ठगा सा रहना मुहावरे का अर्थ (Thaga Sa Reh Jana Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति किसी घटना से चकित रह जाता है, तो उसके लिए हम ठगा सा रहना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ठगा सा रहना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
ठगा सा रहना मुहावरे का अर्थ क्या है?
Thaga Sa Reh Jana Muhavare Ka Arth होता है- चकित रह जाना, विस्मित रह जाना, भौचक्का रह जाना आदि।
ठगा सा रहना व्याख्या
इस मुहावरे में “ठगा सा रहना मुहावरे का अर्थ” – चोर सोने की चेन ले कर भाग गया और रिंकी ठगी सी खड़ी रही।
ठगा सा रहना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
ठगा सा रहना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- राजेश अपना क्रिकेट बैट ले कर चला गया और पूरी टीम ठगी सी उसे देखती रही।
- अच्छे रेस्टोरेंट में खराब खाना खा कर महंगा बिल देखते हुए रंजन को ठगा खड़ा रहा।
- अपने से कमजोर छात्र को अपने से ज्यादा सफल देख कर दीपक अपनो को ठगा सा पाया।
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आशा है कि ठगा सा रहना मुहावरे का अर्थ (Thaga Sa Reh Jana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।