इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च (ICAR) की सहायक महानिदेशक सीमा जग्गी ने कहा कि देश भर के कृषि विश्वविद्यालय एकेडमिक ईयर 2025 से नेशनल एजुकेशन पाॅलिसी (NEP) में दी गईं गाइडलाइंस को फाॅलो करेंगे। इससे एग्रीकल्चर यूनिवर्सिटीज में भी स्टूडेंट्स के लिए एडमिशन के बाद एग्जिट का ऑप्शन शुरू हो जाएगा।
19 दिसंबर को सोमैया विद्याविहार विश्वविद्यालय में आयोजित पश्चिमी क्षेत्र के वाइस चांसलर्स की बैठक में जग्गी ने NEP के प्रमुख पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इससे एग्रीकल्चर में भविष्य देख रहे स्टूडेंट्स के लिए नई दिशा मिलेगी।
एग्रीकल्चर इंस्टिट्यूट्स के सामने आने वाली चुनौतियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बड़े बहु-विषयक (multi-multidisciplinary) विश्वविद्यालयों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए यूनिवर्सिटीज और इंस्टिट्यूट्स को फिर से डिजाइन करने की जरूरत है।
वहीं, एसोसिएशन ऑफ इंडियन यूनिवर्सिटीज (AIU) के महासचिव पंकज मित्तल ने उच्च शिक्षा संस्थानों के अंतर्राष्ट्रीयकरण (internationalising) का महत्व भी बताया और कहा कि AIU भारतीय शिक्षा को बढ़ावा देने और स्थानीय संस्थानों द्वारा विदेशी विशेषज्ञों की भर्ती के लिए शिक्षा मेलों का आयोजन कर रहा है।
नेशनल एजुकेशन पाॅलिसी से क्या होंगे बदलाव?
- नेशनल एजुकेशन पाॅलिसी आने के बाद कोई भी सब्जेक्ट चुन सकते हैं और स्टूडेंट्स फिजिक्स के साथ अकाउंट या फिर आर्ट्स का भी सब्जेक्ट पढ़ सकते हैं।
- इवैलुएशन पर जोर देना
- ओपन एजुकेशन सिस्टम में इन्वेस्ट करना
- बच्चों की सोच को क्रिएटिव करना
- गुणवत्तापूर्ण एजुकेशन डेवलप करना
- रिसर्च पर ज्यादा ध्यान देना
- वर्चुअल लैब डेवलप की जाएंगी।
- ग्रेजुएशन में 3 या 4 साल लगता है, जिसमें एग्जिट ऑप्शन होंगे।
- यदि स्टूडेंट्स ने एक साल ग्रेजुएशन की पढ़ाई की है तो उसे सर्टिफिकेट मिलेगा और 2 साल बाद एडवांस डिप्लोमा।
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