चिकना घड़ा मुहावरे का अर्थ (Chikna Ghada Muhavare Ka Arth) होता है, जिन व्यक्ति पर किसी की आलोचना का कोई असर नहीं होता है और वो बेशर्म हो जाता है। तो उस इस स्थिति में इस मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप चिकना घड़ा मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
चिकना घड़ा मुहावरे का अर्थ क्या है?
चिकना घड़ा मुहावरे का अर्थ (Chikna Ghada Muhavare Ka Arth) होता है- बेअसर होना, बेशर्म होना, निर्लज्ज होना, ऐसा व्यक्ति जिस पर किसी बात का असर ना हो।
चिकना घड़ा पर व्याख्या
इस मुहावरे में “चिकना घड़ा मुहावरे का अर्थ” जैसे की- सुरेश बहुत बड़ा बेशर्म व्यक्ति है कि वह अपने दोस्तों को भी अपशब्द कहने से भी नहीं डरता है वह तो पूरा चिकना घड़ा है।
चिकना घड़ा मुहावरे का वाक्य प्रयोग
चिकना घड़ा मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- महेश किसी की बात नहीं सुनता वह तो अपने मन का मालिक है और पूरा चिकना घड़ा है।
- दिनेश बिल्कुल चिकना घड़ा है। उसको स्कूल से कोई भी होम वर्क मिलता है वह नहीं करता है।
- समीर की मां रोज समीर को दीपक के साथ खेलने से मना करती है, पर वह इतना चिकना घड़ा है की वो मानता नहीं।
- आज सूरज के सारे दोस्त upsc की परीक्षा देने के लिए गए, लेकिन सूरज इतना चिकना घड़ा हो गया है की वह अपने घर में सो रहा है।
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आशा है कि आपको चिकना घड़ा मुहावरे का अर्थ (Chikna Ghada Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।