Dussehra Anchoring Script : स्कूल में दशहरा उत्सव के लिए एंकरिंग स्क्रिप्ट

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Dussehra Anchoring Script in Hindi

क्या आप इस बार अपने स्कूल में 12 अक्टूबर पर दशहरा के आयोजन पर मंच संचालन करने वाले हैं और आप दशहरा उत्सव के लिए मंच संचालन स्क्रिप्ट (Dussehra Anchoring Script in Hindi) लिखने की तैयारी कर रहे हैं? अगर हाँ, तो यह ब्लॉग आपके लिए बहुत मददगार साबित हो सकता है। इस ब्लॉग में हम आपको दशहरा उत्सव के लिए मंच संचालन स्क्रिप्ट तैयार करने के कुछ सैम्पल्स दिए हैं, जिसकी मदद से आप अपने कार्यक्रम को और भी प्रभावी और यादगार बना सकते हैं।

Dussehra Anchoring Script Sample 1 – दशहरा उत्सव पर मंच संचालन स्क्रिप्ट

दशहरा उत्सव पर स्कूल में आयोजित कार्यक्रम में एंकर की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण होती है। एंकर न केवल कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं, बल्कि वे पूरे कार्यक्रम को सुचारु रूप से संचालित करने का कार्य भी करते हैं। ऐसे में एक एंकर की स्क्रिप्ट दर्शकों का ध्यान मंच की ओर खींचने और पूरे आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाती है। यहाँ पर दशहरा उत्सव मनाने के लिए एक मंच संचालन स्क्रिप्ट दी गयी है, जिसकी मदद से आप इस महत्वपूर्ण अवसर को और भी ख़ास बना सकते हैं :

प्रारंभिक स्वागत : 

एंकर 1 : (मंच पर आते हुए) 

नमस्कार! आदरणीय मुख्य अतिथि महोदय, प्रधानाचार्य महोदय, सम्मानित शिक्षकगण, अभिभावकगण और मेरे प्रिय साथियों! आज हम यहां दशहरा के विशेष अवसर पर एकत्रित हुए हैं। दशहरा का यह पर्व हमें सिखाता है कि बुराई पर अच्छाई की विजय होती है। इस ख़ास मौके पर मैं [अपना नाम] आप सभी का हार्दिक स्वागत करता/करती हूं।

एंकर 2 : नमस्कार, [एंकर 1 का नाम]! और आप सभी का भी मैं तहे दिल से स्वागत करती/करता हूँ। दशहरा, जो हमें श्रीराम की बुराई पर विजय की याद दिलाता है, हमें प्रेरित करता है कि हम भी अपने जीवन में अच्छाई और सच्चाई का पालन करें। आज के इस कार्यक्रम में हम उसी विजय का उत्सव मनाने के लिए यहां हैं। 


कार्यक्रम की शुरुआत : 

एंकर 1 : तो आइए, सबसे पहले हम इस कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं सरस्वती वंदना से, ताकि हमें ज्ञान और विवेक का आशीर्वाद मिल सके। मैं आमंत्रित करती/करता हूँ अपनी टीम को, जो सरस्वती वंदना प्रस्तुत करेंगे।

एंकर 2 :  आइए तालियों के साथ स्वागत करें हमारे प्रतिभाशाली छात्रों का। 


(सरस्वती वंदना के बाद)

प्रथम प्रस्तुति :  

एंकर 1 :  वाह! क्या शानदार शुरुआत थी। धन्यवाद हमारे विद्यार्थियों को इस मधुर स्वागत गीत के लिए।

एंकर 2 : अब हम आगे बढ़ते हैं और देखते हैं हमारे विद्यार्थियों की अगली प्रस्तुति, जिसमें वे दशहरा पर्व के महत्व को एक नाटक के माध्यम से प्रस्तुत करेंगे। तालियों के साथ स्वागत करें हमारे इन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का। 


(नाटक के बाद)

एंकर 1 : यह नाटक वाकई दिल को छू लेने वाला था। इससे हमें यह समझने को मिला कि यह पर्व केवल रावण के दहन का पर्व नहीं है, बल्कि यह हमें अपने भीतर की बुराईयों को भी नष्ट करने और अच्छाई की ओर बढ़ने का संदेश देता है। 

विशेष भाषण : 

एंकर 2 : अब मैं आमंत्रित करना चाहूंगा/चाहूंगी हमारे माननीय प्रधानाचार्य जी को, जो हमें दशहरा पर्व के इस खास मौके पर अपने प्रेरणादायक विचारों से अवगत कराएंगे। कृपया जोरदार तालियों के साथ उनका स्वागत करें।


यह भी पढ़ें : Dussehra Quotes in Hindi : बुराई पर अच्छाई की जीत से जुड़े दशहरा पर अनमोल विचार 

(प्रधानाचार्य जी का भाषण)

सांस्कृतिक कार्यक्रम : 

एंकर 1 :  अब समय आ गया है एक और शानदार प्रस्तुति का। हमारे विद्यालय के प्रतिभाशाली छात्र एक खूबसूरत नृत्य प्रस्तुति देने जा रहे हैं, जो इस दिन को और भी खास बना देगी। तालियों के साथ स्वागत करें…  


