दिमाग खाना मुहावरे का अर्थ (Dimag Khana Muhavare Ka Arth) होता है बेकार की बातें करके तंग करना, तो उसके लिए दिमाग खाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप दिमाग खाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
दिमाग खाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
दिमाग खाना मुहावरे का अर्थ (Dimag Khana Muhavare Ka Arth) होता है बेकार की बातें करके तंग करना।
दिमाग खाना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “दिमाग खाना मुहावरे का अर्थ” है की बेकार की बातें कह कर आपको परेशान करना। अक्सर जब आप कोई महत्वपूर्ण काम कर रहे होते हैं तब आपका ध्यान उस काम में केंद्रित होता है पर कोई आपको परेशान करे तब आपका ध्यान भटकता है और आपको परेशानी महसूस होती है तब आप कहते हैं कि मुझे काम करना है मेरा दिमाग मत खाओ। इस मुहावरे का वाक्य प्रयोग- हर छोटी-बड़ी बात के लिए मीटिंग बुलाकर कंपनी का मालिक हमारा दिमाग खा जाता है।
दिमाग खाना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
दिमाग खाना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- हर छोटी-बड़ी बात के लिए मीटिंग बुलाकर कंपनी का मालिक हमारा दिमाग खा जाता है।
- जब भी किरन के रिश्तेदार घर पर आते हैं, तो वह किरन से सवाल पूछ पूछकर उसका दिमाग खा जाते हैं।
- मुझे मेरा काम करने दो बेकार की बातें करके मेरा दिमाग मत खाओ।
- जब साक्षी ने अपनी मम्मी से गेम खेलने के लिए फ़ोन मांगा तो साक्षी की मम्मी ने मेरा दिमाग मत खाओ कहकर उसे भगा दिया।
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आशा है कि दिमाग खाना मुहावरे का अर्थ (Dimag Khana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।