आपके प्लेसमेंट या एडमिशन के लिए ज़रूरी GD हिंदी टॉपिक्स

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अब वह पुराने दिन गए जब आपको नौकरी सिर्फ इंटरव्यू से मिल जाती थी । नौकरी तो दूर अब तो आपको आगे पढ़ने के लिए भी इंटरव्यू देना होता है। आज के दौर में बात चाहे नौकरी की हो या कॉलेज में एडमिशन की, या किसी प्रतियोगिता एग्जाम की, चयन मात्र आपके एकेडमिक प्रदर्शन और स्किल पर निर्भर नहीं होता। आज आपके पर्सनालिटी, लैंग्वेज स्किल, कम्युनिकेशन स्किल्स और अनेक अनेक काबिलियत को अलग-अलग तरीके से देखा जाता है। आज के दौर में ग्रुप डिस्कशन चयन प्रक्रिया का एक अभिन्न अंग बन के आया है। ग्रुप डिस्कशन के माध्यम से उम्मीदवार के ज्ञान के साथ-साथ उनकी बातचीत का स्टाइल, तथ्यों के साथ पेश करने की क्षमता का भी पता चलता है। इसलिए यदि आप जल्द ही अपनी डिग्री पूरी करने वाले हैं और अपने कॉलेज की प्लेसमेंट्स यानी चयन प्रक्रिया में हिस्सा लेने वाले हैं, तो हमने आपके लिए GD Hindi Topics for Placement की एक लिस्ट तैयार की है। यह लिस्ट आपको आपकी पसंदीदा नौकरी दिलाने में आपकी सहायता करेगी। चलिए, GD Hindi Topics for Placement को इस ब्लॉग में विस्तार से जानते हैं। 

प्लेसमेंट के लिए GD हिंदी टॉपिक्स 

ग्रुप डिस्कशन में किसी भी विषय से सवाल आ सकता है। आपको इसके लिए तैयार रहना चाहिए। कभी-कभी यह थोड़े मुश्किल भी हो सकते हैं।  लेकिन इनमें से अधिकतर टॉपिक ताज़े मामलों, सामान्य ज्ञान, वैश्विक राजनीति, लोकप्रिय पर्सनालिटी, लोकप्रिय विचारों और सामाजिक मुद्दों से संबंधित होते हैं। हमने जीडी के विषय लिस्ट किए हैं ताकि आपको इन्हें समझने में आसानी हो। कुछ महत्वपूर्ण GD Hindi Topics for Placement  नीचे दिए गए है –

  1.  भारत में नई शिक्षा नीति 2022
  2.  ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक रोजगार कैसे पैदा करें?
  3.  ओपन बुक एग्जाम- फायदा और नुकसान
  4.  भारतीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए कदम
  5.  क्या समय सीमा रचनात्मकता को नकारात्मक रूप से प्रभावित करती है?
  6. वर्क फ्रॉम होम- फायदा और नुकसान
  7.  धारा 370 का हटना
  8. लद्दाख में भारत-चीन सीमा संघर्ष
  9. भारत में इलेक्ट्रिक वाहन
  10. भारत में उच्च शिक्षा
  11. भारत में उच्च शिक्षा का भविष्य
  12. भारत-रूस संबंध
  13. क्या आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मानव की जगह ले रहा है?
  14.  लोकतंत्र और तानाशाही के बीच अंतर
  15.  कार्यक्षेत्र में महिलाएं
  16. क्रिप्टोकरेंसी
  17. डिजिटल इंडिया
  18. भारत में मेंटल हेल्थ
  19. भारत में समलैंगिक विवाह – प्रगतिशील सोच या भारतीय संस्कृति के लिए   खतरा?
  20. फ्यूचर पोस्ट कोविड-19
  21. क्या सोशल मीडिया हमारी रचनात्मकता को खत्म कर रहा है?
  22. क्या भारत में फिल्मों पर सेंसरशिप को खत्म कर देना चाहिए?
  23. कोविड-19 महामारी के दौरान ऑनलाइन शिक्षा का प्रभाव
  24. क्या भारत को UNSC में स्थायी सीट मिल सकती है?
  25. कैशलेस अर्थव्यवस्था – एक सफलता या विफलता?
  26. वर्तमान समय में कार्य और जीवन संतुलन की कमी
  27. मीटू (Me Too) का प्रभाव

