न्यूजीलैंड कर रहा है भारतीय अंतरराष्ट्रीय स्टूडेंट्स की कंसर्न पर काम

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न्यूजीलैंड कर रहा है भारतीय अंतरराष्ट्रीय स्टूडेंट्स की कंसर्न पर काम

न्यूजीलैंड के मैनेजर ऑफ इमीग्रेशन (स्किल्स एंड रेसीडेंस) पॉलिसी, मिनिस्ट्री ऑफ बिजनेस इनोवेशन & एंप्लॉयमेंट (MBIE), एंड्रयू क्रेग ने कहा कि सरकार भारतीय स्टूडेंट्स की कंसर्न पर काम कर रहे हैं। उनका कहना है कि सरकार भारतीय स्टूडेंट्स की सफलता के लिए स्पेसिफिक पाथवे प्लान कर रही है।

एंड्रयू क्रेग ने कहा, अब न्यूजीलैंड वर्क वीजा, स्टूडेंट वीजा, विजिटर वीजा व रेसीडेंस वीजा के लिए लोग आवेदन कर सकते हैं, न्यूजीलैंड की सीमा अब सभी के लिए ओपन है। 

न्यूजीलैंड में कोविड-19 के समय कोविड नीतियों और बंद सीमाओं के कारण भारतीय छात्रों को कई मुश्किल और चुनौतियों का सामना करना पड़ा था। इसके बावजूद भी 2019, भारतीय छात्रों के लिए फर्स्ट टाइम वीज़ा के आंकड़ों में 63% की वृद्धि देखी गयी थी।

भारतीय छात्रों की परेशानियों और स्टूडेंट्स के सामने आने वाली चुनौतियों का जिक्र विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने अक्टूबर 2022 में न्यूजीलैंड की मिनिस्टर ऑफ़ फॉरेन अफेयर्स  नानाया महुता के साथ अपनी बैठक में करा था। उस बैठक में उन्होंने कोविड महामारी के कारण भारतीय छात्रों को आने वाली परेशानियों के मुद्दों को उठाया था और निष्पक्ष तरीके से सुलझाने का आग्रह किया था।

जयशंकर ने वेलिंगटन में कहा था कि कोविड हम सभी के लिए कठिन समय था लेकिन छात्रों ने शायद हम में से अधिकांश की तुलना में अधिक परेशानियों का सामना किया। इसलिए उन्होंने न्यूजीलैंड के प्रति प्रधान मंत्री और विदेश मंत्री देश में प्रवेश करने वाले छात्रों के प्रति सहानुभूतिपूर्ण दृष्टिकोण और समझ रखने का आग्रह किया था।

पोस्ट-स्टडी वर्क वीज़ा व्यवस्था में कुछ बदलावों की घोषणा

हाल ही में न्यूज़ीलैंड ने पोस्ट-स्टडी वर्क वीज़ा व्यवस्था में कुछ बदलावों की घोषणा की है। यह बदलाव है कि जब तक कि छात्र ग्रीन लिस्ट बिजनेस से संबंधित कोर्सेज में काम करना नहीं चुनते हैं, तब तक लो लेवल कोर्सेज में प्रवेश लेने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों के लिए काम करने पर रोक है।

क्रेग के अनुसार, इस तरह का बदलाव न्यूजीलैंड माइग्रेंट्स को एक्सप्लोइटेशन से बचाने का एक तरीका है। 

प्री-कोविड ​​​​को देखकर कुछ अनसस्टेनेबल और कंसर्निंग पोस्ट स्टडी वर्किंग के ट्रेंड्स को एड्रेस करने के लिए छात्र वीज़ा सेटिंग्स में बदलाव किया गया था। 

क्रेग ने कहा, यदि अंतरराष्ट्रीय छात्र के पास न्यूजीलैंड में स्किल्ड जॉब ऑफर है तो अपने अध्ययन के अंत में वे एक मान्यता प्राप्त एंपलॉयर वर्क वीजा के लिए भी आवेदन कर सकते हैं।

क्या होता है मान्यता प्राप्त एम्प्लायर

एक मान्यता प्राप्त एंपलॉयर उसे कहा जाता है जिसे इमिग्रेशन न्यूजीलैंड (आईएनजेड) द्वारा टैलेंट (मान्यता प्राप्त नियोक्ता) कार्य निर्देशों के तहत व्यक्तियों को नियुक्त करने के लिए मान्यता प्राप्त है।

मान्यता प्राप्त एंपलॉयर के लिए काम करने के लिए छात्रों को सप्ताह में कम से कम 30 घंटे काम करना होगा।  छात्र किसी भी 12 महीनों में से 3 महीने तक कोर्स कर सकते हैं या अपने रोजगार के हिस्से के रूप में आवश्यक कोई भी कोर्स कर सकते हैं।

क्रेग का मानना है कि आवश्यक योग्यता और अनुभव होने पर छात्रों को अच्छा लाभ मिल सकता है। 

भारत, जो इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी, हॉस्पिटैलिटी, साइंस, इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर जैसे विभिन्न विषयों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले अंतरराष्ट्रीय छात्रों का न्यूजीलैंड में दूसरा सबसे बड़ा स्रोत है, कोविड नीतियों के दौरान गंभीर रूप से प्रभावित हुआ था।

कोविड -19 के बाद इंटरनेशनल एजुकेशन को रिकवर करने के लिए, न्यूजीलैंड कुछ कदम उठाने को तैयार है, जो इसे अपने एंग्लोस्फीयर काउंटरपार्ट की सूची में वापस रख सकता है। 

न्यूजीलैंड के शिक्षा मंत्रालय ने एक प्रतिक्रिया में समझाया कि सरकार न्यूजीलैंड में पढ़ाई के लिए स्टूडेंट्स को आकर्षित करने के लिए मार्केटिंग & पब्लिक रिलेशंस एक्टिविटीज, अन्य डिप्लोमेटिक रिलेशंस और ट्रैवल एक्टिविटीज के जरिए न्यूजीलैंड के अंतरराष्ट्रीय शिक्षा ब्रांड को बढ़ावा दे रही है। सरकार वीजा प्रोसेसिंग टाइम्स और मुख्य मार्केट ट्रेंड्स के बारे में जानकारी प्रदान करके एजुकेशन प्रोवाइडर का समर्थन भी कर रही है।

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