यूपीएससी सिविल सर्विसेज एग्जाम में साइकोलॉजी एक ऑप्शनल विषय है। यूपीएससी साइकोलॉजी सिलेबस कैंडिडेट्स की इस विषय को समझने और वास्तविक जीवन के मुद्दों से निपटने के लिए उनकी क्षमता का आकलन करता है। इसमें साइकोलॉजी के थियोरिटिकल और प्रैक्टिकल दोनों पहलुओं को शामिल किया गया है। यह विभिन्न मानवीय समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने पर केंद्रित है। UPSC Psychology Optional Syllabus In Hindi के बारे में अधिक जानने के लिए इस ब्लॉग को अंत तक पढ़ें।
UPSC Psychology Optional क्या है?
यूपीएससी के उम्मीदवारों को आईएएस परीक्षा के लिए साइकोलॉजी एक ऑप्शनल सब्जेक्ट है। यूपीएससी अपने सीएसई एग्जाम के परीक्षा के लिए 48 अन्य विषयों के साथ-साथ साइकोलॉजी को ऑप्शनल सब्जेक्ट में से एक के रूप में पेश करता है। इसका मतलब यह है कि हिस्ट्री या जियोग्राफी जैसे अन्य विषयों को चुनने के बजाय, उम्मीदवार मनोविज्ञान का अध्ययन करना चुन सकते हैं। सिलेबस में मनोविज्ञान की सैद्धांतिक अवधारणाओं और व्यावहारिक अनुप्रयोगों को शामिल किया गया है। जिससे उम्मीदवारों को मानव व्यवहार को समझने और मनोवैज्ञानिक सिद्धांतों का उपयोग करके सामाजिक चुनौतियों का समाधान करने में मदद मिलती है।
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UPSC Psychology Optional का सम्पूर्ण सिलेबस
UPSC Psychology Optional का सम्पूर्ण सिलेबस यहां दिया गया है:
यूपीएससी साइकोलॉजी सिलेबस ऑप्शनल पेपर 1
यूपीएससी साइकोलॉजी सिलेबस ऑप्शनल पेपर 1 निम्न प्रकार से है:
इंट्रोडक्शन
- डेफिनिशन ऑफ़ साइकोलॉजी हिस्टोरिकल अटेंडेंट्स ऑफ़ साइकोलॉजी एंड ट्रेंड्स इन 21st सेंचुरी
- साइकोलॉजी एंड साइंटिफिक मैथड्स: साइकोलॉजी इन रिलेशन टू अदर सोशल साइंसेज एंड नेचुरल साइंसेज
- एप्लीकेशन ऑफ़ साइकोलॉजी टू सोसाइटल प्रॉब्लम
मेथड्स ऑफ़ साइकोलॉजी
- टाइप्स ऑफ़ रिसर्च: डिस्क्रिप्टिव, इवेलुएटिव, डायग्नोस्टिक, प्रोग्नोस्टिक
- मेथड्स ऑफ़ रिसर्च: सर्वे, ऑब्जरवेशन, केस स्टडी एंड एक्सपेरिमैंट्स, करैक्टेरिस्टिक्स ऑफ़ एक्सपेरिमेंटल डिजाइन एंड नॉन एक्सपेरिमेंटल डिजाइन
- क्वासी एक्सपेरिमेंटल डिजाइन: फोकस्ड ग्रुप डिस्कशन, ब्रेनस्टॉर्मिंग, ग्राउंडेड थिअरी अप्रोच
डेवलपमेंट ऑफ़ ह्यूमन बिहेवियर
