बुद्धि भ्रमित होना मुहावरे का अर्थ (Buddhi Bhramit Hona Muhavare Ka Arth) होता है। जब किसी व्यक्ति की सही फैसला लेने की क्षमता खत्म हो जाती है, तो उसके लिए हम बुद्धि भ्रमित होना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप बुद्धि भ्रमित होना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
बुद्धि भ्रमित होना मुहावरे का अर्थ क्या है?
बुद्धि भ्रमित होना मुहावरे का अर्थ (Buddhi Bhramit Hona Muhavare Ka Arth) होता है- सही फैसला लेने की क्षमता खत्म हो जाना, धोखा खान आदि।
बुद्धि भ्रमित होना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
बुद्धि भ्रमित होना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- सुरेश के इस फैसले से लग रहा है कि उसकी बुद्धि भ्रमित हो गई है।
- राकेश के लिए जो भी अच्छा करने के लिए कुछ करता है वो उससे ही लड़ने लगता है, लगता है उसकी बुद्धि भ्रमित हो गई है।
- लवकेश को जो भी सलाह देता हो वो उसके विपरीत ही काम करता है, ऐसा लगता है उसकी बुद्धि भ्रमित हो गई है।
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आशा है कि बुद्धि भ्रमित होना मुहावरे का अर्थ (Buddhi Bhramit Hona Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।