मन मसोस कर रह जाना मुहावरे का अर्थ (Man Msos Kar Reh Jana Muhavare Ka Arth) ‘इच्छा दबाना’ होता है। जब कोई व्यक्ति अपनी इच्छा या आकांक्षा को दबा कर रह जाता है या किसी चीज को पाने की इच्छा के बाद उसे प्राप्त नहीं कर पाता है। तब उसके लिए मन मसोस कर रह जाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप मन मसोस कर रह जाना मुहावरे का अर्थ (Man Msos Kar Reh Jana Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
मन मसोस कर रह जाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
मन मसोस कर रह जाना मुहावरे का अर्थ (Man Msos Kar Reh Jana Muhavare Ka Arth) ‘इच्छा दबाना’’ होता है।
मन मसोस कर रह जाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
मन मसोस कर रह जाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित है :-
- रोहन अपना पसंदीदा खेल खेलना चाहता था, लेकिन अपनी आर्थिक स्थिति की वजह से उसे केवल मन मसोस कर रह जाना पड़ा।
- स्वाति को विदेश में पढ़ाई करने का बहुत मन था, लेकिन परिवार की स्थिति की वजह उसे अपना मन मसोस कर रहना पड़ा।
- शिवम् को उम्मीद थी कि उसे बड़ी नौकरी मिल जाएगी, लेकिन परिणाम सुनकर उसे सिर्फ मन मसोस कर रह जाना पड़ा।
- रवि की किताब न छप पाने के कारण वह मन मसोस कर रह गया।
- ईशान को अच्छे अंक न मिल पाने पर, माता-पिता मन मसोस कर रह गए।
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आशा है कि आपको मन मसोस कर रह जाना मुहावरे का अर्थ (Man Msos Kar Reh Jana Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।