हमारा पसंदीदा जानवर वह है जिसे हम प्यार करते हैं। पृथ्वी पर मौजूद जानवरों की इस बहुतायत में से मेरा पसंदीदा जानवर कुत्ता है। कुत्ता दुनिया के वफादार जानवरों में से एक कहा जाता है। कुत्ते अपनी बुद्धिमत्ता और सामाजिक व्यवहार के लिए जाने जाते हैं। स्कूल या फिर बोर्ड की परीक्षाओं में अगर निबंध का टाॅपिक मिलता है तो मेरे पसंदीदा जानवर पर निबंध (Essay on My Favourite Animal in Hindi) लिखने के लिए इस ब्लाॅग को अंत तक पढ़ें।
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मेरा पसंदीदा जानवर पर निबंध 100 शब्दों में
100 शब्दों में Essay on My Favourite Animal in Hindi इस प्रकार हैः
मैं अगर अपने पसंदीदा जानवर के बारे में आप लोगों को बताऊं तो मुझे हमेशा से ही कुत्ते बहुत पसंद थे और मैं हमेशा से ही एक कुत्ता पालना चाहता था। इसलिए जब मेरी मां ने मेरे जन्मदिन पर मुझे एक जर्मन शेफर्ड देकर सरप्राइज दिया तो मैं अपने आंसू नहीं रोक पाया। मैं उत्साह और खुशी से उछल पड़ा। मैं कुत्ते की इस नस्ल के बारे में जानने के लिए उत्सुक था। इसलिए, मैंने इसके बारे में खोज की और आश्चर्यजनक रूप से जर्मन शेफर्ड के बारे में बहुत सारी रोचक बातें जान गया। मुझे पता चला कि जर्मन शेफर्ड एक बहुत ही आज्ञाकारी, बुद्धिमान, चौकस, सक्रिय और सुरक्षात्मक कुत्ता है। मुझे अपने कुत्ते के साथ समय बिताना बहुत पसंद है। मैं उसे हर सुबह डॉग पार्क ले जाता हूँ और धीरे-धीरें हम दोनों दोस्त की तरह एक-दूसरे के साथ रह रहें हैं।
मेरा पसंदीदा जानवर पर निबंध 200 शब्दों में
200 शब्दों में Essay on My Favourite Animal in Hindi इस प्रकार हैः
पालतू जानवरों के प्रति मेरा प्यार और लगाव बचपन से ही था। मैं हमेशा से एक कुत्ता चाहता था, और इसके लिए मैंने घर वालों से भी बोला। काफी दिन बीतने के बाद जब किसी ने मेरी नहीं सुनी तो थोड़ा निराश हुआ लेकिन एक दिन मुझे पता चला कि हमारे नए पड़ोसी के पास एक पालतू कुत्ता है। मैं उससे मिलने के लिए बहुत उत्साहित था। उनके पास जो कुत्ता था, वह एक पग था, मैं उसके साथ रोज़ खेलता था।
उसके साथ खेल-खेल में स्नेह इतना बढ़ गया कि मुझे लगने लगा कि हमेशा मेरे साथ रहे लेकिन ऐसा नहीं हो सकता था क्योंकि वह तो मेरे पड़ोसी का कुत्ता था। इसलिए मैनें सोचा कि मुझे एक पालतू कुत्ता चाहिए। जब मुझे पालतू जानवर रखने का मौका मिला, तो मैंने एक पग चुना और दोबारा अपने अपने घरवालों को बोला तो वह मान गए।
अब मैं अपने पालतू जानवर के साथ खेलने जाते हैं तो काफी अच्छा लगता है। उसका मैंने नाम बडी रखा और घरवाले भी अब उसे प्यार करने लगे हैं। बडी हमारे परिवार के साथ बहुत अच्छी तरह घुलमिल गया है और हम सभी उससे बहुत प्यार करते हैं। मेरे कुत्ते की मौजूदगी की वजह से हमारा घर पहले से ज़्यादा सुरक्षित जगह है।
मेरा पसंदीदा जानवर पर निबंध 500 शब्दों में
500 शब्दों में Essay on My Favourite Animal in Hindi इस प्रकार हैः
पालतू जानवरों के प्रति मेरा प्यार और लगाव बचपन से ही था। मैं हमेशा से एक कुत्ता चाहता था लेकिन एक दिन मुझे पता चला कि हमारे नए पड़ोसी के पास एक पालतू कुत्ता है। यह सुनकर मैं उससे मिलने के लिए बहुत उत्साहित था। उनके पास जो कुत्ता था, मैं उसके साथ रोज़ खेलता था।
प्रस्तावना
पालतू जानवर किसी के भी जीवन में एक बड़ा वरदान होते हैं। वे ही एकमात्र ऐसे प्राणी हैं जो हमें बिना किसी शर्त के प्यार करते हैं। किसी भी पालतू जानवर के जीवन का मुख्य उद्देश्य अपने मालिक के साथ रहना होता है और ऐसा हम आज के समय में लगभग हर घर में मौजूद कुत्ते में देखते हैं। आजकल, ‘मालिक’ शब्द भी बदल रहा है और लोग अपने पालतू जानवरों को बच्चों की तरह और खुद को माता-पिता की तरह पसंद करते हैं।
