छाती पर साँप लोटना मुहावरे का अर्थ (Chhati Par Saap Lotna Muhavare Ka Arth) होता है, जब कोई व्यक्ति किसी के आगे बढ़ते नहीं देख पाता है और उससे बहुत ईर्ष्या करता है। तो उसके लिए हम छाती पर साँप लोटना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप छाती पर साँप लोटना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
छाती पर साँप लोटना मुहावरे का अर्थ क्या है?
छाती पर साँप लोटना मुहावरे का अर्थ (Chhati Par Saap Lotna Muhavare Ka Arth) होता है- ईर्ष्या के कारण दुखी होना, जलन होना आदि।
छाती पर साँप लोटना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “छाती पर साँप लोटना मुहावरे का अर्थ” अनुराग के बड़ा ऑफिसर बन जाने के बाद उसके रिश्तेदारों के छाती पर साँप लोटने लगा।
छाती पर साँप लोटना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
छाती पर साँप लोटना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- रोहन को आगे बढ़ता देख मोहित की छाती पर सांप लोटने लगा।
- मेरे पिता जी ने घर को चार मंजिला बना लिया, जिसे देख पड़ोसी के छाती पर सांप लोट गया।
- मोहित की तरक्की के बाद उसके सहभागियों के छाती पर सांप लोट गया।
- सीमा और रीता बहुत अच्छी दोस्त है, लेकिन एक-दूसरे की तरक्की देखकर छाती पर साँप लौटने लगता है।
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आशा है कि छाती पर साँप लोटना मुहावरे का अर्थ (Chhati Par Saap Lotna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।