एक एंटरप्रेन्योर ऐसा व्यक्ति होता है जो मार्केट के अवसरों को सही दिशा देने के लिए नए विचारों और रणनीतियों का उपयोग कर बिजनेस शुरू करने और उसे डेवलप करने के लिए वित्तीय जोखिम उठाता है। इसे देखते हुए अब भारतीय उद्यमिता संस्थान (IIE), कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय के तहत एक संस्थान, उत्तर-पूर्वी परिषद के समर्थन से एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेंटर्स स्थापित करेगा।
बताया गया है कि पूर्वी क्षेत्र (NER) के कॉलेज के स्टूडेंट्स के बीच एंटरप्रेन्योरशिप इकोसिस्टम को बढ़ावा मिलेगा। प्रोजेक्ट की शुरुआत कर रहे IIE डायरेक्टर डॉ. ललित शर्मा ने कहा कि युवाओं ने कर्नाटक और गुजरात जैसे परिपक्व पारिस्थितिक तंत्रों में स्टार्टअप डेवलप करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
IIE कॉलेज के युवाओं के माध्यम से एनईआर के इकोसिस्टम को डेवलप करने की योजना बना रहा है। IIE की पहुंच युवाओं तक होगी और एनईआर के हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स में एंटरप्रेन्योरशिप डेवलपमेंट सेंटर्स डेवलप किए जा सकेंगे।
‘स्टूडेंट स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए एंटरप्रेन्योरशिप की क्षमता विकसित करने की जरूरत’
डायरेक्टर ने कहा कि अन्य राज्यों की तुलना में NER से आने वाले स्टूडेंट स्टार्टअप की संख्या काफी कम है और स्टूडेंट स्टार्टअप को बढ़ावा देने के लिए हमें स्टूडेंट एंटरप्रेन्योरशिप विकसित करने के लिए हायर एजुकेशन इंस्टिट्यूट्स की क्षमताओं का निर्माण करने की आवश्यकता है।
‘छात्रों को सलाह सहित सभी आवश्यक मदद प्रदान करते हैं’
डायरेक्टर ने बताया कि ईडीसी के माध्यम से IIE बढ़ाने पर काम करेगा। छात्रों के उद्यमशीलता के इरादे और उन्हें अपने विचारों का विस्तार करने, प्रोटोटाइप विकसित करने, मार्केट रिसर्च आयोजित करने, अपनी व्यावसायिक योजनाओं को विकसित करने, अपने स्टार्टअप के लिए पिचिंग और छात्रों को सलाह सहित सभी आवश्यक मदद प्रदान करते हैं।
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