हिंदी व्याकरण में विशेषण से परीक्षाओं में अहम सवाल पूछे जाते हैं। यह कम से लेकर बड़े अंकों के रूप में पूछे जाते हैं। विशेषण में 4 भेद होते हैं, जिनमें संख्यावाचक विशेषण भी होता है। संख्यावाचक विशेषण क्या होते हैं और इसके उदाहरण क्या-क्या होते हैं, यह आपको बताया जाएगा। आइए इस ब्लॉग में जानते हैं Sankhya Vachak Visheshan के बारे में विस्तार से।
संख्यावाचक विशेषण की परिभाषा
जिस वाक्य में संज्ञा के साथ-साथ सर्वनाम की निश्चित या अनिश्चित संख्या, क्रम या गणना का बोध करवाने वाले शब्दों का उपयोग हो उन्हें संख्यावाचक विशेषण कहा जाता है।
संख्यावाचक विशेषण के भेद
Sankhya Vachak Visheshan के 2 भेद होते हैं, जैसे कि-
- निश्चित संख्यावाचक
- अनिश्चित संख्यावाचक
संख्यावाचक विशेषण के मुख्य उदाहरण
- मैं प्रत्येक दिन मार्केट से 10 अंडे लाता हूं।
- मेरे ऑफिस में 2,000 कर्मचारी हैं।
- तोश की उचाई समुद्र तल से 8,000 फुट ऊपर है।
- हमारे पास 5 बाइक हैं।
- मुकुल ने हरीश को 10 केले दिए।
- कल हिमानी को ऑफिस में 10 कार्य करने हैं।
- अंकिता के पास 5 घड़ियां हैं।
- अजित ने एक शॉर्ट फिल्म से INR 1 लाख कमाए।
- तनुज को लगता था कि 4 और 4 का जोड़ 44 होता है।
- संजना ने सिकंदर के लिए 3 कोट खरीदे।
आशा है कि इस ब्लॉग से Sankhya Vachak Visheshan की जानकारी मिली होगी। हिंदी व्याकरण के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए बने रहिए Leverage Edu के साथ।