कई सारे छात्र कॉमर्स विषय से अपनी 10वीं और 12वीं की पढ़ाई पूरी करते हैं। छात्रों को 12वीं की पढ़ाई पूरी करते ही कई परामर्श मिलने लगते हैं की उन्हें आगे क्या करना चाहिए और कैसे करना चाहिए। ऐसे में छात्र कंफ्यूज हो जाते हैं कि उन्हें जीवन में क्या करना चाहिए। लेकिन क्या आप जानते हैं कॉमर्स से पढ़ाई करने के बाद करियर के कई शानदार विकल्प आपके सामने होते हैं। कॉमर्स क्षेत्र न केवल आपको बिजनेस, फाइनेंस, और एकाउंटिंग की गहरी समझ देता है, बल्कि बैंकिंग, मैनेजमेंट, मार्केटिंग और सरकारी नौकरियों जैसे क्षेत्रों में भी अवसरों के दरवाजे खोलता है। अगर आप सोच रहे हैं कि कॉमर्स से क्या बन सकते हैं?, तो यह ब्लॉग आपके लिए है। इसमें हम आपको बताएंगे टॉप करियर ऑप्शन्स के बारे में, जिनमें आप कॉमर्स बैकग्राउंड से आसानी से करियर बना सकते हैं।
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कॉमर्स विषय का चुनाव क्यों करें?
विज्ञान और आर्ट्स में रुचि न रखने वाले छात्र कॉमर्स का चयन करते हैं। कॉमर्स बिजनेस और मार्केटिंग जैसे विषयों का अध्ययन कराता है। छात्र को कॉमर्स विषय का चुनाव क्यों करना चाहिए यह नीचे बताया गया है-
- अगर आप बिजनेस और फाइनेंस के क्षेत्र में जाना चाहते हैं या आगे अपना फ्यूचर एकाउंटिंग सेक्टर में बनाना चाहते हैं तो कॉमर्स आपके लिए सबसे बेहतर विकल्पों में से एक है। इस डिग्री की मदद से आप अकाउंटिंग फाइनेंस ऑपरेशन टैक्सेशन और दूसरी कई फील्ड में अपना करियर बना सकते हैं।
- इसके अंतर्गत छात्रों को एकाउंटिंग, एकाउंटिंग प्रॉफिट व लॉस और कंपनी कानून की जानकारी दी जाती है, जोकि आपके व्यवसाय के लिए बहुत ही लाभप्रद है। साथ ही साथ यह बैंकिंग और इंश्योरेंस सेक्टर के लिए भी काफी लाभप्रद है।
- इस कोर्स को करने के बाद आप ट्रेनी, एसोसिएट फाइनेंस ऑफिसर, फाइनेंस कंट्रोलर, फाइनेंस प्लानर, रिस्क मैनेजमेंट, मनी मार्केट डीलर, इंश्योरेंस मैनेजर की नौकरी पा सकते हैं।
कॉमर्स से क्या बन सकते हैं?
आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस हर स्ट्रीम के छात्र अपनी ही फील्ड में करियर बनाने के बारे में सोचते है। बात कॉमर्स की करें तो कॉमर्स के छात्रों के पास करियर ऑप्शन की कमी नहीं लेकिन ज़रूरी है अपने लिए सही कोर्स चुनने की। कॉमर्स विषय से पढ़ाई करने के बाद और सही कोर्स के चुनाव के बाद छात्र कॉमर्स से क्या बन सकते हैं यह हम यहां बता रहे हैं:
- चार्टर्ड अकाउंटेंट – चार्टर्ड एकाउंटेंसी यानि सीए एक कोर्स है जिसके ज़रिए कॉमर्स के छात्र चार्टर्ड एकाउंटेंट बनने के लिए आगे बढ़ सकते हैं। भारत में इस कोर्स को लेकर छात्रों में सबसे ज्यादा उत्सुकता देखी जा सकती है। किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड या विश्वविद्यालय से कुल मिलाकर कम से कम 50 फीसदी अंकों से 12वीं पास होना ज़रूरी है।
- कॉस्ट अकाउंटेंट – कॉस्ट अकाउंटेंट बनने के लिए कॉस्ट अकाउंटिंग का कोर्स करना होता है। जिसे (सीएमए) कॉस्ट एंड मैनेजमेंट अकाउंटिंग के नाम से जाना जाता है। भारत में सीए के बाद ज्यादातर कॉमर्स के छात्र यह कोर्स करना चाहते हैं। इस कोर्स के लिए भी छात्रों को 12वीं में 50% अंक प्राप्त होने चाहिए।