- ग्रोथ एंड डेवलपमेंट: प्रिंसिपल्स ऑफ़ डेवलपमेंट, रोल ऑफ़ जेनेटिक एंड एनवायरमेंटल फैक्टर्स इन डिटरमाईनिंग ह्यूमन बिहेवियर
- इन्फ्लुएंस ऑफ कल्चरल फैक्टर्स इन सोशलिज्म: लाइफ़ स्पेन डेवलपमेंट, कैरेक्टरस्टिक्स, डेवलपमेंट, टास्क्स
- प्रोमोटिंग साइकोलॉजिकल वेल बीइंग एक्रॉस मेजर स्ट्रेचेज ऑफ़ द लाइफ स्पेन
सेंसेशन अटेंशन एंड परसेप्शन
- सेंसेशन: कॉन्सेप्ट्स ऑफ थ्रेशहोल्ड्स, एब्सलूट एंड डिफ्रेंट थ्रेशहोल्ड्स, सिग्नल डिटेक्शन एंड विजिलेंस
- फैक्टर्स इनफ्लुएंसिंग अटेंशन इंक्लूड सेट एंड कैरेक्टर्स पिक्स ऑफ़ स्टीमुलस, डेफिनिशन ऑफ़ कॉन्सेप्ट परसेप्शन, बायोलॉजिकल फैक्टर्स इन परसेप्शन
लर्निंग
- कॉन्सेप्ट एंड थिअरीज ऑफ़ लर्निंग (बिहेवियरिस्ट्स, गेस्टलटैलिट्स एंड इन्फॉर्मेशन प्रोसेसिंग मॉडल्स)
- द प्रोसेस ऑफ़ एक्सटिंक्शन, डिस्क्रिमिनेशन एंड जनरलाइजेशन: प्रोग्राम्ड लर्निंग, प्रोबेबिलिटी लर्निंग, सेल्फ इंस्ट्रक्शन लर्निंग कॉन्सेप्ट्स
- टाइप्स एंड द शेड्यूल ऑफ़ रिइंफोर्समेंट, एस्केप, अवॉइडेंस एंड पनिशमेंट, मॉडलिंग एंड सोशल लर्निंग
मेमोरी
- इनकोडिंग एंड रिमेंबरिंग: शॉर्ट टर्म मेमोरी, लॉन्ग टर्म मेमोरी, सेंसरी मेमोरी, आईकॉनिक मेमोरी
- एकोईक मेमोरी द मल्टी स्टोर मॉडल, लेवल्स ऑफ़ प्रोसेसिंग
- ऑर्गेनाइजेशन एंड नेमोनिक टेक्निक्स टू इंप्रूव मेमोरी
- थिअरीज का फ़ॉरगेटिंग, डीके इंटरफेरेंस एंड रिट्रीवल फैलियर मेटा मेमोरी, एमनेसिया, एंटरोग्रेड एंड रेट्रोग्रेड
थिंकिंग एंड प्रोबलम सॉल्विंग
- पिएगेट्स थ्योरी ऑफ़ कॉग्निटिव डेवलपमेंट: कॉन्सेप्ट फॉरमेशन प्रोसेसेज, इनफॉरमेशन प्रोसेसिंग
- रीजनिंग एंड प्रोब्लम सॉल्विंग: फैसिलिटेटिंग एंड हिंडरिंग फैक्टर्स इन प्रोबलम सॉल्विंग
- मेथड्स ऑफ़ प्रोबलम सॉल्विंग: क्रिएटिव थिंकिंग एंड फोस्टरिंग क्रिएटिविटी
- फैक्टर्स इनफ्लुएंसिंग डिसीजन मेकिंग एंड जजमेंट: रिसेंट ट्रेंड्स
इंटेलिजेंस एंड एप्टीट्यूड
- कॉन्सेप्ट ऑफ़ इंटेलिजेंस एंड एप्टीट्यूड, नेचर ऑफ़ एंड थिअरीज ऑफ़ इंटेलिजेंस, स्पीरमैन, थर्स्टोन, गिलफॉर्ड वर्नोन, जेपी दास
- इमोशनल इंटेलिजेंस, सोशल इंटेलिजेंस, मेजरमेंट ऑफ़ इंटेलिजेंस एंड एप्टीट्यूड
- कॉन्सेप्ट ऑफ़ आईक्यू, डिविएशन आईक्यू, इक कंसल्टेंसी का आईक्यू मेजरमेंट ऑफ़ मल्टीप्ल इंटेलिजेंस
- फ्लूइड इंटेलिजेंस एंड क्रिस्टलाइज्ड इंटेलिजेंस
