22 सितंबर को मनाए जाने वाले प्रमुख दिवस विश्व गेंडा दिवस और विश्व गुलाब दिवस है। गैंडा एक वन्य जीव है जिसके शिकार के कारण उनकी संख्या में गिरावट हो रही है। इन अद्भुत जानवरों को विलुप्त होने से बचाने के प्रयास में विश्व राइनो दिवस मनाते हैं जबकि विश्व गुलाब दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और कैंसर रोगियों और उनके प्रियजनों को एकजुटता का अहसास दिलाना है। तारीखों से जुड़े सामान्य ज्ञान से परिचित रहना बहुत जरूरी है क्योंकि कई प्रतियोगी परीक्षाओं में इससे संबंधित प्रश्न अक्सर पूछे जाते हैं। विश्व गेंडा दिवस और विश्व गुलाब दिवस की जानकारी भी उन परीक्षाओं में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। इसलिए इस ब्लॉग में आपको इन दिवसों के बारे में विस्तार से बताया गया है।
विश्व गैंडा दिवस क्या है?
विश्व गैंडा दिवस या वर्ल्ड राइनो डे एक महत्वपूर्ण अंतरराष्ट्रीय अवसर है जो हर साल दुनियाभर में 22 सितंबर को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य वन्य जीवों में से एक, राइनो की सुरक्षा और उनके संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाना है। यह दिन राइनो के संरक्षण के महत्व को बढ़ावा देने का अवसर प्रदान करता है।
विश्व गैंडा दिवस का इतिहास क्या है?
विश्व राइनो दिवस का आयोजन पहली बार 2010 में किया गया था। यह दिवस गैंडों के संरक्षण को बढ़ावा देने और गैंडों के खतरे के बारे में जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। यह दिन, विशेष रूप से गैंडो के बचाव के प्रयासों को बढ़ावा देने का अवसर है। विश्व राइनो दिवस के माध्यम से दुनियाभर में लोगों को गेंडो के बचाव के लिए एक साथ आने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।
विश्व गुलाब दिवस क्या है?
विश्व गुलाब दिवस पर कैंसर से पीड़ित रोगियों के प्रति सम्मान व्यक्त किया जाता है। इस दिन उन्हें यह अहसास भी कराया जाता है की कैंसर के खिलाफ इस लड़ाई में वे अकेले नहीं हैं। इस दिन को मनाने की प्रेरणा कनाडा में रहने वाली कैंसर से पीड़ित लड़की मेलिंडा रोज़ से मिली थी जिसकी कैंसर के कारण मृत्यु हो गई थी। उस लड़की को एक एस्किन ट्यूमर नामक दुर्लभ कैंसर था और 6 महीने बाद उसकी मृत्यु हो गई थी लेकिन अपनी मृत्यु से पहले उसने कैंसर पीड़ित लोगों के बीच सकारात्मकता फैलाने के लिए कई कार्य किए थे।
विश्व गुलाब दिवस का इतिहास क्या है?
विश्व गुलाब दिवस का इतिहास कनाडा की 12 वर्षीय कनाडा कैंसर पीड़ित लड़की से जुड़ा हुआ है। वर्ष 1994 में मेलिंडा की उम्र बारह वर्ष की थी तो यह पता चला की मेलिंडा एस्किन ट्यूमर नमक एक दुर्लभ प्रकार के कैंसर से पीड़ित है। डॉक्टर ने उसे समय उसकी जांच करके यह कह दिया था कि मेलिंडा रोज केवल कुछ ही हफ्तों तक जी सकती है।
हालांकि डॉक्टरों के कहने के बावजूद मेलिंडा रोज इस दुर्लभ कैंसर के साथ 6 महीने तक जीवित रही थी। मेंलिंडा रोज ने अपने जीवन का बचा हुआ समय अपने आस-पास के उन सभी कैंसर रोगियों को खुशी और उत्साह प्रदान करते हुए बिताया था। मेंलिंडा रोज कैंसर के रोगियों को कविताएं और पत्र लिखा करती थी। कई रोगियों को उसके कार्य से खुशी और आनंद आता था। मेलिंडा के द्वारा किए गए इस सकारात्मक कार्य से कई लोग प्रभावित हुए। इसके बाद मेलिंडा की मृत्यु के बाद उसके सम्मान में गुलाब दिवस मनाया जाने लगा।
संबंधित आर्टिकल्स
आशा करते हैं कि आपको इस ब्लाॅग में 22 सितंबर को कौनसा दिवस मनाया जाता है, के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी तरह के अन्य महत्वपूर्ण दिवस से संबंधित आर्टिकल्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहे।