सही उत्तर: D) वे ग्रह जो मंगल ग्रह के बाद स्थित होते हैं
विस्तृत उत्तर:
बाह्य ग्रह वे ग्रह होते हैं जो मंगल ग्रह के बाद सूर्य की परिक्रमा करते हैं। बाह्य ग्रहों में बृहस्पति, शनि, अरुण (यूरेनस) और वरुण (नेपच्यून) शामिल हैं। ये ग्रह आकार में बड़े होते हैं और मुख्यतः गैसों से बने होते हैं, इसलिए इन्हें गैस जायंट भी कहा जाता है।
बाह्य ग्रह वे ग्रह होते हैं जो मंगल ग्रह के बाद सूर्य की परिक्रमा करते हैं। हमारे सौरमंडल में कुल आठ ग्रह हैं, जिनमें से चार को बाह्य ग्रह कहा जाता है। ये बाह्य ग्रह हैं: बृहस्पति (Jupiter), शनि (Saturn), अरुण (Uranus) और वरुण (Neptune)।
ये सभी ग्रह पृथ्वी से बहुत दूर स्थित होते हैं और आकार में बहुत विशाल होते हैं। इनकी सतह ठोस नहीं होती बल्कि ये मुख्यतः गैसों, विशेषकर हाइड्रोजन और हीलियम से बने होते हैं। इसलिए इन्हें अक्सर गैस जायंट या गैसीय ग्रह भी कहा जाता है।
इन ग्रहों के चारों ओर कई चंद्रमा होते हैं, और शनि ग्रह की तो अपनी प्रसिद्ध घेरदार वलय प्रणाली (rings) भी होती है। इन ग्रहों का घनत्व अपेक्षाकृत कम होता है लेकिन इनका आयतन अधिक होता है। खगोलशास्त्र में बाह्य ग्रहों का अध्ययन बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि ये सौरमंडल के विकास, गैसों की प्रकृति, और ग्रहों की संरचना के बारे में वैज्ञानिकों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करते हैं।
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