बेस्ट मोबाइल रिपेयरिंग कोर्सेज

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Mobile Repairing Course

इलेक्ट्रानिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग की एक महत्वपूर्ण ब्रांच मोबाइल रिपेयरिंग है। फोन हमारे दिन प्रतिदिन जीवन का एक जरूरी हिस्सा बन गया है। अगर हमारा फोन काम करना बंद कर दे, तो हमारा मन हजार चिंताओं से भर जाता है। इस छोटे से गैजेट में बहुत सारा डेटा जमा होने की वजह से इसका मूल्य सोने से भी ज्यादा हो जाता है। इन वजहों से Mobile Repairing Course लोगों के बीच बहुत ही पॉपुलर हो रही है। अगर आप इस तरह के कोर्स के बारे जानने के लिए उत्सुक हैं तो हमारे ब्लॉग को पढें, जिसमें सेल फोन रिपेयरिंग कोर्स से जुड़ी सारी संभावनाओं को डीटेल में बताया गया है। 

मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स क्या होते हैं?

मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स मोबाइल टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में एक सेल्फ एम्प्लॉयमेंट प्रोग्राम है। इस कोर्स में मोबाइल फोन हार्डवेयर ट्रबलशूटिंग, स्मार्टफोन वर्ज़न्स, रीबूटिंग, डेटाबेस मैनेजमेंट, सीक्रेट कोड यूज़ और बहुत कुछ जैसे एलिमेंट्स शामिल हैं। इस कोर्स में रुचि रखने वाले छात्रों को आर्ट्स, साइंस या कॉमर्स स्ट्रीम्स में अपनी 10वीं बोर्ड परीक्षा उत्तीर्ण करना आवश्यक है।

मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स का सिलेबस

mobile repairing course in Hindi के सिलेबस को इस तरह से डिजाइन किया गया है, जिसमें मोबाइल फोन रिपेयरिंग और सर्विसिंग के लिए आवश्यक सारे टॉपिक को कवर किया गया है। कोर्स को चार प्रमुख भाग में बांटा जा सकता है:

1. मोबाइल रिपेयरिंग का बेसिक और बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स
2. हार्डवेयर रिपेयरिंग
3. सॉफ्टवेयर रिपेयरिंग
4. बेसिक और एडवांस ट्रबलशूटिंग

मोबाइल रिपेयरिंग का बेसिक और बेसिक इलेक्ट्रॉनिक्स

Mobile Repairing Course की पहली यूनिट में छात्रों को मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स की बेसिक जानकारी दी जाती है। इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग से आने वाले छात्रों को पहले से ही इस तरह के मॉड्यूल की जानकारी  होती है। इस यूनिट में निम्नलिखित टॉपिक हैं:

  • मोबाइल कम्युनिकेशन का बेसिक 
  • डिजिटल इलेक्ट्रॉनिक्स का अध्ययन
  • विभिन्न मोबाइल फोन असेंबलिंग और डिससमेंलिंग
  • मोबाइल रिपेयरिंग में इस्तेमाल होने वाले औजारों और उपकरणों का अध्ययन
  • मोबाइल फोन के पार्ट्स का अध्ययन
  • मल्टीमीटर का उपयोग कैसे करें ?
  • डीसी पावर सप्लाइ का उपयोग

हार्डवेयर रिपेयरिंग

इस यूनिट में सेल फोन के हार्डवेयर को ठीक करने पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इसमें छात्रों को गैजेट के इलेक्ट्रॉनिक पार्ट्स को बदलना और संभालना सीखाया जाता है। मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स के अंतर्गत निम्नलिखित टॉपिक आते हैं, जो इस मॉड्यूल का प्रमुख हिस्सा हैं:

  • मदरबोर्ड का इंट्रोडक्शन और अध्ययन (प्रिंटेड सर्किट बोर्ड)
  • मदरबोर्ड के  कम्पोनेन्ट का डीटेल 
  • विभिन्न कम्पोनेन्ट और पार्ट्स का टेस्ट करना 
  • मदरबोर्ड पर उपयोग  होने वाले आईसी  का अध्ययन
  • चिप की पहचान करना 
  • सोल्डरिंग आइरन और रीवर्क स्टेशन का उपयोग करते हुए कम्पोनेन्ट को सोल्डरिंग और डेसोल्डरिंग करना 
  • विभिन्न एसएमडी और बीजीए चिप्स की माउंटिंग और रीहिटिंग करना

सॉफ्टवेयर रिपेयरिंग

सॉफ्टवेयर समस्याएं सेल फोन यूजर की सबसे आम परेशानी हैं। यूआई में अपडेट हो या यूआई के क्रैश होने पर, यह सभी सॉफ्टवेयर के डोमेन के अंतर्गत होता है। इस मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स में यह यूनिट मोबाइल फोन में उपयोग होने वाले सॉफ्टवेयर रिपेयर पर केंद्रित है। इस यूनिट में शामिल टॉपिक निम्नलिखित हैं:

