राह न सूझना मुहावरे का अर्थ (Raah Na Sujhna Muhavare Ka Arth) होता है उपाय न मिलना, तो उसके लिए राह न सूझना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप राह न सूझना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
राह न सूझना मुहावरे का अर्थ क्या है?
राह न सूझना मुहावरे का अर्थ (Raah Na Sujhna Muhavare Ka Arth) होता है, उपाय न मिलना।
राह न सूझना पर व्याख्या
इस मुहावरे में “राह न सूझना मुहावरे का अर्थ” है की आतंकवादियों के पकड़े जाने पर यात्रियों को बचने की कोई राह न सूझी।
राह न सूझना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
राह न सूझना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है :
- आतंकवादियों के पकड़े जाने पर यात्रियों को बचने की कोई राह न सूझी।
- मुश्किल परिस्थिति में सुमन को जब कोई राह नहीं सूझती तो वह सुमित को याद करती है।
- साक्षी इसलिए इतना परेशान है क्योंकि वह अपनी मुश्किलों के लिए राह नहीं सूझ पा रही।
- राह न सूझ पाने पर अक्सर साक्षी घर छोड़ कर भाग जाती है।
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आशा है कि राह न सूझना मुहावरे का अर्थ (Raah Na Sujhna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।