प्लेसमेंट के लिए GD हिंदी टॉपिक्स के प्रकार 

प्लेसमेंट के लिए जीडी के विषय के प्रकार क्षेत्र, डोमेन या थीम जैसे बिजनेस और इकोनॉमी, सामाजिक मुद्दों, अंतरराष्ट्रीय मामलों और सार विषयों के अनुसार अलग हो सकते हैं। प्लेसमेंट के लिए यह विभिन्न प्रकार के जीडी के विषय हैं, जैसे-

व्यापार और अर्थव्यवस्था

यदि आप एमबीए के लिए GD Hindi Topics for Placement की खोज में हैं, तो आपको बिजनेस और अर्थव्यवस्था क्षेत्र में चलन के मुख्य मुद्दों का अध्ययन करना चाहिए। बिजनेस और अर्थव्यवस्था के संदर्भ में प्रमुख GD Hindi Topics for Placement यहां दिए गए हैं:

  1. व्यावसायिक क्षेत्र के साथ-साथ भारतीय अर्थव्यवस्था पर कोरोना का प्रभाव
  2. गिग (GIG) इकोनॉमी: खूबियां और खामियां
  3. क्रिप्टो करेंसी: वरदान या अभिशाप?
  4. भारतीय अर्थव्यवस्था पर बैंक विलय का प्रभाव
  5. स्टार्टअप इंडिया
  6. ई-बिजनेस और ई-कॉमर्स
  7. हर बिजनेस के लिए सोशल मीडिया मार्केटिंग का महत्व
  8. व्यवसायों के लिए सोशल मीडिया के लाभ

सामाजिक मुद्दे

सामाजिक जागरूकता के संदर्भ में उन शीर्ष GD Hindi Topics for Placement पर रिसर्च करें। जिनके लिए आपको लगता है कि यह मुद्दे आ सकते हैं-

  1. महिला अधिकारिता और लैंगिक न्याय
  2. कार्यस्थल में महिलाएं
  3. क्या कार्यस्थलों में सीसीटीवी कैमरे प्रभावी हैं?
  4. फेक न्यूज
  5. कार्यस्थल में ब्राउज़िंग: क्या यह रचनात्मकता को मारता है?
  6. शुद्ध निष्पक्षता
  7. लोकतंत्र में सामाजिक सक्रियता की क्या भूमिका है?

इंजीनियरों के लिए प्लेसमेंट के लिए GD हिंदी टॉपिक्स

इंजीनियरिंग स्नातकों के लिए प्लेसमेंट ड्राइव के लिए जीडी विषय प्रौद्योगिकी पर आधारित विषयों से लेकर करंट अफेयर्स के साथ-साथ सामान्य ज्ञान तक हो सकते हैं। इंजीनियरों के लिए GD Hindi Topics for Placement महत्वपूर्ण नीचे दिए गए हैं- 

  1. ई-लर्निंग: लाभ और चुनौतियां
  2. प्रौद्योगिकी शिक्षा का चेहरा कैसे बदल रही है
  3. सह-शिक्षा के लाभ
  4. विज्ञान: वरदान या अभिशाप?
  5. क्या टेक्नोलॉजी हमें कम काबिलियत वाला इंसान बना रही है?
  6. ऑनलाइन गेमिंग: फायदे और नुकसान
  7. साइबर अपराध और साइबर सुरक्षा
  8. ईकोटैक्नोलॉजी हमारे ग्रह पृथ्वी को कैसे बचा सकती है?

संक्षेप (Abstract) टॉपिक

इन स्पेसिफिक विषयों के अलावा, प्लेसमेंट के लिए कुछ ऐब्स्ट्रैक्ट GD के विषय यहां दिए गए हैं-

  1. कड़ी मेहनत ही सफलता की कुंजी
  2. हार्ड वर्क बनाम स्मार्ट वर्क
  3. तथ्य बनाम राय: कोई तथ्य नहीं केवल राय है
  4. नेता या अनुयायी
  5. इनोवेशन बनाम इंवेंशन: क्या महत्वपूर्ण है?
  6. क्या वर्क-लाइफ बैलेंस सिर्फ एक मिथक है?
  7. जल्दबाजी गलत है
  8. अच्छी बातें अच्छी सोच से आती हैं
  9. गलत काम करने का कोई सही तरीका नहीं है
  10. सीमारहित दुनिया: क्या यह एक मिथक है या चिंतनीय वास्तविकता है?