कुत्तों की विषेशताएं
कुत्तों में सूंघने की तीव्र क्षमता होती है और इस विशेषता के कारण वे कभी भी किसी को नहीं भूलते। अत्यधिक बुद्धिमान कुत्ते अपनी पूंछ हिलाकर अपनी खुशी और प्रसन्नता व्यक्त करने की क्षमता रखते हैं। उन्हें सबसे वफादार जानवर माना जाता है। कुत्ते आपके सबसे अच्छे दोस्त हो सकते हैं। वे भावनाओं को समझ सकते हैं।
कुत्ता एक सरल जानवर है जिसमें कोई जटिल विशेषताएं नहीं होती हैं। कुत्ते निस्वार्थ जानवर होते हैं और उनकी कोई असाधारण ज़रूरतें नहीं होती हैं। उन्हें थोड़ी देखभाल और स्नेह की ज़रूरत होती है। एक कुत्ता अपने मालिक के लिए एक अच्छा साथी बन जाता है।
कुत्तों को सबसे वफादार और वफ़ादार प्रजातियों में से एक माना जाता है। कुत्तों को हम इंसानों से अच्छे व्यवहार और अच्छी देखभाल की ज़रूरत होती है, और वे खुश रहते हैं।
अक्सर देखते हैं कि कुत्तों की सहायता से पुलिस हत्यारों, चोरों और डकैतों को गिरफ्तार करती है। सेना भी कुत्तों को प्रशिक्षित करती है।
कुत्ते का जीवन काल
एक कुत्ते का जीवनकाल छोटा होता है, हालांकि यह लगभग 12-15 साल तक जीवित रह सकता है जो उनके आकार पर निर्भर करता है जैसे कि छोटे कुत्ते लंबे जीवन जीते हैं। कुत्ते के बच्चे को पिल्ला या पप कहा जाता है और कुत्ते के घर को केनेल कहा जाता है। कुत्तों को लोगों की सेवा के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है जैसे कि गार्ड डॉग, चरवाहा कुत्ते, शिकार करने वाले कुत्ते, पुलिस कुत्ते, गाइड कुत्ते, खोजी कुत्ते, आदि।
कुत्तों की आवश्यकता
कुत्तों की आवश्यकता लोगों के हिसाब से देखी जाती है। जैसे खोजी कुत्तों को हवाई अड्डों, पुलिस स्टेशनों, सीमाओं और स्कूलों में काम पर रखा जा सकता है। शिकार और ट्रैकिंग कुत्तों में सबसे लोकप्रिय प्रकार के शिकारी कुत्ते, हाउंड, टेरियर और डचशंड हैं। इन कुत्तों को अपने मानव साथियों के लिए आंख, कान और रिट्रीवर बनने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है।
कुत्ते का भोजन
हम में से ज़्यादातर लोग सोचते हैं कि कुत्तों के लिए सबसे प्रमुख भोजन मांस है। यह सच है लेकिन कुत्ते कई फल, अनाज और सब्ज़ियां खा सकते हैं जो उनके लिए सुरक्षित हैं। मांस रहित भोजन कुत्तों के लिए फायदेमंद है क्योंकि वे महत्वपूर्ण खनिजों, विटामिन और फाइबर का स्रोत हैं। बाजार में कई डॉग बिस्किट उपलब्ध हैं जो पालतू जानवरों के स्वास्थ्य के लिए अच्छे हैं। इसमें प्रोटीन और कैल्शियम होता है जो कुत्तों की हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है।
उपसंहार
कुत्ते वास्तव में बहुत मददगार पालतू जानवर हैं। वे अपने मालिक का सम्मान करता है और हमेशा उसके साथ रहते हैं। हमें भी अपने पालतू जानवर का अच्छे से ख्याल रखना चाहिए और उसे अच्छी स्थिति में रखना चाहिए।
FAQs
कुत्तों की औसत आयु 12-15 वर्ष के बीच होती है।
कुत्तों को हमेशा से कई परिवारों में वफादार जानवर माना जाता रहा है। चूंकि वे पालतू होते हैं, इसलिए उनके मालिक भी उन्हें परिवार के सदस्य की तरह मानते हैं। कुत्ते सदियों से प्यार और सुरक्षा का प्रतीक रहे हैं।
अभ्यास महत्वपूर्ण है। विचारों पर मंथन करके, रूपरेखा बनाकर और अपने काम की प्रूफ़रीडिंग करके शुरुआत करें। अलग-अलग निबंधों को पढ़ने से भी से भी आपको सहायता मिल सकती है।
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