  • सॉफ्टवेयर के खराब होने पर आने वाले गलतियों का डीटेल स्टडी 
  • विभिन्न सॉफ्टवेयर और फ्लैशर बॉक्स का इंट्रोडक्शन 
  • संक्रमित फोन से वायरस को हटाना
  • सॉफ्टवेयर या कोड के माध्यम से फोन की अनलॉकिंग
  • विभिन्न सीक्रेट कोड

बेसिक और एडवांस ट्रबलशूटिंग

मोबाइल यूजर की शिकायत आने के बाद, यह समझना महत्वपूर्ण है कि वास्तव में समस्या क्या है। वास्तविक समस्या का समाधान करने के लिए कैंडिडेट को हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर स्किल में निपूण होना चाहिए। यह यूनिट छात्रों को प्रैक्टिकल दौरान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए सिखाती है। Mobile repairing course in Hindi बेसिक और एडवांस ट्रबलशूटिंग मॉड्यूल के प्रमुख टॉपिक इस प्रकार हैं:

  • ट्रबलशूटिंग, गलती खोजना और विभिन्न गलतियों को दूर करना 
  • हार्डवेयर समस्या के मामले में रिपेयर की प्रक्रिया
  • सॉफ़्टवेयर समस्या के मामले में रिपेयर की प्रक्रिया
  • पानी से क्षति की रिपेयर तकनीक
  • सर्किट ट्रेसिंग; जम्पर तकनीक और समाधान
  • समस्याओं को हल करने के लिए इंटरनेट का उपयोग
  • एडवांस ट्रबलशूटिंग तकनीक

कैरियर के रूप में मोबाइल रिपेयरिंग

मार्केट में जीतने भी स्मार्टफोन हैं, अलग-अलग ब्रांडों के हैं। हर ब्रांड के नए फोन रोज मार्केट में आ रहे हैं। आपको नहीं लगता की लोगों को किसी न किसी दिन फोन के हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर की समस्या का सामना करना ही पड़ता है। उन समस्याओं को कोई खुद से ठीक नहीं कर सकता है। इसे ठीक करने के लिए मोबाइल तकनीशियन की जरूरत है। मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स पूरा करने के बाद छात्र को इतना प्रैक्टिकल ज्ञान हो जाता है कि वो आसानी से इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स को ठीक करने का अपना बिजनस शुरू कर सकते हैं। मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स करने के बाद, छात्र बहुत बड़ी स्मार्टफोन कंपनियों के अधिकृत सर्विस सेंटर में भी नौकरी पा सकते हैं, जहां उन्हें ग्राहकों के फोन में मोबाइल बग्स को ठीक करना होता है।

मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स फीस

मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स बहुत ज्यादा फीस नहीं देनी होती है। लेकिन अगर छात्र किसी बहुत ही प्रतिष्ठित और फेमस इंस्टिट्यूट से अपना कोर्स करेगा तो तब उसे फीस थोड़ी ज्यादा देनी पड़ सकती है। वैसे इस कोर्स के लिए लगभग INR 10-15 हजार तक फीस देनी पड़ती है।

मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स के बाद सैलरी

मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स करने के बाद वेतन मिलता है वह पूरी तरह से इस बात के ऊपर डिपेंड करता है कि वह जिस कंपनी में काम कर रहा है वह कितनी बड़ी और प्रतिष्ठित है इसके साथ-साथ कैंडिडेट की योग्यता और कौशल पर भी उसका वेतन निर्भर करता है। आमतौर पर मोबाइल रिपेयरिंग कोर्स करने के बाद किसी भी कैंडिडेट को शुरू में INR 12-15 हजार तक वेतन मिल जाता है।

टॉप कंपनियों में भर्ती 

अगर किसी छात्र ने किसी टॉप कॉलेज या तकनीकी विश्वविद्यालय से Mobile Repairing Course में सर्टिफिकेट या डिप्लोमा कोर्स पूरा कर लिया है, तो अब जानिए mobile repairing course in Hindi करने के बाद टॉप कंपनियों के नाम-

  • Apple
  • Lenovo
  • Xiaomi
  • Samsung
  • Jio
  • Realme 
  • Soni
  • Huawei

आशा है कि इस ब्लॉग से आपको Mobile Repairing Course के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल गई होगी। यदि आप विदेश में पढ़ाई करना चाहते हैं, तो  Leverage Edu से 1800572000 पर संपर्क करें और 30 मिनट का फ्री सेशन बुक करें।

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20 comments
    1. Hi there, thanks for your feedback! Just like Moblie Repairing courses, there are various other short term courses that one can do after completing class 10th and 12th. Read our blogs on the same to know more – https://leverageedu.com/blog/short-term-courses-after-10th/, https://leverageedu.com/blog/short-term-courses-after-12th/, https://leverageedu.com/blog/short-term-courses-in-delhi/.

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