लोकप्रिय प्लेसमेंट के लिए GD हिंदी टॉपिक्स

यदि आप सोच रहे हैं कि जीडी की तैयारी कैसे करें, तो हमने प्लेसमेंट ड्राइव के लिए कुछ प्रमुख जीडी के विषय डिटेल में दिए हैं, जो आपको अपने तर्कों को बेहतर तरीके से रखना सिखाएंगे-

वर्क फ्रॉम होम

विश्व भर की कंपनियों और संगठनों द्वारा अपनाई गई वर्तमान में लोकप्रिय ‘वर्क फ्रॉम होम’ ने लोगों को अपने समय के साथ-साथ ऑफिस और घर के बीच ट्रैवल खर्च की बचत का नया मौका दिया है। महामारी में वर्क फ्रॉम होम करने से आप अपना काम वायरस या अनहोनी की चपेट में आए बिना कर सकते हैं। वहीँ, इससे कर्मचारियों पर बोझ बहुत ज्यादा ही बढ़ गया है क्योंकि काम के समय के लचीलेपन के कारण उन्हें ज्यादा काम दिया जा सकता है, कुछ मामलों में दिया भी जा रहा है। यही नहीं वीडियो कॉलिंग से ऑनलाइन की जाने वाली सभी मीटिंग्स के लिए, एक मजबूत इंटरनेट कनेक्शन होना बहुत आवश्यक हो गया है, क्योंकि इसमें किसी भी परेशानी के चलते काम रुक सकता है और शेड्यूल में ऊपर-नीचे हो सकता है, अगर इंटरनेट किसी दिन बारिश या आंधी की वजह से ठप पड़ा है तो यह आपके कम पर असल डाल सकता है।

ओपन बुक एग्जाम 

देशभर के शिक्षाविदों के भीतर ओपन बुक एग्जाम बहस के मुख्य विषयों में है। कई देशों ने इसे अपने विश्वविद्यालयों में लागू भी कर दिया है। यह प्लेसमेंट के लिए लोकप्रिय रूप से पूछे जाने वाले जीडी विषयों में से एक है। यहाँ इस विषय का एक सारांश है-

ओपन बुक लर्निंग का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह रटने की संस्कृति को प्रभावी ढंग से हटा देगा और यह छात्रों के विभिन्न विचारों को और अधिक ठोस रूप से समझने की बेहतर समझ देगा। लेकिन, इससे कई छात्र परीक्षा को हल्के में ले लेंगे और उनका ध्यान पढ़ाई से हट सकता है और यह छात्रों के याद रखने के प्रशिक्षण पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है, जो कि गलत भी है।

क्या समय सीमा नकारात्मक रूप से रचना शैली को प्रभावित करती है?

आमतौर पर देखने को मिलता है कि किसी संगठन में कर्मचारी अपने काम की गुणवत्ता से केवल इसलिए समझौता कर लेते हैं क्योंकि उन्हें अपने कार्यों को एक तय समय सीमा के भीतर पूरा करना होता है। समय-सीमा कर्मचारियों को किसी विशेष कार्य को एक निर्धारित समय में या एक निश्चित तिथि तक पूरा करने के लिए दवाब देती है और इसमें अधिक गुणवत्ता के लिए रचनात्मक विचारों का उपयोग करने की गुंजाइश कम होती है। समय-सीमा विलंब और व्यावसायिक कार्यों को सामान्य रूप से चलने की अनुमति नहीं देती है।

MeToo का प्रभाव

प्लेसमेंट के लिए जीडी विषयों की हमारी लिस्ट में एक और महत्वपूर्ण विषय है MeToo आंदोलन। इसके इतिहास के बारे में रिसर्च करना बेहद ज़रूरी है और यह कैसे एक वैश्विक मंच पर कई महिलाओं और उनकी अनकही कहानियों को सामने लाया। यहाँ इस विषय के लिए कुछ महत्वपूर्ण संकेत दिए गए हैं। कई महिलाओं को इस बात का डर था कि अगर उन्होंने अपनी बात की तो अपराधियों से बदला लिया जा सकता है, लेकिन इस सामूहिक आंदोलन ने उन्हें अपनी कहानी कहने का मौका और हिम्मत दी। अब शक्तिशाली पदों पर आसीन लोग महिलाओं को काम दिलाने के एवज में उनका फायदा नहीं उठा सकेंगे। दूसरी ओर दुरभाग्य से, कई लोगों ने इसे व्यक्तिगत लाभ प्राप्त करने के लिए एक हथियार के रूप में इस्तेमाल किया और लोगों पर बदला लेने और उनके करियर को नष्ट करने का झूठा आरोप लगाया।

