पुराने चावल मुहावरे का अर्थ और इसका वाक्य में प्रयोग

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पुराने चावल मुहावरे का अर्थ

पुराने चावल मुहावरे का अर्थ (Purane Chawal Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति किसी चीज में महारत हासिल कर लेता है , तो उसके लिए हम पुराने चावल मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप पुराने चावल मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।

मुहावरे किसे कहते हैं?

मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।

पुराने चावल मुहावरे का अर्थ क्या है?

Purane Chawal Muhavare Ka Arth होता है- अनुभवी व्यक्ति आदि।

पुराने चावल व्याख्या

इस मुहावरे में “पुराने चावल मुहावरे का अर्थ” रोहित तो बचपन से तैराकी कर रहा है, वो इस क्षेत्र का पुराना चावल है। 

पुराने चावल मुहावरे का वाक्य प्रयोग

पुराने चावल मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;

  • राजीव को कुछ भी बताना नहीं पड़ता, वो सब अपने से ही कर लेता है, वो यहां का पुराना चावल है।
  • लक्ष्य गाड़ी चलाने के मामले में पुराना चावल है।
  • सोनू क्रिकेट के क्षेत्र में पुराना चावल है।

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आशा है कि पुराने चावल मुहावरे का अर्थ (Purane Chawal Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।

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