इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (IIT), हैदराबाद क्लस्टर को सोफिस्टिकेटेड एनालिटिकल & टेक्निकल हेल्प इंस्टीट्यूट्स (SATHI) स्कीम के तहत साइंस और टेक्नोलॉजी डिपार्टमेंट (DST) द्वारा INR 60 करोड़ का ग्रांट दिया गया है।
अभी तक, इस SATHI स्कीम कॉल के तहत केवल 3 ग्रुप्स का चयन किया गया है। प्रस्तावित आईआईटी हैदराबाद सेंटर, जिसे सेंटर फॉर इन-सीटू एंड कोरिलेटिव माइक्रोस्कोपी (SATHI-CISCoM) कहा जाता है, स्टेट ऑफ द आर्ट कैरेक्टराइजेशन के लिए आधारशिला के रूप में काम करेगा। आईआईटी-हैदराबाद ने एक आधिकारिक रिलीज़ में कहा कि प्रस्तावित केंद्र फंडामेंटल एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च एंड डेवलपमेंट उद्देश्यों के लिए कई लंबाई के पैमाने पर वास्तविक समय के लक्षण वर्णन को सक्षम करने वाला अपनी तरह का पहला केंद्र होगा।
प्रोफेसर बीएस मूर्ति, डायरेक्टर, आईआईटी हैदराबाद और संस्थान के रिसर्चर्स की एक टीम के नेतृत्व में यह मीटिंग बुलाई गई थी।
इस पहल का यह है उद्देश्य
इंस्टीट्यूट की ओर से कहा गया कि “इस पहल का उद्देश्य जनरल साइंटिस्ट लक्ष्यों को संबोधित करने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी और फार्मास्युटिकल स्टडीज़ सहित वैज्ञानिक विषयों की एक विस्तृत श्रृंखला के वैज्ञानिकों को एक साथ लाना है, जिन्हें केवल ऐसी रिफाइंड माइक्रोस्कोपी टेक्नीक्स का उपयोग करके ही संबोधित किया जा सकता है।”
IIT हैदराबाद के बारे में
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी संस्थान, हैदराबाद (IIT हैदराबाद) एक पब्लिक टेक्निकल रिसर्च यूनिवर्सिटी है, जो भारतीय राज्य तेलंगाना के संगारेड्डी जिले में स्थित है। इसकी स्थापना वर्ष 2008 में हुई थी। वर्तमान में इसमें 4,200 स्टूडेंट्स (1,760 स्नातक, 1,280 परास्नातक और 1,160 पीएचडी छात्र) और 303 फुलटाइम फैकल्टी मेंबर हैं। IIT हैदराबाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, बायोटेक्नोलॉजी और आईटी, केमिकल इंजीनियरिंग, जलवायु परिवर्तन, मिलिट्री इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मेकेनिकल इंजीनियरिंग, एरोस्पेस इंजीनियरिंग आदि कोर्सेज में बीटेक और एमटेक की डिग्री प्रदान करता है।
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