दशहरा प्रमुख हिंदू त्योहारों में से एक है जो नवरात्रि के अंत का प्रतीक है। यह त्योहार भगवान राम की रावण पर विजय के रूप में मनाया जाता है। कई स्थानों पर इस दिन बुराई के विनाश का संकेत देने के लिए आतिशबाजी के साथ रावण के पुतले जलाए जाते हैं, लेकिन कई बार परीक्षाओं में दशहरा पर निबंध या फिर प्रश्न पूछे जाते हैं और इसके लिए हमें सही से जानकारी होना आवश्यक है, इसलिए इस ब्लाॅग में हम दशहरा क्यों मनाया जाता है और इसका इतिहास जानेंगे।
दशहरा क्यों मनाया जाता है?
जब दशहरा या विजयादशमी की बात आती है, तो इसके बारे में कई कहानियां हैं कि कैसे यह त्योहार पूरे भारत में अलग-अलग तरीकों से मनाया जाता है। उदाहरण के लिए, उत्तर या पश्चिमी भारत के अधिकांश राज्यों में दशहरा भगवान राम के सम्मान में मनाया जाता है। दशहरे के पीछे की कहानी भगवान राम की रावण पर विजय को दर्शाती है। यह दिन राम लीला के अंत का भी प्रतीक है – राम, सीता और लक्ष्मण की कहानी का पुनर्कथन।
दशहरा का इतिहास क्या है?
रामायण के अनुसार भगवान राम ने रावण का वध कर बुराई पर विजय प्राप्त की। इस दिन को मनाने के लिए लोग विजयादशमी या दशहरा उत्सव मनाते हैं और पूरे देश में दशहरा उत्सव मनाया जाता है। हर साल नवरात्रि के समापन पर विजयादशमी का त्योहार या दशहरा मनाया जाता है। दशहरा को 10 सिर वाले रावण पर विष्णु अवतार राम की जीत के रूप में मनाया जाता है।
FAQs
अधर्म पर धर्म की जीत के प्रतीक के रूप में विजयदशमी मनाई जाती है।
नवरात्रि के अंत में दशहरा आता है।
दशहरा को विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है।
उम्मीद है कि इस ब्लाॅग में आपको दशहरा क्यों मनाया जाता है के बारे में पता चला होगा। इसी तरह के माइथोलॉजी से जुड़े अन्य ब्लॉग्सपढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।