नी प्रत्यय से शब्द मोरनी, चटनी, शेरनी आदि होते हैं। सामान्य भाषा में प्रत्यय वे शब्द हैं जो अव्यय के बाद में लग कर उसे नया रूप और नया अर्थ प्रदान करते हैं।
प्रत्यय किसे कहते है?
प्रत्यय = प्रति (साथ में पर बाद में)+ अय (चलनेवाला)। यानी की प्रत्यय शब्द का अर्थ है पीछे चलना। जो शब्दांश शब्दों के अंत में विशेषता या परिवर्तन ला देते हैं, वे प्रत्यय कहलाते हैं।
जैसे- दयालु= दया शब्द के अंत में आलु जुड़ने से अर्थ में विशेषता आ गई है। अतः यहाँ ‘आलू’ शब्दांश प्रत्यय है। प्रत्ययों का अपना अर्थ कुछ भी नहीं होता और न ही इनका प्रयोग स्वतंत्र रूप से किया जाता है।
नी प्रत्यय से शब्द
नी प्रत्यय से शब्द की सूची नीचे दी गई है:
- छलनी
- कुटनी
- चांदनी
- करनी
- जीवनी
- छंटनी
- सिंघनी
- जननी
- कथनी
- ऊँटनी
- चटनी
- नथनी
- भूतनी
- बेलनी
- ठगनी
नी प्रत्यय से बनने बाले शब्दों का वाक्य प्रयोग
नी प्रत्यय से बनने बाले शब्दों का वाक्य प्रयोग नीचे दिया गया है:
- जैसी करनी वैसी भरनी।
- मैंने आज चिड़ियाघर में सिंघनी को भी देखा।
- वह ऊंटनी घायल हो गयी है।
- गूगल कंपनी में बड़ी तादाद में कार्मिकों की छंटनी हुई है।
- उनकी जीवनी से पता चलता है वह कितने महान व्यक्ति है।
उम्मीद है कि नी प्रत्यय से शब्द आपके लिए फायदेमंद होंगे। ऐसे ही अन्य प्रत्यय के बारे में पढ़ने के Leverage Edu के साथ बने रहिए।