राष्ट्र निर्माता सर्वपल्ली राधाकृष्णन सही मायनों में भारतीय दर्शन के एक प्रमुख विद्वान, शिक्षक और स्वतंत्र भारत के पहले उपराष्ट्रपति और दूसरे राष्ट्रपति थे। उनके विचारों में शिक्षा, धर्म और मानवता के प्रति एक गहरा दृष्टिकोण देखने को मिलता है। उन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में एक मुख्य भूमिका निभाई, सर्वपल्ली राधाकृष्णन एक ऐसे ही शिक्षाविद थे जिन्होंने भारत की गुरु-शिष्य परंपरा को आधार बनाकर संसार में सकारात्मकता का संचार किया। भारत में मनाया जाने वाला शिक्षक दिवस ऐसे ही एक शिक्षाविद के जीवन की गाथा सुनाता है, जिन्होंने राष्ट्रहित हेतु अपना जीवन समर्पित किया। इस ब्लॉग में आपको एक ऐसे ही युगपुरुष सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार (Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi) पढ़ने का अवसर प्राप्त होगा, जो आपको जीवनभर प्रेरित करेंगे।
This Blog Includes:
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन का संक्षिप्त जीवन परिचय
- डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार – Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शैक्षिक विचार
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रेरणादाई विचार
- डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल विचार
- सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सामाजिक विचार – Radhakrishnan Quotes in Hindi
सर्वपल्ली राधाकृष्णन का संक्षिप्त जीवन परिचय
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्म 5 सितंबर 1888 को तमिलनाडु के तिरुमनी गांव के मध्यमवर्गीय परिवार में हुआ। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी बचपन से ही किताबें पढ़ने के शौक़ीन थे, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी के ही जन्मदिन के शुभावसर को भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा। भारत में शिक्षक दिवस को पहली बार 5 सितंबर 1962 में मनाया गया था। जीवन भर भारत के युवाओं को शिक्षित करने वाले डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी का 17 अप्रैल 1975 को चेन्नई में निधन हुआ था।
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डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार – Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi
डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार (Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi) कुछ इस प्रकार हैं;
कला मानवीय आत्मा की गहरी परतों को उजागर करती है। कला तभी संभव है जब स्वर्ग धरती को छुए।
शांति, राजनीतिक या आर्थिक बदलाव से नहीं आ सकती बल्कि मानवीय स्वभाव में बदलाव से आ सकती है।
केवल निर्मल मन वाला व्यक्ति ही जीवन के आध्यात्मिक अर्थ को समझ सकता है। स्वयं के साथ ईमानदारी, आध्यात्मिक अखंडता की अनिवार्यता है।
लोकतंत्र सिर्फ विशेष लोगों में नहीं, बल्कि हर एक मनुष्य की आध्यात्मिक संभावनाओं में एक यकीन है।
जीवन को बुराई की तरह देखना और दुनिया को एक भ्रम मानना महज कृतध्नता है।
हमें मानवता को उन नैतिक जड़ों तक वापस ले जाना चाहिए, जहाँ से अनुशासन और स्वतंत्रता दोनों का उद्गम हो।
आध्यात्मिक जीवन भारत की प्रतिभा है।
मानवीय स्वाभाव मूल रूप से अच्छा है, और आत्मज्ञान का प्रयास सभी बुराईयों को ख़त्म कर देगा।
