नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का अर्थ (Naak Muh Sikodna Muhavare Ka Arth) होता है। जब कोई व्यक्ति किसी से घृणा करता है या नाराज होता है, तो उसके लिए हम नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग और इसकी व्याख्या के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
मुहावरे और उनके अर्थ – किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे मुहावरा कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का अर्थ (Naak Muh Sikodna Muhavare Ka Arth) होता है- घृणा करना या नाराज होना आदि।
नाक मुंह सिकोड़ना व्याख्या
इस मुहावरे में “नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का अर्थ” पिता जी ने गौरी से खा की आज हम सबको अपने एक रिश्तेदार से मिलने जाना है, ये सुनते ही वो नाक मुँह सिकोड़ने लगी।
नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का वाक्य प्रयोग
नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित है;
- दिनेश को घर के बाहर देखते ही रमेश नाक मुँह सिकोड़ लेता है।
- आज कल लोग एक दूसरे को देखकर इतना परेशान हो जाते हैं, की नाक मुँह सिकोड़ लेते है।
- मां ने गीता से खाना बनाने को कहा, तो वह नाक मुँह सिकोड़ने लगी।
- शिवाय ऑफिस के हर काम को करने में नाक मुँह सिकोड़ने लगता है।
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आशा है कि नाक मुंह सिकोड़ना मुहावरे का अर्थ (Naak Muh Sikodna Muhavare Ka Arth) आपको समझ आया होगा। हिंदी मुहावरे के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।