सिर चकराना मुहावरे का अर्थ (Sir Chakrana Muhavare Ka Arth) होता है कुछ समझ में न आना, तो उसके लिए सिर चकराना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप सिर चकराना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
सिर चकराना मुहावरे का अर्थ क्या है?
सिर चकराना मुहावरे का अर्थ (Sir Chakrana Muhavare Ka Arth) होता है कुछ समझ में न आना।
सिर चकराना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “सिर चकराना मुहावरे का अर्थ” है की कुछ समझ में न आना। इस मुहावरे का प्रयोग तब किया जाता है जब किसी व्यक्ति को कोई भी बात समझ में न आ रही हो, जैसे की सुमन रात भर नहीं सोई जिसकी वजह से उसे कक्षा में पढ़ाई गई कोई भी चीज समझ में नहीं आई।
सिर चकराना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
सिर चकराना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- जब भी पढ़ने की बात होती है तो मुकेश का सिर चकराने लगता है।
- सुमन का सारा ध्यान खेल में होता है इसलिए घर का काम करने के नाम पे उसका सिर चकराने लगता है।
- मैनेजर के सवाल सुनकर साक्षी का सिर चकराने लगता है।
- किरन को कितना भी समझा लो उसका सिर चकराने लगता है।
संबंधित आर्टिकल
आशा है कि सिर चकराना मुहावरे का अर्थ (Sir Chakrana Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।