- कंपनी सचिव – कंपनी सचिव या सीएस भी छात्रों में सीए के बाद सबसे लोकप्रिय कोर्स है। जिसे 12वीं में 50 फीसदी अंक हासिल करने के बाद किया जा सकता है। इस कोर्स को करने के बाद नौकरी की अपार संभावनाएं खुल जाती है । और इस कोर्स के बाद छात्र कंपनी सचिव बनने की योग्यता प्राप्त कर लेता है।
- बैंक में विभिन्न पदों पर कार्य कर सकते हैं – छात्र कॉमर्स के क्षेत्र से ग्रेजुएशन की डिग्री प्राप्त करने के बाद बैंक में क्लर्क, पीओ जैसे नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
कॉमर्स विषय के साथ गणित की पढ़ाई के बाद के कोर्सेज
12वीं कक्षा कॉमर्स और गणित के साथ उत्तीर्ण करने वाले छात्रों के पास बेहतरीन कोर्सेज के काफी सारे विकल्प होते हैं। कॉमर्स से क्या बन सकते है जान्ने के लिए 12वीं कॉमर्स मैथ्स के साथ उत्तीर्ण करने के बाद किन ट्रेंडिंग कोर्सेज को किया जा सकता है उसकी लिस्ट नीचे दी गई है:
कॉमर्स विषय के साथ गणित की पढ़ाई करने के बाद आपके पास कई बेहतरीन कोर्स ऑप्शन्स होते हैं। गणित के ज्ञान से आपको फाइनेंस, एकाउंटिंग, डेटा एनालिटिक्स और अन्य तकनीकी क्षेत्रों में करियर बनाने के अवसर मिलते हैं। यहां कुछ प्रमुख कोर्स दिए गए हैं, जो आप गणित के साथ कॉमर्स पढ़ने के बाद कर सकते हैं:
- बी.कॉम (ऑनर्स) – यह कोर्स एकाउंटिंग, फाइनेंस और बिजनेस के अन्य पहलुओं पर केंद्रित है और गणित की समझ को बेहद महत्वपूर्ण बनाता है।
- बीबीए (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) – इस कोर्स के माध्यम से आप मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बना सकते हैं, और गणित का ज्ञान यहां काफी सहायक होता है।
- बी.स्टैट (बैचलर ऑफ स्टैटिस्टिक्स) – अगर आपको सांख्यिकी में रुचि है, तो यह कोर्स आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है।
- सीए (चार्टर्ड एकाउंटेंट) – यह कोर्स गणित और एकाउंटिंग के गहरे ज्ञान की मांग करता है, और यह आपको वित्तीय क्षेत्र में उत्कृष्टता प्रदान करता है।
- ऐक्ट्यूरियल साइंस – यह कोर्स गणित और सांख्यिकी का उपयोग करके जोखिम और अनिश्चितता का विश्लेषण करने के लिए तैयार करता है।
- बी.एससी. (गणित) – अगर आप गणित के क्षेत्र में गहरी जानकारी प्राप्त करना चाहते हैं, तो यह कोर्स एक अच्छा विकल्प हो सकता है।
- एम.बी.ए. (फाइनेंस) – बीकॉम और गणित के साथ आप एमबीए (फाइनेंस) कर सकते हैं, जो आपको फाइनेंस और मैनेजमेंट के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए तैयार करता है।
- डेटा साइंस और एनालिटिक्स – गणित और सांख्यिकी का उपयोग करते हुए डेटा का विश्लेषण करने वाला यह कोर्स अब बहुत पॉपुलर हो गया है, खासकर आईटी और बिजनेस एनालिटिक्स के क्षेत्र में।
- फाइनेंशियल इंजीनियरिंग – यह कोर्स फाइनेंस और गणित के सिद्धांतों का संयोजन है, जो उच्चस्तरीय वित्तीय समस्याओं को हल करने में मदद करता है।
- सीएफए (चार्टर्ड फाइनेंशियल एनालिस्ट) – यदि आप फाइनेंशियल एनालिसिस में रुचि रखते हैं, तो यह कोर्स आपको उच्चतम स्तर पर फाइनेंस और निवेश के क्षेत्र में काम करने के लिए तैयार करता है।
बिना गणित के कॉमर्स के बाद के कोर्सेज
कॉमर्स से क्या बन सकते है के इस ब्लॉग में हम आपको ये भी बताना चाहेंगे कि अक्सर ऐसा सोचा जाता है कि गणित के बिना कोर्सेज की संख्या कम होती है, लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है। गणित के बिना 12वीं कॉमर्स करने वाले छात्र अच्छे कोर्सेज कर सकते हैं, जो इस प्रकार हैं:
