सफल बिजनेसमैन बनने के लिए बेहतरीन टिप्स

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Business man kaise bane

नौकरी तो हर कोई करना चाहता है पर बिजनेसमैन बनकर अपने विकास के साथ-साथ दूसरों को नौकरी के अवसर देने और उनकी प्रगति के बारे कम ही लोग सोचते हैं। लोगों को लगता है Businessman in Hindi बनने के लिए खूब सारे धन की आवश्यकता होती हैं और इसमे जोखिम भी बहुत हैं। जोखिम तो हर क्षेत्र में है, नौकरी जाने का खतरा बना रहता है। अगर आप बिजनेसमैन बनना चाहते हैं और दूसरों को भी अपने साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का अवसर देना चाहते हैं तो आइए जानते हैं कि business man kaise bane।

बिजनेसमैन कौन होते हैं? 

बिजनेसमैन वह व्यक्ति होते हैं, जो एक अलग विचार के साथ एक नया व्यवसाय बनाते हैं। नए विचार, गुड्स, सर्विसेज और बिजनेस/या प्रोसेस के सोर्स के रूप में कमर्शियल बिजनेसमैन एक फाउंडर, ओनर या मेजोरिटी शेयरहोल्डर होते हैं। बिजनेसमैन अधिकांश जोखिम को अफ़्फोर्ड करता है और बिजनेस प्रॉफिट का आनंद लेता है। एक बिजनेसमैन की कोई सटीक परिभाषा नहीं है। एक बिजनेसमैन वह भी होते हैं जो इकोनॉमिक डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के साथ-साथ अपने आसपास एम्प्लॉयमेंट के एक नए सोर्स को बनाते हैं।

बिजनेसमैन बनने के फायदे

अधिकांश लोग खुद का बिजनेस खड़ा करना चाहते हैं। Business man kaise bane जानने के लिए नीचे दिए कुछ जानने आवश्यक हैं-  

  1. खुद का मालिक बनें
  2. क्रिएटिव एक्सप्रेशन
  3. अपनी खुद की टीम चुनें
  4. अधिक कंट्रोल
  5. लीडरशिप क्षमता
  6. लगातार विकास 
  7. बिज़नेस में जोखिम से लड़ने और उभरने का अनुभव 
  8. ऑटोनोमी
  9. एक मोटिवेशनल वर्क कल्चर विकसित करें
  10. सेल्फ-मोटिवेशन
  11. वर्क-लाइफ बैलेंस
  12. रेप्युटेशन बिल्डिंग
  13. बिजनेस प्रॉफिट का हिस्सेदार 
  14. हर मोड़ पर एक नई सीख 
  15. एंटरप्राइज एक्टिविटीज में बदलाव लाने के अवसर
  16. कम्युनिटी को डेवेलोप करने का अवसर 

बिजनेसमैन कितने प्रकार के होते हैं?

Business man kaise bane उससे पहले आपको यह जानने की जरूरत है कि Businessman in Hindi चार प्रकार के होते हैं, जो नीचे दिए गए है-

सोल प्रोपराइटरशिप (एकल स्वामित्व)

  • एक सोल प्रोपराइटरशिप ऐसा बिज़नेस है जिसका एक ही व्यक्ति ओनर होता है। बिज़नेस से संबंधित सभी काम और नियंत्रण उसके हाथ में होता है। वह अपने जमा किए हुए पैसों को बिज़नेस में लगाता है। 
  • इसमें ओनर का ग्राहकों और कर्मचारियों से घनिष्ठ संबंध होते हैं, क्योंकि वह सीधे सभी के संपर्क में रहता है। ग्राहकों से सीधे संपर्क में रहने के कारण उसे उनकी पसंद और नापसंद के बारे में सीधी जानकारी मिलती रहती है, जिससे वह अपने सेवाओं और प्रोडक्ट में सुधार लाता है।
  • यह मालिक के लिए कम से कम फाइनेंशियल और लीगल सुरक्षा प्रदान करता है।
  • मालिक, कंपनी द्वारा किए  सभी हानियों के लिए पूरी तरह ज़िम्मेदार है।
  • एक बिजनेसमैन इस विकल्प को चुन सकता है यदि वे कंपनी का पूर्ण नियंत्रण बनाए रखना चाहते हैं।
  • बिजनेस में टैक्स बेनिफिट भी हैं, क्योंकि इनकम को ओनर की पर्सनल इनकम माना जाता है और इसलिए केवल एक बार टैक्स लगाया जाता है। 
  • सोल प्रोपराइटरशिप के लिए रेलटीवेली कुछ कम ही रेगुलेशंस की आवश्यकताएं हैं।