पर्सनेलिटी
- डेफिनेशन एंड कॉन्सेप्ट ऑफ़ पर्सनैलिटी, थिअरीज ऑफ़ पर्सनालिटी (साइकोलिटिकल सोशियो कल्चरल, इंटरपर्सनल)
- डेवलपमेंटल, ह्यूमैनिस्टिक, बिहेवियरिस्टिक, ट्रेट एंड टाइप अप्रोचेज
- मेजरमेंट ऑफ़ पर्सनालिटी (प्रोजेक्टिव टेस्ट, पेंसिल पेपर टेस्ट) द इंडियन अप्रोच टू पर्सनैलिटी
- ट्रेनिंग फॉर पर्सनैलिटी डेवलपमेंट, लेटेस्ट अप्रोचेज लाइक द बिग फाइव फैक्टर थ्योरी
- द नोशन ऑफ सेल्फ इन डिफरेंट ट्रेडीशंस
लैंग्वेज एंड कम्युनिकेशन
- ह्यूमन लैंग्वेज: प्रॉपर्टीज, स्ट्रक्चर एंड लिंग्विस्टिक हीरआर्की
- लैंग्वेज एक्विजिशन: प्रीडिस्पोजीशन, क्रिटिकल पीरियड हाइपोथेसिस, थिअरीज ऑफ़ लैंग्वेज डेवलपमेंट
- स्किनर एंड चोम्स्की: प्रोसेस एंड टाइप्स ऑफ़ कम्युनिकेशन, इफेक्टिव कम्युनिकेशन ट्रेनिंग
इश्यूज एंड पर्सपेक्टिव्स इन मॉडर्न कंटेंपरेरी साइकोलॉजी
- कंप्यूटर एप्लीकेशन इन द साइकोलॉजिकल लैबोरेट्री एंड साइकोलॉजिकल टेस्टिंग
- आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस: साइकोबर्नेटिक्स, स्टडी ऑफ़ कॉन्शसनेस, स्लिप वैक शेड्यूल्स, ड्रीम्स स्टीमुलस, डिप्रिवेशन, मेडिटेशन, हिप्नोटिक ड्रग इंडिसेड स्टडीज
- एक्स्ट्रासेंसरी परसेप्शन: इंटरसेंसरी परसेप्शन सिमुलेशन स्टडीज
यूपीएससी साइकोलॉजी सिलेबस ऑप्शनल पेपर 2
यूपीएससी साइकोलॉजी सिलेबस ऑप्शनल पेपर 2 निम्न प्रकार से है:
साइकोलॉजिकल मेजरमेंट ऑफ़ इंडिविजुअल डिफरेंसेस
- द नेचर ऑफ़ इंडिविजुअल डिफरेंसेस, करैक्टेरिस्टिक्स एंड कंस्ट्रक्शन ऑफ स्टैंडर्डाइज्ड साइकोलॉजिकल टेस्ट
- टाइप्स ऑफ़ साइकोलॉजिकल टेस्ट: यूज, मिसयूज एंड लिमिटेशंस ऑफ़ साइकोलॉजिकल टेस्ट
- एथिकल इश्यूज इन द यूज ऑफ़ साइकोलॉजिकल टेस्ट
साइकोलॉजिकल वेल बीइंग एंड मेंटल डिसऑर्डर्स
- कॉन्सेप्ट ऑफ़ हेल्थ, इल हेल्थ, पॉजिटिव हेल्थ वेल बीइंग
- कैजुअल फैक्टर्स एंड मेंटल डिसऑर्डर्स (एंजायटी डिसऑर्डर, मूड डिसऑर्डर, शिजोफ्रेनिया एंड डाइल्यूजनल डिसऑर्डर, पर्सनैलिटी डिसऑर्डर्स, सब्सटेंस एब्यूज डिसऑर्डर)
थेरेप्यूटिक एप्रोचेज
- साइको डायनेमिक थैरेपीज: बिहेवियर थेरेपीज, क्लाइंट सेंटर्ड थेरेपी
- कॉग्निटिव थैरेपीज, इंडीजीनस थैरेपीज (योगा, मेडिटेशन) बायोफीडबैक थेरेपी
- प्रीवेंशन एंड रिहैबिलिटेशन ऑफ़ द मेंटली इल फोस्टरिंग मेंटल हेल्थ
वर्क साइकोलॉजी एंड ऑर्गेनाइजेशनल बिहेवियर
- पर्सनल सिलेक्शन एंड ट्रेनिंग: यूज ऑफ़ साइकोलॉजिकल टेस्ट इन द इंडस्ट्री, ट्रेनिंग एंड हुमन रिसोर्स डेवलपमेंट: थिअरीज ऑफ वर्क मोटिवेशन, हजबर्ग, मास्लो, एडम इक्विटी थिअरी पोर्टर एंड लोलर, लीडरशिप एंड पार्टिसिपेटरी मैनेजमेंट एडवरटाइजिंग एंड मार्केटिंग: स्ट्रेस एंड इट्स मैनेजमेंट, अर्गोनॉमिक्स, कंज्यूमर साइकोलॉजी, मैनेजरियल इफेक्टिवेनेस ट्रांसफॉरमेशनल लीडरशिप: सेंसिटिविटी ट्रेनिंग पावर एंड पॉलिटिक्स इन ऑर्गेनाइजेशन
एप्लीकेशन ऑफ़ साइकोलॉजी टू द एजुकेशनल फील्ड
- साइकोलॉजिकल प्रिंसिपल्स अंडरलाइंग, इफेक्टिव टीचिंग लर्निंग प्रोसेस
- लर्निंग स्टाइल्स: गिफ्टेड, रिटारटेड, लर्निंग डिसेबल्ड एंड देयर ट्रेनिंग
- ट्रेनिंग फॉर इंप्रूविंग मेमोरी एंड बेटर एकेडमिक अचीवमेंट
- पर्सनैलिटी डेवलपमेंट एंड वैल्यू एजुकेशन: वोकेशनल, एजुकेशनल, गाइडेंस एंड करियर काउंसलिंग
- यूज ऑफ़ साइकोलॉजिकल टेस्ट इन एजुकेशनल इंस्टीट्यूशंस: इफेक्टिव स्ट्रैटेजिस इन गाइडेंस प्रोग्राम्स
कम्युनिटी साइकोलॉजी
- डेफिनेशन एंड कॉन्सेप्ट ऑफ़ कम्युनिटी: कम्युनिटी साइकोलॉजी यूज ऑफ़ स्मॉल ग्रुप्स इन सोशल एक्शन
- अराउसिंग कम्युनिटी कॉन्शसनेस एंड एक्शन फॉर हैंडलिंग सोशल प्रॉब्लम्स
- ग्रुप डिसीजन मेकिंग एंड लीडरशिप फॉर सोशल चेंज इफेक्टिव स्ट्रैटेजिस फॉर सोशल चेंज
रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजी
- प्राइमरी सेकेंडरी एंड टेरिटरी प्रिवेंशन प्रोग्राम्स: द रोले ऑफ़ साइकोलॉजिस्ट
- ऑर्गेनाइजिंग सर्विसेज फॉर द रिहैबिलिटेशन ऑफ फिजिकली, मेंटली एंड सोशली चैलेंज्ड पीपल इंक्लूडिंग ओल्ड पर्संस
- रिहैबिलिटेशन ऑफ पर्संस सफरिंग फ्रॉम सब्सटेंस एब्यूज, जुवेनाइल डेलिंक्वेंसी, क्रिमिनल बिहेवियर
- रिहैबिलिटेशन ऑफ़ विक्टिम ऑफ़ वायलेंस, रिहैबिलिटेशन का एचआईवी/एड्स विक्टिम, द रोल ऑफ़ सोशल एजेंसीज
साइकोलॉजिकल प्रॉब्लम्स ऑफ़ सोशल इंटीग्रेशन
- द कॉन्सेप्ट ऑफ़ सोशल इंटीग्रेशन, द प्रॉब्लम ऑफ़ कास्ट क्लास, रिलिजन एंड लैंग्वेज कॉनफ्लिक्ट एंड प्रेज्यूडिस
- नेचर एंड मेनिफेस्टेशन का प्रेज्यूडिएस बिटवीन द इन ग्रुप एंड आउट ग्रुप
- कैजुअल फैक्टर्स ऑफ़ सोशल कॉनफ्लिक्ट एंड प्रिजूडिसेज, साइकोलॉजिकल स्ट्रैटेजीज़ फॉर हैंडलिंग द कनफ्लिक्ट एंड प्रिजूडिसेज
- मेजर्स टू अचीव सोशल इंटीग्रेशन
एप्लीकेशन ऑफ़ साइकोलॉजी इन इन्फोर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी एंड मास मीडिया
- द प्रेजेंट सिनेरियो ऑफ़ इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड द मास मीडिया बूम एंड द रोल ऑफ़ साइकोलॉजिस्ट
- सिलेक्शन एंड ट्रेनिंग ऑफ़ साइकोलॉजी प्रोफेशन टू वर्क इन द फील्ड ऑफ़ आई टी एंड मास मीडिया
- डिस्टेंस लर्निंग थ्रू आईटी एंड मास मीडिया एंटरप्रेन्योरशिप थ्रू इ कॉमर्स
- मल्टीलेवल मार्केटिंग: इंपैक्ट ऑफ़ टीवी और फोस्टरिंग वैल्यू थ्रू आईटी एंड मास मीडिया
- साइकोलॉजिकल कोंसीक्वेंसेस ऑफ़ रिसेंट डेवलपमेंट्स इन इन्फोर्मेशन टेक्नोलॉजी
साइकोलॉजी एंड इकोनॉमिक डेवलपमेंट
- अचीवमेंट मोटिवेशन एंड इकोनामिक डेवलपमेंट: करैक्टेरिस्टिक्स ऑफ़ एंटरप्रेन्योरियल बिहेवियर
- मोटीवेटिंग एंड ट्रेनिंग पीपल फॉर एंटरप्रेन्योरशिप एंड इकोनामिक डेवलपमेंट
- कंज्यूमर राइट्स एंड कंज्यूमर अवेयरनेस
- गवर्नमेंट पॉलिसीज फॉर द प्रमोशन ऑफ़ एंटरप्रेन्योरशिप अमंग यूथ इंक्लूडिंग वूमेन एंटरप्रेन्योर्स
एप्लीकेशन ऑफ़ साइकोलॉजी टू एन्वायरमेंट एंड रिलेटेड फील्ड्स
- एनवायरमेंटल साइकोलॉजी इफेक्ट्स ऑफ़ नॉइज़ पॉल्यूशन एंड क्राउडिंग
- पापुलेशन साइकोलॉजी: साइकोलॉजिकल कोंसीक्वेंसेस ऑफ़ पापुलेशन एक्सप्लोजन एंड हाई पापुलेशन डेंसिटी
- मोटीवेटिंग फॉर स्मॉल फैमिली नॉर्म: इंपैक्ट ऑफ़ रैपिड साइंटिफिक एंड टेक्नोलॉजिकल ग्रोथ ऑन डिग्रेडेशन ऑफ़ द एन्वायरमेंट
एप्लीकेशन ऑफ़ साइकोलॉजी इन अदर फील्ड्स
- मिलिट्री साइकोलॉजी
- डिवाइजिंग साइकोलॉजिकल टेस्ट फॉर डिफेंस पर्सनल फॉर यूज इन सिलेक्शन
- ट्रेनिंग, काउंसलिंग: ट्रेनिंग साइकोलॉजिस्ट टू वर्क विथ डिफेंस पर्सनल इन प्रोमोटिंग पॉजिटिव हेल्थ
- ह्यूमन इंजीनियरिंग इन डिफेंस
- स्पोर्ट्स साइकोलॉजी: इंटरवेंशन इन इंप्रूविंग द परफॉर्मेंस ऑफ एथलीट्स एंड स्पोर्ट्स पर्संस पार्टिसिपेटिंग इन इंडिविजुअल एंड टीम गेम्स
- मीडिया इनफ्लुएंसेस ऑन प्रो एंड एंट्री सोशल बिहेवियर
- साइकोलॉजी ऑफ़ टेररिज्म
साइकोलॉजी ऑफ़ जेंडर
- इश्यूज ऑफ़ डिस्क्रिमिनेशन, मैनेजमेंट ऑफ़ डायवर्सिटी: ग्लास सीलिंग इफेक्ट
- सेल्फ फुलफिलिंग प्रोफिसी, वूमेन एंड इंडियन सोसाइटी
UPSC Psychology Optional सिलेबस इन हिंदी PDF
UPSC Psychology Optional सिलेबस इन हिंदी PDF यहां से डाउनलोड करें।
