Answer
Verified
उत्तर: राम के इस कथन से यह जीवन-सत्य प्रकट होता है कि सत्य के मार्ग पर चलने वाला व्यक्ति विनम्र होते हुए भी निडर रहता है। इस कथन में राम की नम्रता, मर्यादाबद्ध व्यवहार और सत्यनिष्ठा झलकती है। यह शिक्षा मिलती है कि हमें अपने विचारों को स्पष्ट रूप से व्यक्त करना चाहिए, लेकिन हमेशा शिष्टता और आदर के साथ।
इस पाठ के अन्य प्रश्न
- शूरवीर और कायर में क्या अंतर बताया गया है?
- ‘राम-लक्ष्मण-परशुराम संवाद’ पाठ में क्या संदेश दिया गया है?
- परशुराम ने लक्ष्मण के बारे में विश्वामित्र से क्या-क्या कहा?
- परशुराम की बात सुनकर विश्वामित्र ने उनसे क्या प्रार्थना की?
- सभा में हाहाकार क्यों मच गया था?
- लक्ष्मण के कुल में किन-किन पर वीरता नहीं दिखाई जाती है और क्यों?
60,000+ students trusted us with their dreams. Take the first step today!

One app for all your study abroad needs
