यह जानकर अच्छा लगा कि आप साॅफ्टवेयर डेवलपर बनकर अपने करियर को उड़ान देना चाहते हैं। साॅफ्टवेयर डेवलपर को शुरुआत में INR 6 लाख रुपये से लेकर 12 लाख रुपये सालाना कमा सकता है। वहीं विदेश में यूके, यूएसए, कनाडा, जर्मनी जैसे देशों में INR 8 लाख से 30 लाख रुपये तक कमा सकते हैं। स्किल और अनुभव बढ़ने के साथ-साथ सैलरी भी बढ़ती है।
सॉफ्टवेयर डेवलपर कौन होते हैं?
एक सॉफ्टवेयर डेवलपर वह व्यक्ति होता है जो सॉफ्टवेयर बनाने के साथ उसे डेवलप भी करता है। सॉफ़्टवेयर डेवलपर का कार्य अक्सर सॉफ़्टवेयर को डिज़ाइन करने या लिखने से अधिक होता है, यह आमतौर पर परियोजना का प्रबंधन करता है या केवल मुख्य चीजें करता है। अधिकांश सॉफ्टवेयर डेवलपर्स का नेतृत्व अभी भी एक लीड प्रोग्रामर द्वारा किया जाता है।
सॉफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए कोर्सेज कौन-कौन से हैं?
साॅफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए कुछ कोर्सेज नीचे बताए गए हैंः
- BSc computer science
- BCA
- MSc computer science
- MCA
- Btech in software engineering
- Computer science.
FAQs
Accenture, Mahindra Tech, HCL, Tata Consultancy Services, Wipro आदि।
12वीं पास।
साॅफ्टवेयर डेवलपर बनने के लिए बैचलर कोर्स या फिर 6 माह से 2 साल तक का कोर्स करना आवश्यक है।
हमें उम्मीद है कि इस ब्लॉग में सॉफ्टवेयर डेवलपर की सैलरी कितनी होती है? के बारे में जरूरी जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश से पढ़ाई करना चाहते हैं तो हमारे Leverage Edu के एक्सपर्ट्स से 1800572000 पर संपर्क कर आज ही 30 मिनट्स का फ्री सेशन बुक कीजिये।