मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) ने अपने पिछले फैसले को वापस ले लिया है। MBBS के लिए पासिंग नंबर 50 प्रतिशत से घटाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया था। अब संशोधन में कहा गया है कि 2 पेपर वाले सब्जेक्ट्स में स्टूडेंट को पास होने के लिए कुल मिलाकर (दोनों पेपर एक साथ) न्यूनतम 40 प्रतिशत नंबर लाने होंगे।
कमीशन की ओर से बताया गया है कि पहले किसी एक विषय में पास होने के लिए कैंडिडेट को यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित परीक्षा में सिद्धांतिक (थ्योरी) और प्रैक्टिकल (प्रैक्टिकल और क्लिनिकल या वॉइस प्रैक्टिकल में शामिल होने वाले) अलग-अलग 50 प्रतिशत अंक प्राप्त करने आवश्यक होते थे।
बता दें कि MBBS प्रथम वर्ष को पास करने के लिए समय सीमा नहीं थी, लेकिन अब NMC की गाइडलाइन में इसकी समय सीमा तय कर दी गई है। अब MBBS प्रथम वर्ष को अधिकतम 4 वर्ष में पास करना होगा। MBBS के छात्र को एमबीबीएस की पढ़ाई को अधिकतम 10 साल में उत्तीर्ण यानी पास कर लेना होगा।
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क्या है NExt एग्जाम और कैसे होगा PG कोर्सेज में एडमिशन?
अब NEET PG की परीक्षा के स्थान पर NExt एग्जाम आयोजित किया जाएगा और इसी आधार पर PG कोर्सेज में प्रवेश भी दिया जाएगा। MBBS लाॅस्ट ईयर के स्टूडेंट्स को NExT परीक्षा पास करना जरूरी होगा, तभी उन्हें डिग्री मिलेगी।
एक साल में दो बार होगा NExt एग्जाम
NExt एग्जाम एक वर्ष में दो बार आयोजित किया जाएगा। नेशनल एग्जिट टेस्ट में दो हिस्से होंगे। इसमें पहले रिटेन एग्जाम और दूसरे हिस्से में प्रैक्टिकल एग्जा होंगे।
NMC के बारे में
नेशनल मेडिकल कमीशन (NMC) का गठन संसद के एक अधिनियम द्वारा किया गया है, जिसे राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग अधिनियम, 2019 के रूप में जाना जाता है। नेशनल मेडिकल कमीशन का उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण और किफायती चिकित्सा शिक्षा तक पहुंच में सुधार करना शामिल है।
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