Mission Bharosa’: उत्तर प्रदेश सरकार ने ‘मिशन भरोसा’ पोर्टल और मोबाइल ऐप को स्कूली बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए लॉन्च कर दिया है। “बता दें की बच्चों के ट्रांसपोर्टेशन में यूज़ किए जाने वाले किसी भी प्रकार के वाहन चाहे बस, वैन, ऑटो-रिक्शा या ई-रिक्शा हो वे ‘भरोसा प्लेटफॉर्म’ पर रेजिस्टर्ड और एकीकृत हैं और स्कूल परिवहन व्हीकल्स की स्थिति, जरूरी डाक्यूमेंट्स और अन्य सेफ्टी सुविधाओं को RTO ऑफिस द्वारा वेरिफाई किया जाता है।
इस मिशन के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ ने कहा, “भरोसा एक उन्नत AI, ML सक्षम टेक्नॉलजी प्लेटफॉर्म का यूज़ करके RTO, Police, Education Department, School, SMO, Transportation Owners, Parents और Citizens जैसे विभिन्न स्टेकहोल्डर्स के बीच उचित कोआर्डिनेशन बैठने के लिए एक फ्रेमवर्क प्रदान करता है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मिशन के अंतर्गत सिर्फ स्कूली बस ही नहीं, बल्कि हर तरह के वाहन जो स्कूली बच्चों के आने-जाने के लिए उपयोग किये जाते हैं, उनका वेरिफिकेशन किया जाएगा और ‘मिशन भरोसा’ ऐप पर खुद को रजिस्टर करना होगा। जिसके साथ मांगे गए सभी डॉक्यूमेंट्स को भी जमा करना होगा। जिसको स्कूल ट्रांसपोर्ट व्हीकल्स के सेफ्टी फीचर्स को रीजनल ट्रांसपोर्ट ऑफिस द्वारा वेरीफाई किया जाएगा।
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सीएम योगी ने कहा कि ‘मिशन भरोसा’ एक कोऑर्डिनेशन की तरह काम करेगा। ये इस प्रक्रिया में स्टेकहोल्डर्स जैसे आरटीओ, पुलिस, एजुकेशन डिपार्टमेंट, स्कूल, सीएम, ट्रांसपोर्ट ओनर्स, पेरेंट्स सभी शामिल हो गए। इसके तहत एडवांस इंटेलिजेंस लर्निंग टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म का भी प्रयोग किया जाएगा।
इस मिशन के तहत स्कूल वाहन के ड्राइवर, अटेंडेंट आदि को जागरूकता प्रोग्राम के माध्यम से स्कूली बच्चों की सुरक्षा के प्रोटोकॉल, रेगुलर हेल्थ और दूसरी चीजों के बारे में भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके साथ ही अभिभावक, शिक्षक और बाकी लोगों से इसके बारे में अपना फीडबैक देने के लिए कहा गया है और जरूरी फीडबैक को अमल में भी लाया जाएगा।
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