अगर आपने कॉमर्स की पढ़ाई गणित के बिना की है, तो भी आपके पास कई बेहतरीन करियर विकल्प और कोर्सेज होते हैं। बिना गणित के कॉमर्स के बाद आप विभिन्न क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं। यहां कुछ प्रमुख कोर्सेज दिए गए हैं जो आप कॉमर्स (गणित के बिना) के बाद कर सकते हैं:
- बी.कॉम (साधारण) – यह कोर्स व्यापार और एकाउंटिंग के बुनियादी पहलुओं पर ध्यान केंद्रित करता है, और इसमें गणित की जरूरत नहीं होती। इसके बाद आप विभिन्न फाइनेंशियल और बिजनेस क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं।
- बीबीए (बैचलर ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन) – यह कोर्स आपको मैनेजमेंट और बिजनेस के विभिन्न पहलुओं के बारे में सिखाता है।
- बीएमएस (बैचलर ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज) – यह कोर्स बिजनेस और मैनेजमेंट की नींव तैयार करता है, और इसमें गणित का उपयोग नहीं किया जाता है।
- आईसीडब्ल्यूए (इंस्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया) – यह कोर्स विशेष रूप से कॉस्ट एकाउंटिंग और फाइनेंशियल प्लानिंग में करियर बनाने के लिए है, और गणित की आवश्यकता नहीं होती।
- मैनेजमेंट में डिप्लोमा – यदि आप मैनेजमेंट क्षेत्र में करियर बनाना चाहते हैं, तो आप डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं जैसे कि डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट, फाइनेंशियल मैनेजमेंट आदि।
- मार्केटिंग में डिप्लोमा – इस कोर्स के माध्यम से आप मार्केटिंग, ब्रांड मैनेजमेंट और सेल्स में करियर बना सकते हैं।
- फैशन डिजाइनिंग – यदि आपकी रचनात्मकता में रुचि है, तो फैशन डिजाइनिंग में डिप्लोमा या डिग्री कोर्स कर सकते हैं, जिसमें गणित की आवश्यकता नहीं होती।
- जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन – यदि आप मीडिया और जर्नलिज्म में रुचि रखते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए उपयुक्त होगा। इस क्षेत्र में गणित की आवश्यकता नहीं होती।
- होटल मैनेजमेंट – होटल इंडस्ट्री में करियर बनाने के लिए आप होटल मैनेजमेंट का कोर्स कर सकते हैं, जिसमें गणित की कोई आवश्यकता नहीं होती।
- आर्ट्स और डिज़ाइन – आप ग्राफिक डिजाइनिंग, इंटीरियर्स डिजाइनिंग, या मल्टीमीडिया डिज़ाइनिंग जैसे कोर्स भी कर सकते हैं।
कॉमर्स विषय से 12वीं की पढ़ाई के बाद डिप्लोमा कोर्सेज
कॉमर्स से क्या बन सकते है जानने के साथ साथ आपका ये जानना भी ज़रूरी है कि 12वीं कॉमर्स करने के बाद छात्रों के लिए नीचे डिप्लोमा कोर्सेज के नाम दिए गए हैं-
- डिप्लोमा इन एकाउंटिंग – इस कोर्स में आपको एकाउंटिंग का प्रैक्टिकल नॉलेज दिया जाता है, जो आपको एकाउंटेंट या बुककीपर के रूप में करियर बनाने में मदद करता है।
- डिप्लोमा इन फाइनेंस – यह कोर्स फाइनेंशियल एनालिस्ट, एकाउंटिंग, और इंवेस्टमेंट बैंकिंग जैसे करियर विकल्पों के लिए उपयुक्त है।
- डिप्लोमा इन बैंकिंग – इस कोर्स के माध्यम से आप बैंकिंग और वित्तीय सेवा क्षेत्र में करियर बना सकते हैं।
- डिप्लोमा इन बिजनेस मैनेजमेंट – यह कोर्स आपको बिजनेस मैनेजमेंट के क्षेत्र में काम करने के लिए तैयार करता है।