पार्टनरशिप (साझेदारी) 

  • साझेदारी दो या दो से अधिक लोगों के ओनरशिप वाला बिज़नेस है, जिसे साझेदार के रूप में जाना जाता है
  • सोल प्रोपराइटर की तरह, पार्टिसिपेटरी फ्लो के माध्यम से फ्लो थ्रू टैक्सेशन का लाभ उठाने में सक्षम हैं। इसका मतलब है कि इनकम को ओनर्स की इनकम के रूप में माना जाता है, इसलिए इस पर केवल एक बार टैक्स लगाया जाता है।
  • साझेदारी में ओनर फर्म की लायबिलिटीज के लिए जिम्मेदार हैं। हालाँकि, इसमें कुछ बारीकियाँ हैं। साझेदारी के विभिन्न प्रकार हैं:
    • सामान्य भागीदारी (जनरल पार्टनरशिप) 
    • सीमित भागीदारी (लिमिटेड पार्टनरशिप) 
    • सीमित देयता भागीदारी (लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप) 

कारपोरेशन (निगम) 

  • शेयरहोल्डर्स द्वारा बनाई गई एक अलग कानूनी कंपनी है। 
  • बिज़नेस को शामिल करना मालिकों को कंपनी के लोन्स या लीगल डिस्प्यूट्स के लिए व्यक्तिगत रूप से ज़िम्मेदार होने से बचाता है। अन्य तीन प्रकार के बिज़नेस की तुलना में एक कारपोरेशन बनाना अधिक काम्प्लेक्स है। 
  • आर्टिकल ऑफ इनकारपोरेशन तैयार किया जाना चाहिए, जिसमें जारी किए जाने वाले शेयर्स की संख्या, बिज़नेस का नाम और स्थान और बिज़नेस का उद्देश्य जैसी जानकारी शामिल है ।
  • सोल प्रोपराइटरशिप और साझेदारी में, यदि मालिकों में से एक का निधन हो जाता है या दिवालिया घोषित हो जाता है, या कंपनी डिसॉल्व हो जाती है। कारपोरेशन लीगली अलग कंपनी के रूप में मौजूद हैं। इसलिए, वे इस स्थिति से सुरक्षित हैं और बिज़नेस के मालिक के गुजर जाने पर भी मौजूद रहेंगे।

लिमिटेड लायबिलिटी पार्टनरशिप (LLC) 

  • LLC सबसे फ्लेक्सिबल प्रकार के व्यवसायों में से एक हैं। LLC साझेदारी और निगम दोनों के पहलुओं को जोड़ती है। वे सोल प्रोपराइटरशिप) और कारपोरेशन के टैक्स बेनिफिट्स को बरकरार रखते हैं।
  • LLC विभिन्न टैक्स ट्रीटमेंट्स के बीच चयन करने में सक्षम हैं
  • LLC में, कंपनी अपनी लीगल एंटिटी के रूप में मौजूद है। 
  • यह LLC के मालिकों को व्यवसाय के ऑपरेशन्स और लोन के लिए पर्सनली लायबल होने से बचाता है।

बिजनेसमैन बनने के लिए Skills

एक उद्यमी वह व्यक्ति होता है जिसके पास कुछ नया करने के लिए जुनून होता है। नीचे कुछ स्किल्स दी गईं हैं जो एक Businessman in Hindi में होने आवश्यक हैं।

  1. क्रिएटिविटी
  2. नॉलेज
  3. प्लानिंग
  4. प्रोफेशनलिज्म
  5. पैशन
  6. मोटिवेशन
  7. सेल्फ-कॉन्फिडेंस
  8. रिस्क-टेकिंग
  9. एडेप्टेबिलिटी
  10. डिसिशन-मेकिंग एबिलिटी
  11. विज़न
  12. ओपन-माइन्डिडनेस
  13. रिलेशनशिप बिल्डिंग
  14. हायरिंग एंड टैलेंट सोर्सिंग
  15. टीम स्ट्रेटेजी फार्मूलेशन
  16. सोशल स्किल्स
  17. फ्लेक्सिबिलिटी

