छोटी कक्षा से लेकर प्रतियोगी परीक्षाओं में संधि से सम्बंधित प्रश्न पूछे जाते हैं। यह हिंदी व्याकरण के महत्वपूर्ण विषयों में से एक है, जिसका शाब्दिक अर्थ होता है- मेल। यानी दो वर्णों के परस्पर मेल से जो परिवर्तन होता है, उसे ही संधि कहा जाता है और दो शब्दों के मेल से बने शब्द को पुनः अलग अलग करना संधि विच्छेद कहलाता है। इस लेख के माध्यम से हम जानेंगे कि संगम शब्द का संधि विच्छेद क्या होगा।
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Sangam ka Sandhi Viched क्या है?
संगम का संधि विच्छेद है ‘सम् + गम‘ । इस शब्द में व्यंजन संधि लागू होती है। तो आईये जानते हैं इसके बारे में विस्तार से।
व्यंजन संधि की परिभाषा
व्यंजन वर्ण के साथ स्वर वर्ण या व्यंजन वर्ण अथवा स्वर वर्ण के साथ व्यंजन वर्ण के मेल से जो विकार उत्पन हो, उसे ‘व्यंजन संधि’ कहते हैं।
उदाहरण
शब्द | संधि विच्छेद |
दिक + अंबर | दिगंबर |
उत+ घाटन | उद्घाटन |
उत् + नति | उन्नति |
सम् + चय | संचय |
जगत् + नाथ | जगन्नाथ |
संगम से बनने वाले शब्दों का वाक्य में प्रयोग
संगम से बनने वाले शब्दों का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है:
- गंगोत्री में दो नदियों का संगम है।
- संगम संस्कृत भाषा का शब्द है।
- संगम का अर्थ है मिलन या सम्मिलन।
- गंगा, यमुना तथा गुप्त सरस्वती नदियों के संगम स्थल को त्रिवेणी कहा जाता है।
- उत्तर प्रदेश के जिला इटावा और जिला जालौन के बीच, पांच नदियों का संगम देखा जा सकता है।
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