23 फरवरी 2023 को Maharashtra Public Service Commission (MPSC) ने घोषणा की कि क्वेश्चन पेपर का नया पैटर्न 2025 से प्रभावी होगा। आयोग ने कहा कि यह निर्णय स्टूडेंट्स के पक्ष में लिया गया, ताकि उन्हें पेपर पैटर्न में बदलाव के अनुकूल होने के लिए अधिक समय मिल सके।
महाराष्ट्र पब्लिक सर्विस कमीशन के बयान में कहा गया है कि राज्य सेवा मुख्य परीक्षा के लिए स्टूडेंट्स की मांग को ध्यान में रखते हुए संशोधित परीक्षा योजना और एग्जाम पैटर्न 2025 से लागू किया जा रहा है। कानून और व्यवस्था की स्थिति देखते हुए हमने यह निर्णय लिया है। कैंडिडेट्स को तैयारी के लिए अतिरिक्त समय दें।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने महाराष्ट्र पब्लिक सर्विस कमीशन को एक और पत्र भेज कर उनसे अपने फैसले पर दोबारा सोचने के लिए कहा था। MPSC महाराष्ट्र में गवर्नमेंट जाॅब्स के लिए प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित करता है। आयोग ने मौजूदा ऑब्जेक्टिव क्वेश्चन पैटर्न की जगह 2023 से डिस्क्रिप्टिव पेपर पैटर्न अपनाने का फैसला किया था, इसका लगातार विरोध किया जा रहा था। अब स्टूडेंट्स की मांग को देखते कमीशन ने बड़ा फैसला किया है।
स्टूडेंट्स को कोरोना की वजह से 2 साल हुई थी परेशानी
बता दें कि MPSC की तैयारी कर रहे स्टूडेंट्स 20 फरवरी से पुणे के झांसीरानी लक्ष्मीबाई चौक पर विरोध प्रदर्शन कर रहे थे। बीते दो महीनों में यह तीसरा आंदोलन था। जनवरी के आखिरी में स्टूडेंट्स की डिमांड को स्वीकार करते हुए सरकार ने न्यू एग्जाम पैटर्न के एक्सक्यूशन को स्थगित कर दिया था। स्टूडेंट्स ने भूख हड़ताल शुरू कर दी थी।
स्टूडेंट्स का कहना था कि वह बीते कुछ सालों से एग्जाम की तैयारी कर रहे थे। कोरोना महामारी की वजह से 2 साल उन्हें काफी तकलीफ उठानी पड़ी। इसके बाद परीक्षा की तारीख जल्द घोषित नहीं की गई।
क्या है एमपीएससी का एग्जाम पैटर्न?
कैंडिडेट्स के लिए एमपीएससी एग्जाम पैटर्न तीन वर्गों में दिया गया है। प्रीलिम्स, मेंस एग्जाम और इंटरव्यू। अन्य सभी एसएससी परीक्षाओं की तरह इसमें भी 3 चरण शामिल हैं।
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