(नृत्य प्रस्तुति के बाद)

एंकर 2 : क्या अद्भुत प्रस्तुति थी। इस नृत्य ने वास्तव में दशहरा पर्व की भावना को और भी गहरा कर दिया। धन्यवाद हमारे कलाकारों को।


(समापन)

एंकर 1 : आइए, हम सब यह संकल्प लें कि हम अपने जीवन में अच्छाई की राह पर चलेंगे और बुराई को हराने का प्रयास करेंगे।

एंकर 2 : हम आशा करते हैं कि आप सभी को यह कार्यक्रम पसंद आया होगा। धन्यवाद हमारे सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, और दर्शकों का, जिन्होंने इसे सफल बनाने में योगदान दिया। दशहरा पर्व की ढेर सारी शुभकामनाएँ।

एंकर 1 और एंकर 2: धन्यवाद, जय हिंद!

Dussehra Anchoring Script Sample 2 – दशहरा मंच संचालन स्क्रिप्ट

दशहरा पर मंच संचालन स्क्रिप्ट आप इस तरह से भी तैयार कर सकते हैं और दशहरा के रंगारंग कार्यक्रम में चार चाँद लगा सकते हैं : 

प्रारंभिक स्वागत

एंकर 1 : नमस्कार और शुभ प्रभात! आदरणीय प्रधानाचार्य जी, सम्मानित शिक्षकगण, और मेरे प्यारे साथियों! 

आज का यह दिन बेहद खास है क्योंकि आज हम दशहरा उत्सव मनाने के लिए एकत्र हुए हैं। दशहरा, विजय का प्रतीक और बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। 

एंकर 2 : बिलकुल सही कहा आपने! दशहरा का यह पर्व हमें अच्छाई की राह पर चलने की प्रेरणा देता है। आज के इस आयोजन में हम सभी एक साथ मिलकर इस पावन अवसर को मनाएंगे। 

एंकर 1 : तो चलिए, कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं और सबसे पहले हम अपने विद्यालय के छात्र-छात्राओं को आमंत्रित करते हैं, जो सरस्वती वंदना के साथ आज के इस पावन दिन का शुभारंभ करेंगे। 


प्रथम प्रस्तुति: सरस्वती वंदना 

(सरस्वती वंदना के बाद)

एंकर 2 : धन्यवाद मित्रों इस दिल को छू लेने वाली प्रस्तुति के लिए। अब हम अपने अगले कार्यक्रम की ओर बढ़ते हैं।


दूसरी प्रस्तुति : प्रेरणादायक नाटक

एंकर 1 : अब हमारे छात्र एक प्रेरणादायक नाटक प्रस्तुत करेंगे, जिसमें दशहरा पर्व के इतिहास और महत्व को दर्शाएंगे। 

एंकर 2 : तो आइए, जोरदार तालियों से स्वागत करें। 


(नाटक के बाद)

एंकर 1 : वाह! यह नाटक वाकई दिल को छू लेने वाला था। 

एंकर 2 : सच में, इस नाटक ने हमें यह सिखाया कि दशहरा पर्व का इतिहास कितना समृद्ध है। 


प्रधानाचार्य का संबोधन

एंकर 1 : अब हम अपने सम्माननीय प्रधानाचार्य जी को आमंत्रित करना चाहेंगे, जो आज के इस विशेष अवसर पर अपने प्रेरणादायक विचारों से हमें संबोधित करेंगे। 


(प्रधानाचार्य जी का भाषण)

एंकर 2 : धन्यवाद प्रधानाचार्य जी, आपके प्रेरणादायक शब्दों के लिए। अब हम आगे बढ़ते हैं एक और शानदार प्रस्तुति की ओर।


(नृत्य/संगीत कार्यक्रम प्रस्तुति) 

एंकर 1 : तो आइए, तालियों के साथ स्वागत करें छात्रों का।


(नृत्य/संगीत कार्यक्रम के बाद)

एंकर 2 : तो ये थी हमारे छात्रों द्वारा एक शानदार प्रस्तुति। 

(अंतिम धन्यवाद और समापन)

दो एंकर के बीच दशहरा उत्सव पर मंच संचालन स्क्रिप्ट 

दशहरा उत्सव पर कई बार एक मंच का संचालन दो एंकर एक साथ भी करते हैं तब आप Dussehra Anchoring Script in Hindi कुछ इस प्रकार से लिख सकते हैं (यहां एंकर 1 राहुल और एंकर 2 अंजली हैं)- 

एंकर 1: (मंच पर आते हुए) सभी को सुप्रभात ! आदरणीय अतिथियों, शिक्षकों और मेरे प्यारे साथियों, आप सभी को दशहरा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं!