- डिप्लोमा इन होटल मैनेजमेंट – यदि आप हॉस्पिटैलिटी उद्योग में करियर बनाना चाहते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए आदर्श है। इसमें होटल संचालन, किचन प्रबंधन, और गेस्ट सर्विसेज के बारे में सिखाया जाता है।
- डिप्लोमा इन टैक्सेशन – इस कोर्स के जरिए आप टैक्सेशन, कर विधि, और टैक्स रिटर्न भरने के बारे में सीख सकते हैं। यह कोर्स टैक्स कंसल्टेंट्स या टैक्स पेशेवरों के लिए आदर्श है।
- डिप्लोमा इन इवेंट मैनेजमेंट – इस कोर्स में आपको इवेंट्स के आयोजन, प्रबंधन के बारे में जानकारी मिलती है। यह कोर्स खासतौर पर लोगों को इवेंट प्लानर के रूप में करियर बनाने के लिए फायदेमंद है।
- डिप्लोमा इन फैशन डिजाइनिंग – यदि आप फैशन और डिजाइनिंग में रुचि रखते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए बेहतरीन हो सकता है। इसमें आपको कपड़े और फैशन के डिज़ाइनिंग, टेक्सटाइल्स, और फैशन स्टाइलिंग के बारे में सिखाया जाता है।
- डिप्लोमा इन ग्राफिक डिजाइनिंग – इस कोर्स के माध्यम से आप डिज़ाइनिंग और ग्राफिक्स के क्षेत्र में करियर बना सकते हैं। इसमें कंप्यूटर ग्राफिक्स, डिजिटल आर्ट, और मल्टीमीडिया के बारे में सिखाया जाता है।
- डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग – इस कोर्स के माध्यम से आप ऑनलाइन विपणन, सोशल मीडिया प्रबंधन, एसईओ, और विज्ञापन के क्षेत्र में काम कर सकते हैं।
- डिप्लोमा इन जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन – यदि आपको मीडिया और पत्रकारिता में रुचि है, तो यह कोर्स आपके लिए उपयुक्त है। इसमें आपको पत्रकारिता, रिपोर्टिंग, और मीडिया की दुनिया के बारे में सिखाया जाता है।
कॉमर्स विषय से 12वीं की पढ़ाई के बाद क्रिएटिव कोर्सेज
कॉमर्स से क्या बन सकते है जानने के साथ साथ आपका ये जानना भी ज़रूरी है कि 12वीं कॉमर्स से करने बाद छात्र क्रिएटिव कोर्सेज भी चुन सकते हैं, इनके नाम इस प्रकार हैं:
कॉमर्स विषय से 12वीं की पढ़ाई करने के बाद भी आप कई क्रिएटिव कोर्सेज कर सकते हैं जो आपकी रचनात्मकता को बढ़ावा देते हैं और आपको नई दिशा में करियर बनाने का अवसर देते हैं। यहां कुछ प्रमुख क्रिएटिव कोर्सेज दिए गए हैं जो आप 12वीं के बाद कर सकते हैं:
- फैशन डिजाइनिंग – इस कोर्स के माध्यम से आप फैशन इंडस्ट्री में करियर बना सकते हैं। इसमें आपको कपड़े डिज़ाइन करने, स्टाइलिंग, टेक्सटाइल और फैशन ट्रेंड्स के बारे में सिखाया जाता है।
- इंटीरियर डिजाइनिंग – इस कोर्स में आप घर, ऑफिस, और अन्य स्थानों के अंदरूनी डिज़ाइन के बारे में सीख सकते हैं। इसमें रचनात्मकता और तकनीकी ज्ञान का संयोजन होता है।
- ग्राफिक डिजाइनिंग – इस कोर्स के माध्यम से आप डिजिटल और प्रिंट मीडिया के लिए ग्राफिक्स और आर्टवर्क डिज़ाइन कर सकते हैं। इसमें आपको फोटोशॉप, इलस्ट्रेटर, और अन्य डिजाइन सॉफ़्टवेयर के बारे में सिखाया जाता है।
- एनीमेशन – एनीमेशन में करियर बनाने के लिए आप 3D और 2D एनीमेशन, मॉडलिंग, रेंडरिंग, और अन्य एनीमेशन तकनीकों का अध्ययन कर सकते हैं। यह कोर्स फिल्म, वीडियो गेम्स, और विज्ञापन इंडस्ट्री में करियर बनाने के लिए आदर्श है।
- मल्टीमीडिया और वेब डिज़ाइनिंग – इस कोर्स में आप वेब डिज़ाइन, वीडियो एडिटिंग, और अन्य मल्टीमीडिया तकनीकों के बारे में सीख सकते हैं।