क्या भारत में फिल्मों पर सेंसरशिप को खत्म किया जाना चाहिए?

भारत में यह बहस कई दशकों से चल रही है कि भारतीय सिनेमा वर्जित विषयों की खोज कर रहा है। लेकिन, भारत जैसा समाज जिसमें पुरानी परंपराओं और धार्मिक संवेदनाओं को पवित्रता से रखा जाता है, अनफिल्टर्ड सामग्री वितरित करना व्यावहारिक विचार नहीं है। फिल्मों में सेंसरशिप को खत्म या एक मायने में सीमित कर दिया जाना चाहिए, ताकि भारतीय फिल्में प्रगतिशील विषयों पर अपनी टिप्पणी तैयार कर सकें, जो इस सेंसरशिप के चलते नहीं हो पा रहा है। यह तार्किक और प्रगतिशील समाजों को बढ़ावा देने की दिशा में एक आवश्यक कदम हो सकता है और भारत को सेंसरशिप पर कुछ हद तक छूट देनी चाहिए, जिसका आधुनिक समय में कोई स्थान नहीं है। सेंसरशिप से न केवल एक रूढ़िवादी मानसिकता झलकती है बल्कि यह कलाकार की आवाज़ की हत्या कर देती है।

युक्तियाँ और रणनीतियाँ

ग्रुप डिस्कशन में भाग लेते समय आपके व्यवहार, हावभाव, व्यक्तित्व के साथ-साथ बोल-चाल के स्किल, सबको बारीकी से परखा जाता है, और यह आपके बारे में बहुत कुछ बता भी देता है। GD Hindi Topics for Placement की तैयारी करते समय निम्नलिखित बातों को ध्यान में रखना चाहिए-

  1. अपने विचार व्यक्त करते समय आँख से संपर्क बनाए रखें।
  2. अपनी बातों को स्पष्ट और संक्षिप्त बनाएं और किसी भी प्रकार के दवाब से बचें।
  3. दूसरों की बात ध्यान से सुनें और सबको बोलने दें।
  4. स्पष्ट और तर्कसंगत बात तैयार करें।
  5. आवंटित समय के भीतर अपने विचार प्रस्तुत करने का प्रयास करें।
  6. एक पेशेवर आचार संहिता का पालन और सम्मान करें।
  7. जब दूसरे बोल रहे हों तो कोई रुकावट न डालें।
  8. बोलते समय संयम रखें, आवाज़ उचीं रखने से बचें।

FAQs

GD की फुल फॉर्म क्या होती है?

GD की फुल फॉर्म Group Discussion होती है।

प्लेसमेंट के लिए GD हिंदी टॉपिक्स कौन से हैं?

प्लेसमेंट के लिए GD हिंदी टॉपिक्स की लिस्ट नीचे दी गई है-
1. भारत में नई शिक्षा नीति 2022
2. ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक रोजगार कैसे पैदा करें?
3. ओपन बुक एग्जाम- फायदा और नुकसान
4. भारतीय अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए कदम

इंजीनियरों के लिए प्लेसमेंट के लिए GD हिंदी टॉपिक्स कौन से हैं?

इंजीनियरों के लिए प्लेसमेंट के लिए GD हिंदी टॉपिक्स इस प्रकार हैं:
1. ई-लर्निंग: लाभ और चुनौतियां
2. प्रौद्योगिकी शिक्षा का चेहरा कैसे बदल रही है
3. सह-शिक्षा के लाभ
4. विज्ञान: वरदान या अभिशाप?

आशा है कि आपने GD Hindi Topics for Placement के ब्लॉग में जाना कैसे GD की तैयारी करें। अगर आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं तो आज ही हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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