एंकर 2: (मंच पर आते हुए) सुप्रभात, राहुल! और सभी को मेरा भी प्रणाम। आज हम यहाँ एकत्रित हुए हैं ताकि इस पावन पर्व को खुशी और उल्लास के साथ मनाया जा सके। 

एंकर 1: बिल्कुल, अंजलि! इस अवसर पर हम सभी को अपने जीवन में अच्छाई और सकारात्मकता को अपनाने की प्रेरणा मिलती है। तो चलिए, हम आज के कार्यक्रम की शुरुआत करते हैं।

एंकर 2: तो चलिए, आज के इस पावन अवसर की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन के साथ करते हैं। हम अनुरोध करते हैं हमारे माननीय अतिथि महोदय और प्रधानाचार्य जी से कि वे मंच पर आएं और दीप प्रज्ज्वलन करें।


(दीप प्रज्ज्वलन के बाद)

एंकर 2: धन्यवाद माननीय अतिथि महोदय और प्रधानाचार्य जी। तो चलिए, सबसे पहले भगवान का स्मरण करते हुए इस मंच का शुभारंभ एक मधुर सरस्वती वंदना से करते हैं। मैं हमारे विद्यालय के विद्यार्थियों को आमंत्रित करती हूँ, जो सरस्वती वंदना प्रस्तुत करेंगे।


(सरस्वती वंदना  के बाद)

एंकर 1: वाह! कितना सुंदर और मनमोहक प्रस्तुतिकरण था। सरस्वती वंदना ने इस कार्यक्रम को एक शुभ और सकारात्मक शुरुआत दी। 

एंकर 2: सही कहा राहुल ! अब हम दशहरा पर्व पर एक कविता सुनने जा रहे हैं, जो इस त्यौहार की महत्वपूर्णता और इसके संदेश को दर्शाएगी। इसके लिए मैं मंच पर कक्षा 10वीं के छात्र/छात्रा [नाम] को आमंत्रित करना चाहूंगी। 


(कविता प्रस्तुति के बाद)

एंकर 1: वाह! क्या मनमोहक कविता थी। इस कविता ने सचमुच दशहरा के महत्व को हमारे दिलों में गहराई से उतार दिया है। अब मैं अनुरोध करती हूँ हमारे माननीय मुख्य अतिथि से कि वे मंच पर आएं और अपने विचार व्यक्त करें।


(मुख्य अतिथि का भाषण)

एंकर 2: धन्यवाद, सर, आपके प्रेरणादायक शब्दों के लिए। अब बारी है एक और शानदार प्रस्तुति की, जिसमें हम देखेंगे इस पर्व की विविधता और उसका सांस्कृतिक महत्व। प्रस्तुत है एक नृत्य नाटिका, जो दशहरा के इतिहास को दर्शाएगी। कृपया तालियों के साथ स्वागत करें हमारी टीम का।


(नृत्य नाटिका के बाद)

एंकर 1: वाह! यह नृत्य नाटिका वास्तव में बहुत प्रेरणादायक थी। दशहरा पर्व के इतिहास को इतनी खूबसूरती से मंच पर लाने के लिए हमारी टीम को बहुत बहुत धन्यवाद! 

एंकर 2: सही कहा, राहुल! अब अंत में हम धन्यवाद ज्ञापन करेंगे। मैं अनुरोध करता हूँ हमारे उपप्रधानाचार्य जी से कि वे आएं और धन्यवाद ज्ञापन करें।


(धन्यवाद ज्ञापन के बाद)

एंकर 1: तो दोस्तों, यह था हमारा दशहरा पर्व का कार्यक्रम। हमें उम्मीद है कि आपने इस कार्यक्रम का आनंद लिया होगा।

एंकर 2: एक बार फिर से आप सभी को दशहरा पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं। जय हिंद!

एंकर 1 और एंकर 2: जय हिंद!

दशहरा पर मंच संचालन हेतु शायरी

दशहरा मंच संचालन स्क्रिप्ट (Dussehra Anchoring Script in Hindi) में आप कुछ लोकप्रिय दशहरा शायरियों को शामिल कर सकते हैं जिनमें से कुछ हैं  : 

“दशहरा का पर्व हमें यह सिखाता,
बुराई का अंत सदा ही आता।
रावण चाहे कितना भी हो बलवान,
जीतता वही, जो सच्चा और महान।”


“धर्म की जीत का संदेश लाए दशहरा,
सत्य का दीप जलाए दशहरा।
अंधकार चाहे जितना भी गहरा हो,
अंत में उजाला ही फैलाए दशहरा।”


“रावण के दस सिरों से मिली ये शिक्षा,
अहंकार को हराना है, यही है सच्ची दिशा।
दशहरे की खुशियाँ हर दिल में समा जाएं,
सत्य और धर्म की राह पर सभी चलें, यही सन्देश लाए।”


“रावण का अहंकार जलाकर सबको सिखाए,
सच्चाई का दीप जलाकर हर दिल को जगाए।
दशहरा का पर्व लाए खुशियों की सौगात,
सत्य की राह पर चलना है सबसे बड़ी बात।”


विजयदशमी पर विजय का प्रतीक हैं श्रीराम
बुराई पर अच्छाई का प्रतीक हैं श्री राम
दशहरा पर्व की शुभकामनाएं। 

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