बिहार का शिक्षा विभाग इन दिनों बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लगातार बेहतर बनाने में लगा हुआ है। इसी क्रम में बिहार का शिक्षा विभाग बिहार के सरकारी स्कूलों के लिए नई योजना लेकर आ रहा है। अब बिहार का शिक्षा विभाग बिहार के 300 सरकारी स्कूलों की प्रतिदिन ऑनलाइन मॉनिटरिंग करेगा। इस योजना के तहत रोज बिहार के सरकारी स्कूलों की साफ़ सफाई और टीचिंग सम्बन्धी जांच की जाएगी। इससे बिहार राज्य के कम सुविधा वाले विद्यालयों को बेहतर बनाने की कोशिश की जाएगी, जिससे छात्रों की पढ़ाई को और सुगम बनाया जा सकेगा।
शिक्षा विभाग ने पांच पदाधिकारी नियुक्त किए
बिहार शिक्षा विभाग की इस नई योजना को अमल में लाने के लिए शिक्षा विभाग की ओर से पांच पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। इसमें शिक्षा विभाग के सचिव से लेकर प्राथमिक शिक्षा विभाग के निदेशक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक भी शामिल हैं। ये पदाधिकारी बिहार के सरकारी स्कूलों में साफ़ सफाई और टीचिंग सम्बन्धी गतिविधियों की ऑनलाइन जांच करेंगे।
इन अधिकारियों द्वारा प्रतिदिन शाम 7:30 बजे बिहार के सरकारी स्कूलों से साफ़ सफाई और पढ़ाई के संबंध में ऑनलाइन रिपोर्ट माँगी जाएगी। 23 सितंबर 2023 को यह प्रक्रिया दोपहर 12 बजे की जाएगी। इस योजना को राज्य में जिलावार तरीके से बांटा गया है। प्रत्येक जिले को अपने 10 स्कूलों की रिपोर्ट वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शिक्षा विभाग के द्वारा नियुक्त किए गए इन अधिकारियों को देनी होगी। पढ़ाई लिखाई और साफ़ सफाई के अलावा इस रिपोर्ट में स्कूलों में टीचर्स और स्टूडेंट्स की अटेंडेंस, खेल कूद गतिविधि और लैब आदि की रिपोर्ट भी शामिल होगी।
शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना उद्देश्य
बिहार के शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य बिहार की शिक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाना है। इसके जरिए बिहार के स्कूलों में शिक्षा और साफ सफाई के सम्बन्ध में कितने प्रभावी ढंग से कार्य किया जा रहा है इसकी जांच की जाएगी। इसके लिए बिहार के सरकारी स्कूलों में क्लासरूम की साफ सफाई के साथ साथ शौचालयों की साफ सफाई की भी रिपोर्ट भी माँगी जाएगी।
पहले भी उठाए जा चुके हैं कई कदम
बिहार का शिक्षा विभाग लगातार बिहार के स्कूलों को अच्छा बनाने की कोशिशों में लगा हुआ है। इसी मुहिम के चलते पहले भी बिहार का शिक्षा विभाग कई बड़े निर्णय ले चुका है। इससे पहले बिहार के शिक्षा विभाग ने बिहार के सभी सरकारी स्कूलों के लिए टीचर्स और स्टूडेंट्स की अटेंडेंस का रिकॉर्ड Google शीट पर दर्ज किए जाने के निर्देश जारी किए थे। अभी हाल ही में बिहार के सभी सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स के लिए कम से कम 75% अटेंडेंस दर्ज कराना अनिवार्य कर दिया गया है।
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