झेंप जाना मुहावरे का अर्थ (Jhenp Jana Muhavare Ka Arth) ‘शर्माना, लज्जित होना’ होता है। जब कोई व्यक्ति किसी बात या घटना के कारण शर्मिदा या असहज महसूस करता है, तब उसके लिए झेंप जाना मुहावरे का प्रयोग किया जाता है। इस ब्लॉग के माध्यम से आप झेंप जाना मुहावरे का अर्थ (Jhenp Jana Muhavare Ka Arth) और इसके वाक्यों में प्रयोग के बारे में जानेंगे।
मुहावरे किसे कहते हैं?
किसी विशेष शब्द के अर्थ को आम जन की भाषा में समझाने के लिए जिस वाक्यांश का प्रयोग किया जाता है उसे ‘मुहावरा’ कहते हैं। इसमें वाक्यांश का सीधा-सीधा अर्थ न लेकर बात को घुमा फिराकर कहा जाता है। इसमें भाषा को थोड़ा मजाकिया, प्रभावशाली और संक्षिप्त रूप में कहा जाता है।
झेंप जाना मुहावरे का अर्थ क्या है?
झेंप जाना मुहावरे का अर्थ (Jhenp Jana Muhavare Ka Arth) ‘शर्माना, लज्जित होना’ होता है।
झेंप जाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग
झेंप जाना मुहावरे का वाक्यों में प्रयोग निम्नलिखित हैं :-
- जब रोहन ने सभी के सामने गलती से रिया की चप्पल पहन ली, तो वह झेंप गया।
- शिवम् अपनी गलतियों को सुनकर झेंप गया, क्योंकि उसे इसकी की उम्मीद नहीं थी।
- दोस्तों के सामने गिरने से वह झेंप गया और सबके सामने असहज महसूस किया।
- उसकी आलोचना सुनकर वह झेंप गया और सही तरीके से अपना पक्ष प्रस्तुत नहीं कर पाया।
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आशा है कि आपको झेंप जाना मुहावरे का अर्थ (Jhenp Jana Muhavare Ka Arth) से संबंधित सभी आवश्यक जानकारी मिल गई होगी। हिंदी मुहावरों के अन्य ब्लॉग्स पढ़ने के लिए Leverage Edu के साथ बनें रहें।