7 दिसंबर 2023 को तमिल नाडु ने साइक्लोन मिचौंग के कारण हुए नुकसान की जांच करने के लिए सोमवार यानि 11 दिसंबर को फिर से खोलने से पहले हर स्कूल का दौरा करने के लिए एक समिति बनाने का निर्देश दिया है। राज्य में स्कूल शिक्षा विभाग ने चेन्नई, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम और तिरुवल्लूर जिलों में कार्य किया जाएगा।
एक सरकारी प्रेस रिलीज़ के अनुसार, स्कूलों को पूरी तरह से साफ और कीटाणुरहित करना होगा। स्कूल में जमा मलबा भी हटाया जाएगा, और उन क्षेत्रों की जाँच भी की जाएगी कि कहीं कोई जानलेवा जानवर तो नहीं हैं।
ये सावधानी बरती जाएंगी
चूंकि कई स्कूल भारी बाढ़ वाले क्षेत्रों में हैं, इसलिए स्कूलों की बॉउंड्री की बैरिकेडिंग करनी होगी ताकि छात्र बाउंड्री के 20 फीट के भीतर न जाएं। जो क्लासेज इस साइक्लोन से प्रभावित हुई हैं, उन्हें बंद कर दिया जाना चाहिए। वहीं जिस भी इमारत का पुनर्निर्माण किया जाना है उस पर बैरिकेड्स लगाए जाएंगे जिससे छात्र उनमें न जा सकें।
दूसरी ओर, किसी भी खुले कुएं को ढंकना होगा, रसोई सेक्शन को वाइटवॉश, और स्टोव की मरम्मत करनी होगी। रिलीज़ में कहा गया है कि पीने के पानी की व्यवस्था की जानी चाहिए और शौचालयों और बिजली के तारों की भी जाँच की जानी चाहिए।
विभाग ने पेरेंट्स-टीचर यूनियन से मदद करने का अनुरोध किया और प्रिंसिपल्स से 8 दिसंबर से स्कूल का दौरा करने को कहा जिससे यह सुनिश्चित किया जाएगा कि स्कूल छात्रों के लिए पूरी तरह से खुलने को तैयार हैं।
वहीं चेन्नई और तिरुवल्लूर जिलों में स्कूल और कॉलेज आज यानि 8 दिसंबर को बंद रहेंगे, इसलिए शिक्षकों को भरोसा है कि सफाई का काम फिर से खोलने के लिए समय पर पूरा हो जाएगा।
इस कार्य से ये फायदे होंगे छात्रों
- इस कार्य से स्कूल में छात्रों की स्वास्थ्य पर ध्यान दिया जाएगा।
- ऐसा करने से छात्र अधिक मात्रा में सरकारी स्कूलों में एनरोलमेंट लेंगे जिससे शिक्षा का स्तर बढ़ेगा।
- स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए छात्र स्कूल में रोज़ाना आ सकेंगे।