इसरो ने शुक्रवार 14 जुलाई 2023 को दोपहर 2:35 बजे सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से अपने तीसरे चंद्र अन्वेषण मिशन चंद्रयान -3 के प्रक्षेपण के साथ इतिहास रच दिया। चंद्रयान 3 श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश से लॉन्च किया गया। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि लैंडर को चंद्रमा तक अपनी यात्रा पूरी करने में लगभग 42 दिन लगेंगे। यह ब्लॉग अंत तक पढ़ें और जानें Chandrayaan 3 Launch Place State के विषय में विस्तार से।
यह मिशन चंद्रयान-2 का अनुसरण करता है जहां वैज्ञानिकों का लक्ष्य चंद्रमा की कक्षा तक पहुंचना, लैंडर का उपयोग करके चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग करना और चंद्रमा की सतह का अध्ययन करने के लिए लैंडर से बाहर निकलने सहित विभिन्न क्षमताओं का प्रदर्शन करना है।
Chandrayaan 3 Launch Place State: चंद्रयान 3 से सफ़र से जुड़ी जानकरी
चंद्रयान 3 के उड़ान भरने के सोलह मिनट बाद, प्रणोदन मॉड्यूल सफलतापूर्वक रॉकेट से अलग हो गया और अब चंद्रमा की कक्षा की ओर बढ़ते हुए पृथ्वी से 170 किमी निकटतम और 36,500 किमी सबसे दूर के साथ एक अण्डाकार चक्र में लगभग 5-6 बार पृथ्वी की परिक्रमा करेगा।
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क्यों खास है चंद्रयान-3 मिशन?
चंद्रयान-3 मिशन अलग और खास माना जा रहा है क्योंकि अब तक जितने भी देशों ने अपने यान चंद्रमा पर भेजे हैं उनकी लैंडिग उत्तरी ध्रुव पर हुई है, जबकि चंद्रयान 3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाला पहला यान होगा। इसके अलावा चंद्रयान 3 इसरो ही नहीं बल्कि पीएम मोदी का भी ड्रीम प्रोजेक्ट है।
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