25 जुलाई को मनाये जाने वाले प्रमुख दिवस है विश्व ड्राउनिंग प्रिवेन्शन दिवस (World Drowning Prevention Day) और विश्व आईवीएफ दिवस (World Ivf Day). इन दिवसों आयोजन जागरूकता फैलाने, ज्ञान साझा करने, सकारात्मक बदलाव लाने के लिए लोगों को प्रेरित करने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही इन अवसरों पर विभिन्न समारोह और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। तारीखों से जुड़े सामान्य ज्ञान से परिचित रहना बहुत जरूरी है क्योंकि कई कॉम्पिटेटिव परीक्षाओं में इससे संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं। विश्व ड्राउनिंग प्रिवेन्शन दिवस और विश्व आईवीएफ दिवस की जानकारी भी उन परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसलिए इस ब्लॉग में इन दिवसों के बारे में विस्तार से बताया गया है।
विश्व ड्राउनिंग प्रिवेन्शन दिवस के बारे में
हर साल 25 जुलाई को विश्व ड्राउनिंग प्रिवेन्शन दिवस मनाया जाता है। यह दिन पानी में डूबने से होने वाली मौतों को रोकने के लिए जागरूकता फैलाने का एक महत्वपूर्ण अवसर है। पानी में डूबना वैश्विक स्वास्थ्य संकट है, खासकर विकासशील देशों में। WHO के अनुसार, हर साल लगभग 236,000 लोग पानी में डूबने से मर जाते हैं, जो कि एक गंभीर चिंता का विषय है। यह संख्या सभी उम्र के लोगों को प्रभावित करती है, लेकिन बच्चों में इसका प्रभाव सबसे ज्यादा देखा जाता है।
ऐसे में विश्व ड्राउनिंग प्रिवेन्शन दिवस के माध्यम से, हम पानी में डूबने से बचाव के उपायों को प्रोत्साहित कर सकते हैं और जीवन बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। यह दिवस हमे डूबने के खतरे को समझने और इसके प्रति सावधानी बरतने के लिए प्रेरित करता है। वहीं बता दें कि विश्व ड्राउनिंग प्रिवेन्शन दिवस की शुरुआत संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2021 में ‘वैश्विक डूबने की रोकथाम’ के उद्देश्य से की गई थी।
विश्व आईवीएफ दिवस के बारे में
विश्व आईवीएफ दिवस हर साल 25 जुलाई को मनाया जाता है। यह दिन इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) तकनीक के महत्व और इसके योगदान को मान्यता देने के लिए समर्पित है। IVF, एक ऐसी तकनीक है जिसके जरिए गर्भ से बाहर लैब में भ्रूण को तैयार किया जाता है। आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) को अक्सर टेस्ट ट्यूब बेबी के नाम से भी जाना जाता है। यह इसलिए है क्योंकि इस तकनीक के शुरुआती दौर में, भ्रूण को कांच के ट्यूब में विकसित किया जाता है। आपको बता दें कि भारत में सबसे पहले आईवीएफ के जरिए 1998 में आगरा में बच्चे का जन्म हुआ था, जिसका नाम उत्सव रखा गया था।
विश्व आईवीएफ दिवस, आईवीएफ तकनीक और इसके लाभों के बारे में जागरूकता बढ़ाने, भ्रूण वैज्ञानिकों को धन्यवाद देने का अवसर देता है। इस अवसर पर दुनियाभर में विभिन्न सम्मेलन और कार्यशालाएं आयोजित की जाती है जो भ्रूणविज्ञान के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित होते हैं।
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आशा करते हैं कि आपको इस ब्लाॅग में 25 जुलाई को कौनसा दिवस मनाया जाता है, के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य ट्रेंडिंग इवेंट्स आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहे।