UPSC एस्पिरेंट्स के लिए लम्पी स्किन डिजीज पर इम्पोर्टेन्ट नोट्स

1 minute read
UPSC aspirants ke liye Lumpy Skin disease par important notes

UPSC एग्जाम की तैयारी करने वाले एस्पिरेंट्स के लिए लम्पी स्किन डिजीज के बारे में आपको इस एग्जाम अपडेट्स के माध्यम से जानने को मिलेगा।

लम्पी स्किन डिजीज (गांठदार त्वचा रोग), यह एक प्रकार का ऐसा रोग है जो मवेशियों में होने वाले संक्रामक के रूप में पाया जाता है। यह संक्रमण पॉक्सविरिडे फैमिली के एक वायरस के कारण होता है, दूसरे शब्दों में इस संक्रमण को नीथलिंग वायरस भी कहा जाता है। 

लम्पी स्किन डिजीज के कारण पशुओं की त्वचा पर गांठें बन जाती हैं। कोविड महामारी के बाद इस वायरस ने वर्ष 2022 में भयंकर हाहाकार मचाया था। यह रोग मच्छर और मक्खियों के काटने से ही मवेशियों और गौवंशों में फैलता है।

लंपी त्वचा रोग विषाणु कीट वाहक के बिना सीधे संचरण के माध्यम से, मुख्यता साँस लेने, संक्रमित सामग्री या व्यक्तियों के सीधे संपर्क में आने से मनुष्यों को भी संक्रमित कर सकता है।

क्या हैं लम्पी स्किन डिजीज के लक्षण?

निम्नलिखित बिंदुओं के माध्यम से लम्पी स्किन डिजीज के लक्षण को समझा जा सकता है-

  • तेज बुखार के साथ आँख और नाक से तरल पदार्थ का निकलना
  • मुँह से लार का अधिक मात्रा में टपकना
  • शरीर पर छालों का उभारना
  • लम्पी स्किन डिजीज से पीड़ित पशुओं को खाना चबाने में दिक्कत होती है, जिसके कारण वह खाना बंद कर देते हैं आदि।

लम्पी स्किन डिजीज रोकथाम के लिए उपचार के उपाय

लम्पी स्किन डिजीज रोकथाम के लिए उपचार के उपाय नीचे दिए गए हैं-

  • लम्पी स्किन डिजीज के खिलाफ टीकाकरण करवाना सटीक उपाय है, भारत में इस टीकाकरण को पशुधन स्वास्थ्य और रोग नियंत्रण कार्यक्रम के अंतर्गत किया जाता है।
  • लम्पी स्किन डिजीज के लिए वैसे तो कोई स्पेशल एंटीवायरल दवाएंँ उपलब्ध नहीं हैं, पर इस समस्या का सटीक समाधान सतर्कता के साथ मवेशियों की देखभाल करना ही है।
  • लम्पी स्किन डिजीज में मवेशियों के घाव पर एंटीबायोटिक दवाओं और स्प्रे का उपयोग किया जाता है।
  • लम्पी स्किन डिजीज से संक्रमित जानवरों की भूख को बनाए रखने के लिये एंटी-इंफ्लेमेटरी दर्द निवारक दवाओं का भी उपयोग किया जाता है। 

इसी प्रकार की अन्य Exam Update के लिए हमारी वेबसाइट के साथ बनें रहे।

Leave a Reply

Required fields are marked *

*

*