मुँह पकड़ना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Muh pakadna muhavare ka arth) ‘बोलने न देना’ या ‘बोलने से रोकना’ होता है। जब किसी व्यक्ति को बोलने से रोका जाता है तब मुँह पकड़ना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप ‘मुँह पकड़ना मुहावरे का अर्थ’ (Muh pakadna muhavare ka arth) का वाक्यों में प्रयोग और अन्य महत्वपूर्ण मुहावरों के बारे में जानेगें।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मुँह पकड़ना मुहावरे का अर्थ क्या है?
मुँह पकड़ना मुहावरे का हिंदी अर्थ (Muh pakadna muhavare ka arth) ‘बोलने न देना’ या ‘बोलने से रोकना’ होता है।
मुँह पकड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग
मुँह पकड़ना मुहावरे का वाक्य में प्रयोग निम्नलिखित हैं:-
- सभापति ने इस बार नेताजी को बोलने नहीं दिया यानी उनका मुँह पकड़ लिया।
- लोकतंत्र में कोई किसी का मुँह नहीं पकड़ सकता।
- पंचायत के सामने कोई किसी का मुँह नहीं पकड़ सकता क्योंकि सबको अपनी बात रखने का हक है।
- आपको इस मीटिंग में किसी कर्मचारी का मुँह नहीं पकड़ना चाहिए।
- पिताजी ने अंशुल को समझाया कि कभी किसी का मुँह नहीं पकड़ना चाहिए।
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आशा है कि आपको, मुँह पकड़ना मुहावरे का अर्थ (Muh pakadna muhavare ka arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।