परमात्मा पाप से मुक्त है, वृद्धावस्था से मुक्त है, मृत्यु और शोक से मुक्त है, भूख और प्यास से मुक्त है, जो कुछ भी नहीं चाहता है और कुछ भी कल्पना नहीं करता है।
सहिष्णुता वो श्रद्धांजलि है जो सीमित मन असीमित की असीमता को देता है।
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सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शैक्षिक विचार
सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शैक्षिक विचार विद्यार्थियों को हमेशा ही एक नई दिशा दिखाने का कार्य तो करेंगे ही, साथ ही शिक्षा के महत्व के बारे में छात्रों को समझाएंगे। Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi के माध्यम से आप सर्वपल्ली राधाकृष्णन के शैक्षिक विचार भी जान पाएंगे, जो कुछ इस प्रकार हैं-
हर्ष और आनंद से परिपूर्ण जीवन केवल ज्ञान और विज्ञान के आधार पर संभव है।
ज्ञान हमें शक्ति देता है, प्रेम हमें पूर्णता देता है।
उम्र या युवावस्था का काल-क्रम से लेना-देना नहीं है। हम उतने ही नौजवान या बूढें हैं जितना हम महसूस करते हैं। हम अपने बारे में क्या सोचते हैं, यही मायने रखता है।
पुस्तकें वो साधन हैं जिनके माध्यम से हम विभिन्न संस्कृतियों के बीच पुल का निर्माण कर सकते हैं।
मनुष्य को सिर्फ तकनीकी दक्षता नही बल्कि आत्मा की महानता प्राप्त करने की भी ज़रुरत है।
शिक्षा का परिणाम एक मुक्त रचनात्मक व्यक्ति होना चाहिए, जो ऐतिहासिक परिस्थितियों और प्राकृतिक आपदाओं के विरुद्ध लड़ सके।
धन, शक्ति और दक्षता केवल जीवन के साधन हैं, खुद जीवन नहीं।
किताब पढना हमें एकांत में विचार करने की आदत और सच्ची ख़ुशी देता है।
जब हम ये सोचते हैं कि हम जानते हैं तो हमारा सीखना रुक जाता है।
सच्चे शिक्षक वे हैं जो हमें अपने लिए सोचने में मदद करते हैं।
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सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रेरणादाई विचार
सर्वपल्ली राधाकृष्णन के प्रेरणादाई विचार (Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi) पढ़ने से आप अपने जीवन की हर कठिनाई का सामना आसानी से साहस के साथ कर पाएंगे। ये विचार कुछ इस प्रकार हैं-
जीवन का सबसे बड़ा उपहार एक महान जीवन का सपना है।
मौत कभी अंत या बाधा नहीं है बल्कि नए कदमो की अधिक से अधिक शुरुआत है।
एक साहित्यिक प्रतिभा, कहा जाता है कि हर एक की तरह दिखती है, लेकिन उस जैसा कोई नहीं दिखता।
भगवान हम सबके भीतर रहता है, महसूस करता है और कष्ट सहता है। समय के साथ उसके गुण, ज्ञान, सौन्दर्य और प्रेम हम में से हर एक के अंदर उजागर होंगे।
ईश्वर सभी आत्माओं की आत्मा हैं, परम आत्मा है, परम चेतना है।
हमें एक कारण या एक मकसद या उसके लिए एक उद्देश्य की तलाश नहीं करनी चाहिए, जो कि अपने स्वभाव में, शाश्वत रूप से आत्म-अस्तित्व और मुक्त हो।
जिस प्रकार आत्मा किसी व्यक्ति की सचेतन शक्तियों के पीछे की वास्तविकता है, उसी प्रकार परमात्मा इस ब्रह्माण्ड की समस्त गतिविधियों के पीछे का अनंत आधार है।
उसका मौलिक स्वभाव है- सत-चित-आनंद: पूर्ण होना। वह सब कुछ समेट लेता है क्योंकि उसके बाहर कुछ भी नहीं है, वह पूर्ण चेतना है।
कोई भी आजादी तब तक सच्ची नहीं होती जब तक उसे विचार की आजादी प्राप्त न हो।
पवित्र आत्मा वाले लोग इतिहास के बाहर खड़े हो कर भी इतिहास रच देते हैं।
