जानिए स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स में क्या है समानता?

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जानिए स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स में क्या है समानता

स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स दोनों कई पहलुओं पर समानता रखते हैं, आज इस ब्लॉग के माध्यम से आप स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स के बीच की समानता के बारे में जानकरी प्राप्त कर पाएंगे। स्पोर्ट्समैन को परिभाषित किया जाए तो यह कुछ इस प्रकार होगा कि स्पोर्ट्समैन उस व्यक्ति को कहा जायेगा, जो खेलों में रूचि रखता हो और खेलता हो।

स्टूडेंट्स केवल एक शब्द नहीं बल्कि यह तो वह जीवंत भावना है जो उन लोगों को परिभाषित करती है, जो ज्ञान को ग्रहण करने के लिए सदा ही सीखने के प्रयास में लगे रहते हैं। ज्ञान को पाने की कोई सीमा या कोई उम्र नहीं होती, स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स की परिभाषा जानने के बाद आप इनमें समानता के पहलुओं को जान पाएंगे।

स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स में समानताएं

स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स में निम्नलिखित समानताएं होती हैं, जो मानव को जीवन भर प्रेरित करती हैं और अपने लक्ष्य के प्रति आपका मार्गदर्शन करती हैं-

  1. अनुशासन की भावना
  2. सहनशीलता
  3. सहयोग की भावना
  4. विजय-पराजय को समान समझने की भावना
  5. त्याग की भावना
  6. भ्रातृत्व की भावना
  7. प्रतियोगिता की भावना
  8. समय पर कार्य करने की भावना
  9. चुस्त और फुर्तीले रहने की भावना
  10. आत्म-विश्वास की भावना
  11. उत्तरदायित्व की भावना
  12. नये नियमों की जानकारी

उपरोक्त समानताओं के बारे में विस्तृत से जानकारी प्राप्त करने के लिए आप निम्नलिखित बिंदुओं के बारे में गहनता से पढ़ सकते हैं। नीचे दी गई विस्तृत जानकारी के माध्यम से आप स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स के समान पहलुओं पर स्वस्थ चर्चा करने में सक्षम बन पाते हैं।

अनुशासन की भावना

अनुशासन की भावना एक ऐसा समान पहलु है जो स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंस दोनों में होना आवश्यक है, अनुशासन एक ऐसी प्रवृत्ति है जो व्यक्ति के व्यक्तित्व को निखारने का काम करती है। स्पोर्ट्समैन में अनुशासन की भावना होने से ही वह हर परिस्तिथि का सामना करने में सक्षम हो पाता है, ठीक उसी प्रकार स्टूडेंट्स के भीतर अनुशासन की भावना होने पर वह किसी भी परीक्षा के लिए खुद को तैयार कर पाते हैं।

सहनशीलता

सहनशीलता एक ऐसा गुण है, जो किसी भी स्पोर्ट्समैन को किसी भी बुरे समय में धीरज से काम लेना सिखाता है। इसी गुण के माध्यम से ही स्पोर्ट्समैन जटिल से जटिल परिस्तिथि का सामना कर सकते हैं। ठीक उसी प्रकार स्टूडेंट्स भी इस गुण के माध्यम से कठिन से कठिन परिस्थितियों का सामना कर सकते हैं।

सहयोग की भावना

खेल में आवश्यक है कि एक स्पोर्ट्समैन में अपनी टीम के प्रति सहयोग की भावना होनी चाहिए, यही समानता एक स्टूडेंट्स में भी देखने को मिलती है। सहयोग की भावना से ही स्टूडेंट्स अधिक से अधिक अनुभव और ज्ञान की प्राप्ति करते हैं, जो कि लक्ष्य प्राप्ति में सहायक साबित होती है।

विजय-पराजय को समान समझने की भावना

विजय हो या पराजय दोनों को समान रूप से समझने की भावना एक खिलाड़ी और एक विद्यार्थी दोनों में समान रूप से देखने को मिल जाती है। एक स्पोर्ट्समैन और एक स्टूडेंट दोनों में यह गुण देखने को मिल जाता है। यहाँ यदि जीत का जश्न होता है तो हार पर मंथन भी किया जाता है।

त्याग की भावना

बिना त्याग किये आप जीवन में कोई उपलब्धि नहीं पा सकते हैं, इस बात को जानते हुए ही स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट अपनी नीतियों को निर्धारित करते हैं। जिस प्रकार एक खिलाड़ी अपने खेल के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ त्याग की भावना रखते हैं, ठीक उसी प्रकार एक विद्यार्थी भी ज्ञान प्राप्ति के प्रति पूर्ण समर्पण के साथ त्याग की भावना रखता है।

प्रतियोगिता की भावना

प्रतियोगिता ही आपकी वास्तविक स्थिति को दर्शाती है और इसी के माध्यम से मानव अपने प्रदर्शन को निखार सकता है। इस गुण से स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स दोनों ही परिचित होते हैं, यह समानता भी स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स दोनों में देखी जा सकती हैं । 

समय पर कार्य करने की भावना

समय पर कार्य करने की भावना हो या समय का सदुपयोग करने की भावना हो, इस गुण की समानता भी स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स दोनों में देखी जा सकती है क्योंकि समय के सदुपयोग से ही स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स अपनी रणनीति बनाते हैं।

चुस्त और फुर्तीले रहने की भावना

जिस प्रकार स्पोर्ट्समैन के लिए चुस्त और फुर्तीला रहना अनिवार्य रहता है, ठीक उसी प्रकार स्टूडेंट्स में भी यह गुण देखने को मिलता है क्योंकि चुस्त और फुर्तीले हुए बिना मानव अपने लक्ष्य तक नहीं पहुँच सकता है। यह समानता भी स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स में देखने को मिलती है।

आत्म-विश्वास की भावना

आत्मविश्वास की भावना आपको चुनौतियों का सामना करना सिखाती है। जिस प्रकार स्पोर्ट्समैन आत्मिविश्वास के साथ अपने कार्यों को अंजाम देता है, ठीक उसी समानता के साथ स्टूडेंट्स भी अपने मंसूबों को अंजाम देता है।

उत्तरदायित्व की भावना

अपने फैसलों पर अटल रहना और अपनी जिम्मेदारियों को समझकर उत्तरदायित्व की भावना रखने का गुण स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स दोनों में सामान रूप से देखने को मिल जाता है।

नये नियमों की जानकारी

समय के साथ परिवर्तन को अपनाने वाला ही नए नियमों व नए बदलावों की जानकारी रखने में सक्षम हो पाता है, जिस प्रकार स्पोर्ट्समैन अपने खेल में सुधार के लिए नए नियमों को जानकर अपनाता है। ठीक उसी प्रकार स्टूडेंट्स भी अपने ज्ञान में वृद्धि के लिए नए नियमों की जानकारी रखते हैं, यह समानता भी स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स में देखी जा सकती है।

इस ब्लॉग का उद्देश्य “स्पोर्ट्समैन और स्टूडेंट्स में क्या समानता है” इसके बारें में आपको उचित व संपूर्ण जानकारी देना है। आशा है कि आपको यह ब्लॉग जानकारी से भरपूर लगा होगा और इसके शब्द आपको प्रेरित करेंगे। इसी प्रकार के ब्लॉग पढ़ने के लिए हमारी वेबसाइट के साथ बनें रहें।

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