Air Quality Index in Hindi: एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) एक मानक है जिसका उपयोग वायुमंडल में प्रदूषण के स्तर को मापने और उसे समझाने के लिए किया जाता है। इसका उद्देश्य यह जानना होता है कि हवा में प्रदूषण के स्तर से स्वास्थ्य पर क्या प्रभाव पड़ सकता है। AQI का उपयोग सरकारें, पर्यावरण एजेंसियां और नागरिकों द्वारा यह जानने के लिए किया जाता है कि एक स्थान पर हवा की गुणवत्ता कैसी है और वह किस हद तक स्वस्थ या हानिकारक हो सकती है। बता दें कि AQI एक संख्यात्मक माप है जो सामान्यतः 0 से 500 तक होता है, जहां 0 का मतलब है हवा बिल्कुल साफ और 500 का मतलब है अत्यधिक प्रदूषण। आइए अब इस लेख में एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index in Hindi) के सभी स्तरों के बारे में विस्तार से जानते हैं।
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AQI क्या है? – Air Quality Index in Hindi
AQI, जिसे ‘एयर क्वालिटी इंडेक्स’ व हिंदी भाषा में ‘वायु गुणवत्ता सूचकांक’ कहा जाता है। यह इंडेक्स वायुमंडल में रोजाना की हवा के लेवल को रिपोर्ट करता है। इसके माध्यम से यह पता चलता है कि जिस हवा में हम साँस ले रहे हैं, वह कितनी स्वच्छ या हानिकारक है। इसके साथ ही AQI हवा के स्तर के मुताबिक इससे जुड़े स्वास्थ्य पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में भी जानकारी देता है। एयर क्वालिटी इंडेक्स इस बात पर भी फोकस करता है कि खराब हवा में कुछ घंटों या दिनों तक सांस लेने से हमारी सेहत पर कितना हानिकारक प्रभाव पड़ सकता है।
पांच प्रमुख प्रदूषक
ध्यान दें कि एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) को पांच मुख्य एयर पॉल्युटेंट ग्राउंड लेवल पर कैलकुलेट किया जाता है, जो कि इस प्रकार हैं:-
- ग्राउंड लेवल ओजोन
- पार्टिकल पॉल्युशन (इसे पार्टिकुलेट मैटर के नाम से भी जाना जाता है, जिसमें PM2.5 और PM10 शामिल हैं।)
- कार्बन मोनोऑक्साइड – यह गैस मोटर वाहन और अन्य जलाने के स्रोतों से निकलती है, जो स्वास्थ्य के लिए अत्यधिक हानिकारक होती है।
- सल्फर डाइऑक्साइड – यह गैस कोयला जलाने और औद्योगिक गतिविधियों से उत्पन्न होती है, जो श्वसन तंत्र को प्रभावित कर सकती है।
- नाइट्रोजन डाइऑक्साइड – यह गैस वाहनों और औद्योगिक गतिविधियों से निकलती है और श्वसन समस्याओं का कारण बन सकती है।
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AQI के लेवल क्या हैं?
एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) को समझना बहुत आसान है। AQI में छह रंग-कोडित श्रेणियां शामिल हैं, जिनमें से प्रत्येक सूचकांक मानकों की एक सीमा के अनुरूप है। AQI मान जितना अधिक होगा, वायु प्रदूषण का स्तर उतना ही अधिक होगा और स्वास्थ्य संबंधी चिंता उतनी ही अधिक होगी। अगर आप जानना चाहते हैं कि Air Quality Index Kitna Hona Chahiye तो बता दें कि, 50 या उससे कम का AQI मान अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है, जबकि 300 से अधिक का AQI मान खतरनाक वायु गुणवत्ता को दर्शाता है। यहाँ वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) के अलग-अलग लेवल के बारे में बताया गया हैं:-
AQI वैल्यू | कैटेगरी | रंग | एयर क्वालिटी का विवरण |
0-50 | अच्छा | हरा | एयर क्वालिटी संतोषजनक है तथा वायु प्रदूषण से कोई खतरा नहीं है। |
51-100 | मॉडरेट | पीला | एयर क्वालिटी स्वीकार्य है। हालाँकि, कुछ लोगों के लिए जोखिम हो सकता है, खासकर उन लोगों के लिए जो वायु प्रदूषण के प्रति असामान्य रूप से संवेदनशील हैं। |
101-200 | कम प्रदूषित | ऑरेंज | संवेदनशील समूहों के सदस्यों को स्वास्थ्य संबंधी दुष्प्रभाव हो सकते हैं। आम लोगों पर इसका असर होने की संभावना कम है। |
201-300 | खराब | लाल | आम जनता के कुछ लोगों को स्वास्थ्य संबंधी प्रभाव का अनुभव हो सकता है जबकि संवेदनशील समूहों के सदस्यों को अधिक गंभीर स्वास्थ्य संबंधी प्रभाव का अनुभव हो सकता है। |
310-400 | बहुत खराब | पर्पल | स्वास्थ्य चेतावनी: सभी लोगों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव पड़ने का खतरा बढ़ जाता है। |
401-500 | गंभीर | मरून | आपातकालीन स्थितियों की स्वास्थ्य चेतावनी: सभी के वायु प्रदूषण से प्रभावित होने की अधिक संभावना है। |
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AQI का महत्व
- स्वास्थ्य निगरानी: AQI नागरिकों को यह बताता है कि हवा में कितना प्रदूषण है और क्या यह उनके स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है।
- सार्वजनिक जागरूकता: AQI के माध्यम से नागरिकों को चेतावनी दी जा सकती है, जिससे वे अपनी गतिविधियों को कम कर सकते हैं, जैसे कि बाहर कम समय बिताना या मास्क पहनना।
- प्रदूषण नियंत्रण: AQI सरकारों और पर्यावरण एजेंसियों को प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने की प्रेरणा देता है।
FAQs
बता दें कि 50 या उससे कम का AQI मान अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है, जबकि 300 से अधिक का AQI मान खतरनाक वायु गुणवत्ता को दर्शाता है।
AQI, जिसे ‘एयर क्वालिटी इंडेक्स’ व हिंदी भाषा में ‘वायु गुणवत्ता सूचकांक’ कहा जाता है।
100 या उससे कम AQI मान को आम तौर पर संतोषजनक माना जाता है।
301-500 का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) “खतरनाक” श्रेणी में आता है। यह इस हवा में सांस लेने वाले हर व्यक्ति के लिए गंभीर स्वास्थ्य जोखिम को दर्शाता है।
जब AQI हरा होता है, तो हवा साफ होती है।
301-500 AQI का स्तर हेल्थ इमरजेंसी है जिसे मरून रंग से दर्शाया जाता है।
AQI का 50 का स्तर अच्छी वायु गुणवत्ता को दर्शाता है, जिससे लोगों की सेहत पर कोई हानिकारक प्रभाव नहीं पड़ता।
AQI आपको बताता है कि आपकी हवा कितनी साफ या प्रदूषित है, और इससे जुड़े कौन से स्वास्थ्य प्रभाव आपके लिए चिंता का विषय हो सकते हैं।
जब वायु गुणवत्ता 151-200 तक पहुंच जाती है, तो इसे हानिकारक माना जाता है।
आशा है कि आपको इस लेख में एयर क्वालिटी इंडेक्स (Air Quality Index in Hindi) से जुड़ी सभी जानकारी मिल गई होगी। ऐसे ही अन्य सामान्य ज्ञान से जुड़े अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।