बिजनेसमैन बनने के लिए योग्यता

Business man kaise bane जानने के साथ-साथ नीचे योग्यता भी जाननी आवश्यक है, जो इस प्रकार है:

  • आपको इस क्षेत्र में आने के लिए 10+2 के बाद Bachelor of Business Administration (BBA) करना होगा, इसमें आपको प्रवेश लेने के लिए आपके 12th में 50% अंक होने चाहिए चाहे वह कॉमर्स, साइंस या आर्ट्स। 
  • एक बार BBA की डिग्री करने के बाद आपको MBA में प्रवेश लेने के लिए आपको CAT का एंट्रेंस एग्जाम देना होगा नहीं तो आप किसी भी प्राइवेट कॉलेज में मैनेजमेंट कोटा से भी प्रवेश ले सकते हैं।
  • आपको आपके ग्रेजुएशन के दौरान प्रोजेक्ट के रूप में बिज़नेस प्लान तैयार करने के लिए कहा जाता है जिसके सेट क्राइटेरिया होते हैं। य़ह प्रोजेक्ट इसलिये दिया जाता है ताकि आप मार्केट को समझ सकते एक नयी जरूरत पूरी कर सकें, अपनी क्षमताओं को दर्शाए की आपके आने से मार्केट में बदलाव सम्भव हैं। इस प्रोजेक्ट में आपकी क्रिएटिविटी को देखा जाता है, प्रोफेशनलिज्म को परखा जाता है। 

बिज़नेस शुरू कैसे करें? 

किसी भी कार्य को शुरू करने के लिए कुछ निर्धारित कदम होते हैं जिन्हें जानना और उनका पालन करना जरूरी होता है। business man kaise bane जानने के साथ-साथ नीचे जानते हैं कि बिज़नेस कैसे शुरू करें-

  1. मार्केट रिसर्च:- जिस क्षेत्र मे आप अपना बिजनेस शुरू करना चाहते हैं उसके बारे में आपको जानकारी होना आवश्यक है। मार्केट की जानकारी निकालकर आप जान जाएंगे कि उस क्षेत्र में आपका कितना विकास हो सकता है। क्या आप उसमे लंबे समय तक लड़ सकते हैं या नहीं क्या उस क्षेत्र में कुछ अलग करने की क्षमता रखते हैं जैसी कई जानकारियों की जरूरत होती है । 
  2. बिज़नेस प्लान : मार्केट रिसर्च करने के बाद आपको अपना एक बिजनेस प्लान बनाना होता है। इसमें आपको आपके बिज़नेस की सारी जानकारियों को प्रोपोज़्ड करना होता है। इसमें आपकी कंपनी का नाम, पता, ओनरशिप, शेयरहोल्डर, किस क्षेत्र में आप और आपकी कंपनी काम करेगी, जगह, प्रबंधन किस प्रकार से होंगे, कंपनी के अहम भूमिका निभाने वाले कौन कौन होगे आदि जानकरी देनी होती है इस बिज़नेस प्लान में। 
  3. फंड बिज़नेस:एक बार बिजनेस प्लान तैयार होने के बाद आपको अपने बिजनेस के लिए फंड को इकट्ठा करना होता है आपकी कॉस्ट क्या होगी, बिजनेस को खड़ा करने के लिए सोर्सेज क्या होंगे क्या नहीं। आपको आपकी आवश्यकताओं के अनुसार एक फाइनेंशियल प्लान बनाना होगा।
  4. बिज़नेस लोकेशन: इस फैक्टर में आपको यह सोचना होता है कि आप अपना व्यापार कहा शुरू करते हैं। ऑनलाइन मार्केट या फॉर्मल मार्केट में, आपकी कंपनी कहां खड़ी की जायेगी आसपास मार्केट एनवायरनमेंट कैसा होगा, सरल भाषा में आपका प्राइमरी ऑफिस कहां होगा।
  5. बिज़नेस स्ट्रक्चर चुनें: एक बार सारी जानकारी निकालने के बाद बिजनेस को आकार देने के लिए सबसे महत्वपूर्ण स्टेज होता है कि बिजनेस का स्ट्रक्चर क्या होगा। क्या आप सोल प्रोपराइटरशिप में रजिस्टर करोगे या पार्टनरशिप अथवा Limited Liability Company (LLC) और आपको अपने बिजनेस के अनुसार बिजनेस का स्ट्रक्चर तैयार करना होगा। 
  6. बिजनेस का नाम: किसी भी बिजनेस को उसके ब्रांड नाम से जाना जाता है। बिजनेस का नाम कुछ ऐसा होना चाहिए जो आपके कार्य से मेल खाता हो और लोगों को उनकी जुबान पर हर पल याद रहे। बिजनेस का नाम भी एक महत्वपूर्ण फैक्टर होता है इसको भी ध्यान रख कर चलना चाहिए ताकि अगर आप अपने निकट भविष्य में बिजनेस को किसी और क्षेत्र मे लेकर जाते हो तो वहां भी कोई अड़चन ना आए। 
  7. रजिस्टर बिजनेस :- किसी भी बिजनेस प्लान को अस्तित्व मे लाने के लिए उसको सरकारी मान्यता की जरूरत होती है। इसको हम सर्टिफिकेट ऑफ इनकारपोरेशन कहते है जो किसी रेजिस्ट्रार्स द्वारा मान्यता दिए जाने पर मिलता है जो एक अनुमती देता है कि आप सेवाओं का अपने बिजनेस से आदान प्रदान कर सकते हैं। 
  8. फ़ेडरल स्टेट और टैक्स ID :- एक बार आपके बिजनेस को सर्टिफिकेट ऑफ इनकारपोरेशन मिलने के अपने अकाउंट बुक्स की जानकारी इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के साथ शेयर करने से आपको टैक्स रजिस्ट्रेशन ID प्राप्त करनी होती है। 