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डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल विचार
Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi के माध्यम से आप डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल विचार भी पढ़ पाएंगे, यह विचार आपको जीवन जीने का ढंग सिखाएंगे। डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के अनमोल विचार कुछ इस प्रकार हैं-
भगवान की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके नाम पर बोलने का दावा करते हैं।
धर्म भय पर विजय है; असफलता और मौत का मारक है।
घोर पापियों का भविष्य है, यहाँ तक कि सबसे महान संत का भी अतीत रहा है। कोई भी इतना अच्छा या बुरा नहीं है जितना कि वो सोचता है।
हिन्दू धर्म सिर्फ एक आस्था नहीं है, यह तर्क और अन्दर से आने वाली आवाज़ का समागम है, जिसे सिर्फ अनुभव किया जा सकता है परिभाषित नहीं।
सच्चा धर्म एक क्रांतिकारी ताकत है। यह उत्पीड़न, विशेषाधिकार और अन्याय का एक प्रमुख शत्रु होता है।
मेरी महत्त्वाकांक्षा सिर्फ इतिहास लिखने की नहीं है बल्कि मन की गति को समझने, उसे व्यक्त करने और भारत के स्रोतों को मानव प्रकृति की प्रगाढ़ सतह पर प्रकट करने की है।
आत्मा वो है जो तब रहती है जब वो सब कुछ जो स्वतः नहीं है, नष्ट हो जाता है।
इस दुनिया का निरंतर प्रताप और कलंक के समान मनुष्य एक विरोधाभास है।
संस्कृत साहित्य एक अर्थ में राष्ट्रीय है, लेकिन इसका उद्देश्य सार्वभौमिक रहा है।
धर्म व्यवहार है, सिर्फ विश्वास नहीं।
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सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सामाजिक विचार – Radhakrishnan Quotes in Hindi
सर्वपल्ली राधाकृष्णन के सामाजिक विचार (Radhakrishnan Quotes in Hindi) कुछ इस प्रकार हैं, जिनका उद्देश्य समाज को सशक्त करना है;
हमें मानवता को उन नैतिक जड़ों तक वापस ले जाना चाहिए जहाँ से अनुशाशन और स्वतंत्रता दोनों का उद्गम हो।
दुनिया के सारे संगठन निष्प्रभावी हो जायेंगे यदि यह सत्य जोकि प्रेम द्वेष से शक्तिशाली होता है, उन्हें प्रेरित नही करता।
कवि के धर्म में किसी निश्चित सिद्धांत के लिए कोई जगह नहीं होती है।
कहते हैं कि धर्म के बिना इंसान लगाम के बिना घोड़े की तरह है।
यदि मानव दानव बन जाता है तो ये उसकी हार है, यदि मानव महामानव बन जाता है तो ये उसका चमत्कार है, यदि मनुष्य मानव बन जाता है तो ये उसकी जीत है।
राष्ट्र, लोगों की तरह सिर्फ जो हांसिल किया उससे नहीं बल्कि जो छोड़ा उससे भी निर्मित होते हैं।
कोई भी जो स्वयं को सांसारिक गतिविधियों से दूर रखता है और इसके संकटों के प्रति असंवेदनशील है, वास्तव में बुद्धिमान नहीं हो सकता।
मानवीय जीवन जैसा हम जीते हैं वो महज हम जैसा जीवन जी सकते हैं उसक कच्चा रूप है।
भगवान की पूजा नहीं होती बल्कि उन लोगों की पूजा होती है जो उनके नाम पर बोलने का दावा करते हैं।
ये मेरा सौभग्य होगा यदि मेरा जन्मदिन मनाने की जगह, 5 सितम्बर को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाए।
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आशा है कि आपको इस ब्लॉग में सर्वपल्ली राधाकृष्णन के विचार पढ़ने का अवसर प्राप्त हुआ होगा। Sarvepalli Radhakrishnan Quotes in Hindi आपको जीवनभर प्रेरित करने का काम करते हैं। इसी प्रकार के कोट्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बने रहें।