्स सबसे अच्छे माने जाते हैं क्योंकि इनमें रोजगार के अवसर अधिक होते हैं।
आईटीआई में लगभग 100 से अधिक ट्रेड और कोर्स उपलब्ध होते हैं, जो तकनीकी और गैर-तकनीकी दोनों क्षेत्रों से जुड़े होते हैं।
ट्रेड और संस्थान के अनुसार आईटीआई कोर्स आमतौर पर 6 महीने से 2 साल तक का होता है।
आईटीआई में एडमिशन आमतौर पर शैक्षणिक योग्यता और मेरिट के आधार पर या कुछ जगहों पर प्रवेश परीक्षा के जरिए होता है।
रेलवे के लिए फिटर, इलेक्ट्रिशियन और मेकेनिकल ट्रेड सबसे बेहतर आईटीआई कोर्स माने जाते हैं।
हाँ, कई राज्यों में ITI पास छात्रों के लिए डिप्लोमा में लेटरल एंट्री और फिर आगे हायर स्टडीज का रास्ता भी खुल जाता है।
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