UPSC Psychology Optional एग्जाम के लिए एग्जाम पैटर्न
UPSC Psychology Optional एग्जाम के लिए एग्जाम पैटर्न यहां दिया गया है:
- साइकॉलजी ऑप्शनल सब्जेक्ट के यूपीएससी मुख्य परीक्षा में दो पेपर होंगे।
- प्रत्येक पेपर 250 अंकों का होगा अर्थात कुल 500 अंक होंगे।
- प्रत्येक पेपर में ऑब्जेक्टिव प्रकार के प्रश्न होंगे।
- पेपर में नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।
पेपर्स | सब्जेक्ट | मार्क्स |
पेपर 6 | साइकोलॉजी ऑप्शनल पेपर 1 | 250 |
पेपर 7 | साइकोलॉजी ऑप्शनल पेपर 2 | 250 |
कुल | 500 | |
अवधि | 3 घंटे |
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UPSC Psychology Optional की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स
UPSC Psychology Optional की तैयारी के लिए बेस्ट बुक्स निम्न प्रकार से है:
बुक | राइटर | यहां से खरीदें |
एब्नॉर्मल साइकोलॉजी एंड मॉडर्न लाइफ | जेम्स सी कोलमैन | यहां से खरीदें |
द अचीविंग सोसाइटी | डेविड सी मैक्लेलेंड | यहां से खरीदें |
थिअरीज ऑफ पर्सनैलिटी | हाल एंड लिंडजे | यहां से खरीदें |
सोशल साइकोलॉजी | बैरन एंड बर्न | यहां से खरीदें |
द साइकोलॉजी ऑफ़ स्मॉल ग्रुप्स | मार्विन इ शॉ | यहां से खरीदें |
क्लास 11, 12 टेस्टबुक ऑन साइकोलॉजी | एनसीईआरटी | यहां से खरीदें |
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FAQs
यूपीएससी की कुछ सबसे लोकप्रिय जॉब्स हैं आईएएस, आईपीएस, आईएफएस, आईआरएस आदि। इनके अलावा भी कई सारी जॉब हैं जो रैंक के अनुसार प्रदान की जाती है।
साइकोलॉजी को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुनने वाले कई सफल उम्मीदवार रहे हैं। डॉ. शेना अग्रवाल ने 2011 की यूपीएससी आईएएस परीक्षा में मनोविज्ञान को अपने वैकल्पिक विषयों में से एक के रूप में चुना था, दूसरा चिकित्सा विज्ञान था।
यह आईएएस उम्मीदवारों के बीच एक आम गलत धारणा है। कई टॉपर्स ने साइकोलॉजी को अपने वैकल्पिक विषय के रूप में चुना है और अच्छा स्कोर किया है।
आशा हैं कि आपको इस ब्लाॅग में UPSC Psychology Optional Syllabus In Hindi के बारे में पूरी जानकारी मिल गई होगी। इसी प्रकार के अन्य कोर्स और सिलेबस से जुड़े ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।