सही उत्तर है (a.) लखनऊ है।
लखनऊ को ‘नवाबों का शहर’ कहा जाता है। इसे पहले अवध कहा जाता था और यहां 18वीं शताब्दी में नवाबों ने शासन किया था। अपनी शाही संस्कृति, तहजीब, कला, संगीत और स्थापत्य के लिए लखनऊ प्रसिद्ध है।
विस्तृत उत्तर-
लखनऊ को ‘नवाबों का शहर’ कहा जाता है। यह विशेष रूप से 18वीं शताब्दी से जुड़ा है, जब अवध के नवाबों ने यहां शासन किया और इसे एक समृद्ध सांस्कृतिक केंद्र के रूप में विकसित किया। लखनऊ अपनी शाही संस्कृति, तहजीब, कला, संगीत और मुगलकालीन स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है।
लखनऊ के प्रमुख नवाब:
- सआदत खान बुरहान-उल-मुल्क (1732–1739)
- मंसूर अली खान सफदरजंग (1739–1753)
- शुजा-उद-दौला (1753–1775)
- आसफ-उद-दौला (1775–1797)
- वज़ीर अली (1797–1798)
- सआदत अली खान (1798–1814)
- गाज़ीउद्दीन हैदर (1814–1827)
- नासिरुद्दीन हैदर (1827–1837)
- मुहम्मद अली शाह (1837–1842)
- अमजद अली शाह (1842–1847)
- वाजिद अली शाह (1847–1856)
- बेगम हज़रत महल (1820–1879)
लखनऊ की विशेषताएँ:
लखनऊ के नवाबों को कला, संगीत, वास्तुकला और शिष्टाचार के महान संरक्षक माना जाता है। उनके संरक्षण में लखनऊ ने साहित्य, नृत्य, पाककला और वास्तुशिल्प के क्षेत्र में अद्भुत प्रगति की।
आज भी बड़े इमामबाड़ा, रूमी दरवाज़ा, हज़रतगंज और अन्य ऐतिहासिक स्थल लखनऊ की नवाबी विरासत की झलक प्रस्तुत करते हैं। यह शहर मुगलकालीन भव्यता और ब्रिटिशकालीन प्रभाव का अद्वितीय संगम है।
लखनऊ की नजाकत, नफासत और भाषा की मिठास इसे भारत के अन्य शहरों से अलग पहचान देती है।
इसी सांस्कृतिक समृद्धि और नवाबी छाप के कारण लखनऊ को ‘नवाबों का शहर’ कहा जाता है। छात्रों, इतिहास प्रेमियों और पर्यटकों के लिए लखनऊ का अध्ययन और भ्रमण एक अविस्मरणीय अनुभव साबित होता है।
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