भारत के टॉप बिजनेसमैन

Business man kaise bane जानने के बाद जानिए भारत के टॉप बिजनेसमैन कौनसे हैं, जो इस प्रकार हैं:

  • गौतम अडानी
  • मुकेश अंबानी
  • राधाकिशन दमानी
  • सायरस पूनावाला
  • शिव नादर
  • सावित्री जिंदल
  • दिलीप संघवी
  • हिंदुजा बंधु
  • कुमार बिरला
  • बजाज परिवार

दुनिया के टॉप बिजनेसमैन

Business man kaise bane जानने के बाद जानिए दुनिया के टॉप बिजनेसमैन कौनसे हैं, जो इस प्रकार हैं:

  • एलोन मस्क
  • बर्नार्ड अरनॉल्ट एंड फैमिली
  • जेफ बेजोस
  • बिल गेट्स
  • वारेन बफ़ेट
  • लैरी एलिसन
  • लेरी पेज
  • कार्लोस स्लिम
  • सर्गी ब्रिन
  • मार्क जकरबर्ग

FAQs

बिजनेसमैन बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करनी चाहिए?

अगर आप बिजनेस जगत ने जाना चाहते हैं और उसकी पढ़ाई करना चाहते हैं तो आप अपनी 10+2 के बाद BBA और MBA की पढ़ाई कर सकते हैं।

आज कल कौन सा बिजनेस फील्ड अच्छा चल रहा है? 

अगर आप बिजनेस को उनके nature के रूप से देखें तो हर एक बिजनेस की अपनी ही महत्वपूर्णता है। आजकल IT और मैन्युफैक्चरिंग क्षेत्र में अच्छी संभावना है। 

आशा करते हैं कि आपको इस ब्लॉग से business man kaise bane से संबंधित जानकारी मिली होगी। यदि आप विदेश में पढ़ना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800 572 000 पर कॉल करके आज ही 30 मिनट का फ्री सेशन बुक कीजिए।

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9 comments
  1. बोहोत बढ़िया आर्टिकल है ये में एक 13 साल का बच्चा हु और मेरा सपना हैं की में दुनिया के टॉप बिजनेसमेंस की लिस्ट में सामिल हाउ इस आर्टिकल को पढ़ कर मुझे बोहोत सी नॉलेज प्राप्त हुई है धन्यवाद ।