- फोटोग्राफी – यदि आपको तस्वीरें खींचने का शौक है, तो आप फोटोग्राफी का कोर्स कर सकते हैं।
- जर्नलिज्म और मास कम्युनिकेशन – यदि आप मीडिया और पत्रकारिता में रुचि रखते हैं, तो यह कोर्स आपके लिए बेहतरीन हो सकता है।
- टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी – यदि आपको यात्रा और पर्यटकों से जुड़ी क्रिएटिव गतिविधियों में रुचि है, तो यह कोर्स आपको पर्यटन और हॉस्पिटैलिटी उद्योग में करियर बनाने का अवसर देता है।
- एडवर्टाइजिंग और ब्रांड मैनेजमेंट – इस कोर्स के माध्यम से आप विज्ञापन और ब्रांडिंग की दुनिया में करियर बना सकते हैं। इसमें मार्केटिंग, विज्ञापन क्रिएटिविटी, और ब्रांड इमेज के निर्माण के बारे में सिखाया जाता है।
- डिजिटल मार्केटिंग – डिजिटल मार्केटिंग में रचनात्मकता के साथ-साथ रणनीति और तकनीकी ज्ञान की भी आवश्यकता होती है। इसमें SEO, सोशल मीडिया मार्केटिंग, कंटेंट क्रिएशन और ऑनलाइन विज्ञापन के बारे में सिखाया जाता है।
करियर स्कोप
कॉमर्स से क्या बन सकते है जानने के लिए ये जानना ज़रूरी है कि कॉमर्स विषय से पढ़ाई करने के बाद छात्र अपने करियर को विभिन्न क्षेत्रों में कैसे आगे बढ़ा सकते हैं। कुछ नाम नीचे दिए गए हैं जिसके रूप में छात्र कार्य कर सकते हैं:
- अकाउंटेंट
- अकाउंटेंट एग्जीक्यूटिव
- ऑडिटर
- कॉस्ट अकाउंटेंट
- इकोनॉमिस्ट
- फाइनेंस मैनेजर
- फाइनेंस एनालिस्ट
- फाइनेंस प्लानर
- टैक्स ऑडिटर
- टैक्स कंसलटेंट
जॉब और सैलरी
कॉमर्स से क्या बन सकते हैं इस तरह के प्रश्न अपने मन में रखने वाले छात्र यह जान ले कि वे विभिन्न क्षेत्रों में अपने करियर को आजमा सकते हैं। कुछ नौकरी और औसत आय यहां दी गई हैं, जिनमें कॉमर्स से पढ़ाई के बाद छात्र कार्य कर सकते हैं:
अकाउंटेंट | INR 1.30 लाख-5.05 लाख |
फाइनेंसियल एनालिस्ट | INR 2.12 लाख-8.64 लाख |
फाइनेंस मैनेजर | INR 4.53 लाख-20 लाख |
अकाउंट एग्जीक्यूटिव | INR 1.55 लाख-4.92 लाख |
ऑपरेशन्स मैनेजर | INR 3.30 लाख-20 लाख |
सीनियर अकाउंटेंट | INR 2.44लाख-8.14 लाख |
ह्यूमन रिसोर्सेस मैनेजर | INR 2.86 लाख-20 लाख |
FAQs
उत्तर – विभिन्न कॉलेज और विद्यालयों के अनुसार एडमिशन के लिए अंक की आवश्यकता अलग-अलग है परंतु आज के प्रतिस्पर्धा के दौर में न्यूनतम 80% अंक लाने वाले छात्र ही कॉमर्स विषय के लिए आवेदन कर सकते हैं।
उत्तर – सीए 30 महीने का कोर्स है 6 महीने फाउंडेशन कोर्स के लिए फिर 1 साल आईपीसीसी के दोनों ग्रुप के लिए और फिर फाइनल में दो ग्रुप 1 साल का होता है। सरल भाषा में कहें तो हर एग्जाम के बीच 6 महीने का अंतर होता है।
उत्तर- कॉमर्स की पढ़ाई करने के बाद टैक्स कंसलटेंट, टैक्स ऑडिटर, अकाउंटेंट, बैंक में कलर, पिओ जैसी नौकरियां कर सकते हैं।
उत्तर -12वीं कॉमर्स के बाद B Com, BBA, BMS, BCA, BBA LLB, BBA MBA, चार्टर्ड एकाउंटेंसी (CA), CS (कंपनी सेक्रेटरी) आदि कोर्स ट्रेंड में रहते हैं।
उत्तर- कॉमर्स को हिंदी में वाणिज्य कहते हैं।
कॉमर्स के विद्यार्थी 12वीं के बाद इन कोर्सेज में ले सकते है दाखिला
चार्टर्ड एकाउंटेंसी (सीए)
कंपनी सचिव (सीएस)
बीकॉम इन अकाउंटिंग एंड कॉमर्स
बीबीए एलएलबी
बीसीए (आईटी एंड सॉफ्टवेयर)
बीबीए/बीएमएस
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